• Chhattisgarh
  • महिला आरक्षण : शकुनी का पांसा – संध्या शैली

महिला आरक्षण : शकुनी का पांसा – संध्या शैली

1 year ago
234

अंततः वोट कबाड़ने और सत्ता में बने रह कर अपनों को रेवडियां बांटने के लिये आखरी पांसा भी फेंक दिया गया है।

मनुस्मति को देश के संविधान से ऊपर मानने वाली, संविधान सभा में हिंदू महिलाओं को अधिकार देने वाले हिंदू कोड बिल के खिलाफ हंगामा करते हुये उसे पारित होने से रोकने वाली महिला विरोधी पलटन से जुडी भाजपा ने हिंदुत्व, सनातन, पाकिस्तान, श्रीलंका को दिया गया एक छोटा-सा द्वीप जैसे तमाम मुद्दों को उठाने के बाद अंततः महिला आरक्षण के विधेयक को ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ के नाम से एक पांसे की तरह उछाल दिया है।

कई सारी बंदिशों और पूर्व तैयारी के प्रावधानों के साथ इस विधेयक को पारित करवाने के बाद भाजपा अपनी सारी मीडिया, सोशल मीडिया और भक्त-भक्तिनों की टीमों के साथ अपनी महिला अन्यायी छवि पर विधेयक का डिस्टेंपर लगाने में जुट गयी है।

इस विधेयक के खिलाफ कोई नहीं है और महिलाओं को समानता देने की मांग करने वाला कभी उन्हें आरक्षण देने के खिलाफ हो भी नहीं हो सकता। इसकी नियमावली भी बाद में बनायी जा सकती है, लेकिन सवाल यह है कि इतने सालों तक सरकार में रही और अपने हर संसद अधिवेशन में महिला विरोधी कोई-न-कोई कदम उठाने वाली भाजपा को आज अचानक क्यों इस देश की महिलाओं के पक्ष में निर्णय लेने का ख्याल आ गया? इसीलिए न कि अब लोकसभा और कई बडे राज्यों के चुनाव सिर पर हैं!!

असली बात यह है कि जनवादी महिला समिति या एडवा सहित देश के कई महिला संगठन इस विधेयक को पारित करने और देश की महिलाओं को विधायिकाओं में अधिकार देने की कई सालों से मांग कर रहे थे। दिल्ली और देश के कई शहरों, कस्बों और इलाकों में इसकी मांग करते हुये प्रदर्शन हुये, सेमीनार हुये, महिलाओं की बैठकें हुयीं। पूर्व की कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार भी कोई दूध की धुली नहीं थी। लेकिन उस वक्त जब यह विधेयक राज्य सभा में पारित हुआ था, तब लोकसभा में इस विधेयक को पारित करने में अड़ंगे लगाने वाली भाजपा और उसके पुरूषवादी सोच के नेता अब क्यों इस विधेयक को पारित करने का दिखावा कर रहे हैं? जाहिर है, उनकी नजर महिलाओं को उनके नागरिक अधिकार देने पर नहीं, बल्कि जैसे भी हो वैसे, अगले दो चुनाव जीतने पर है।

वैसे किसी भी समाज या देश में बदलाव तभी होते हेैं, जब आम जनता उनके पक्ष में आवाज बुलंद करती है। इस देश के मजबूत प्रगतिशील और महिला आंदोलनों का ही परिणाम था कि देश की प्रजातांत्रिक परंपराओं और धर्मनिपेक्षता की रक्षा करने के लिये संशोधनों का अवसर देने वाले संविधान में संशोधन होते रहे और कानून बनते रहे। राष्ट्रीय महिला आयोग बना और हर राज्य में भी महिला आयोग बने। देश में कामगार महिलाओं की दशा पर सरकार द्वारा एक अध्ययन किया गया, महिलाओं के पक्ष में कानून बनाने की कोशिश की गयी। दहेज हिंसा को परिभाषित करते हुये 498-ए जैसा कानून बना, देश में घरेलू हिंसा को रोकने के लिये अलग कानून बनाया गया, कार्यस्थल पर यौन हिंसा के खिलाफ कानून बना, यौन हिंसा की परिभाषा विस्तृत की गयी और इस देश की महिलाओं को कानूनी ताकत दी गयी पंचायतों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने के बाद। इन्हीं महिला आंदोलनों का परिणाम था कि साधारण चुनी गयी महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया और अब कई पंचायतों में महिलायें आधे से भी अधिक चुनी गयी हैं। माना कि इन तमाम कानूनों में कई खामियां हैं, लेकिन फिर इन खामियों को दूर करने के लिये आवाज उठायी जा रही है। कुल मिला कर इसलिये आज नहीं, तो कल महिला आरक्षण का यह विधेयक पारित होना ही था। इसलिये जो भाजपा हर साल हजारों महिलाओं की जान लेने वाले दहेज अपराध को रोकने के लिये बने 498-ए को कमजोर करने काम कर रही हो, उस भाजपा से हम कैसे उम्मीद कर सकते हेैं कि वह इस कानून को बनायेगी और महिलाओं को विधायिकाओं में पहुंचने का रास्ता साफ करेगी।

इसके अलावा इस विधेयक को पारित करके अपनी पीठ थपथपाने की कवायद करने वाली भाजपा के द्वारा पेश और लोकसभा में पारित इस विधेयक में और पूर्व में पारित विधेयकेों में अंतर यही है कि पहले के विधेयक पारित होते ही लागू हुये थे और इसमें पहले से ही 2029 तक की सीमा लगा दी गयी है, यानि दो चुनावों को निपटाने के बाद। अब यह भी कहा जा रहा है कि परिसीमन और जनगणना, विधानसभा और संसदीय क्षेत्रों को तय करने के बाद यह कानून कार्यान्वित किया जायेगा। जनगणना कब होगी? 2021 की जनगणना कोरोना का कारण बताकर टाल दी गयी, लेकिन घोषणा करने के बावजूद 2023 के खत्म होने तक उसकी प्रक्रिया भी शुरू नहीं की गयी है, तो फिर यह आशा कैसे की जा सकती है कि अगली वाली 2031 में होने वाली जनगणना के आंकडें समय पर प्रकाशित होकर इस विधेयक के क्रियान्वयन की शर्तों को पूरा किया जायेगा। और फिर उसके बाद होने वाले परिसीमन के पहले तो इस विधेयक का क्रियान्वयन होने से रहा। क्या पता असरानी के उस विनोदी विज्ञापन की तरह ‘‘ सारे घर के बदल डालूंगा’’ वाले मोड में चल रहे मोदी संसद भवन बदलने के बाद जनगणना का साल भी बदल दें?

दूसरी बात यह है कि जिस भाजपा के मंत्री, सांसद, विधायकों के ऊपर बलात्कार, छेडछाड, अपहरण, हत्या के आरोप हों, उनसे क्या इस देश की महिलायें अपेक्षा कर सकती है कि इस विधेयक का वाकई में यह पार्टी या उसके नेतृत्व में बनी सरकार क्रियान्वयन करेगी? क्या यह विडंबना नहीं है कि महिला पहलवानों का यौन शोषण करने वाला सांसद और मंत्री बृजभूषण सिंह महिला आरक्षण विधेयक के पक्ष में हाथ उठाता है। वह भाजपा और उसके नेता, जो भाजपा की हरियाणा सरकार के खेल मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ शिकायत करने वाली महिला कोच को ही निलंबित कर देते हैं ; वह भाजपा, जो गुजरात में बिल्किस बानो के बलात्कारियों, उसकी तीन साल की बच्ची की कंस की तरह से हत्या करने वाले और बिल्किस की छोटी बहन और मां सहित 11 महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले अपराधियों को जेल में अच्छे व्यवहार का सर्टिफिकिट देकर जेल से रिहा करने की सिफारिश करती है और जेल से रिहा होने के बाद उन बलात्कारियों का सार्वजनिक सम्मान करती है ; जिस भाजपा के नेता और विधायक, यहां तक कि महिला सांसद भी कठुआ और उन्नाव में हुये घृणित बलात्कार और हत्या तक के प्रकरणों में आरोपी ही नहीं, वरन् अपराधियों तक के समर्थन में न केवल जुलूस निकालते हैं वरन् सार्वजनिक रूप से बयान देते हैं, उन्नाव के घृणित बलात्कार और हत्या के प्रकरण मे तो भाजपा विधायक कुलदीप सैंगर आरोपी ही नहीं, अपराधी भी साबित हो जाता है, लेकिन आज तक इन तमाम नेताओं को भाजपा पार्टी से निलंबित नहीं करती। इतना ही नहीं, ये नेता उन मासूमों और उनके परिवार जनों को ही उन घृणित घटनाओं के लिये जिम्मेदार बता देते हैं। मध्य प्रदेश में लगातार हुयीं घटनायें भी इसी का सबूत देती हैं। अभी हाल में सागर के पास के गांव में एक युवती और उसकी मां के साथ हुयी घटना इसका सबूत है। स्थानीय हत्यारे, दबंग भाजपा नेता और उसके मंत्री इसके लिये उस युवती और उसकी मां को चरित्रहीन और भाई जिसकी हत्या कर दी गयी, उसे चोर बता रहे हैं।
वर्तमान महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के महिला विरोधी बयानों का तो पूरा एक ग्रंथ लिखा जा सकता है। ये जब मानव संसाधन मंत्री थीं, तब देश भर के विश्वविद्यालयों में चल रहे महिला अध्ययन केंद्रों को दिया जाने वाला अनुदान बंद कर दिया गया था और अंततः उनका काम खत्म कर दिया गया था। इन महिला एवं बाल विकास मंत्री के विभाग के अंतर्गत आने वाले महिला आयोग के उन राज्यों में पिछले कई सालो से अध्यक्ष का पद खाली पड़ा है, जहां पर भाजपा की सरकार है। दूसरी तरफ राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा अपने महिला विरोधी भाजपा के पक्ष में राजनीतिक बयानबाजी के लिये प्रसिद्ध है। क्या ऐसी महिला नेत्रियों वाली भाजपा देश की महिलाओ को उनके वाजिब अधिकार देगी?

वह भाजपा इस देश की महिलाओं को उनके अधिकार क्या देगी, जो एन आर सी और सी ए ए के विरोध में लंबे समय तक देश भर में आंदोलन का नेतृत्व कर रही महिलाओं को अपशब्दों और गाली-गलौज की भाषा में संबोधित करती हो।
असल बात तो यह है कि भाजपा और उसके विचारधारात्मक स्त्रोत आर एस एस का इस देश, आजादी के आंदोलन, महिलाओं का समाज सुधार के आंदोलनों में योगदान और देश की रवायत से कोई संबंध ही नहीं है। तभी तो उस संसद में उन्हे डर लगता था, जो भगतसिंह के बहरों को सुनाने वाले बमों की साक्षी है, जो देश की आजादी के पहले प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण की साक्षी है, जो न केवल महिलाओं, बल्कि इस देश के हर नागरिक को एक भारतीय के नाते अधिकार देने वाले संविधान को बनाने वाले और पारित करने की साक्षी है।

ऐसी भाजपा इस देश की महिलाओं को क्या अधिकार देगी, जो कोविड में आम जनता को दिये जाने वाली आर्थिक सहायता से चुरा कर खर्च किये गये अपने पांच सितारा संसद भवन के उद्घाटन में देश की राष्ट्रपति श्रीमति द्रोपदी मुर्मू तक को आमंत्रित नहीं करती। ऐसी भाजपा की सरकार से देश की महिलायें क्या उम्मीद कर सकती हैं कि यह सरकार वास्तव में उन्हे विधायिकाओं में पहुंचने देगी? नहीं! बिलकुल पहुंचने नहीं देगी।

जिन महिलाओं और देश के लोकतंत्र तथा समता के समर्थक दलों और संगठनों ने इस मुद्दे को लेकर अब तक लड़ाई लड़ी है, उन्हें ही इसे वास्तविक बनाने की लड़ाई लड़नी और जीतनी होगी।


▪️ संध्या शैली
[ संध्या शैली जनवादी महिला समिति की नेत्री हैं. ]

🟥🟥🟥

विज्ञापन (Advertisement)

ब्रेकिंग न्यूज़

breaking Chhattisgarh

आर्थिक तंगी अब नहीं बनेगी बाधा : CM साय के कॉल ने खोली किलिमंजारो फतह की राह, छत्तीसगढ़ की बेटी निशा अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर फहराएगी तिरंगा …

breaking Chhattisgarh

पाकिस्तान को तगड़ा झटका, चैंपियंस ट्रॉफी नहीं जाएगी PoK, जानें ICC ने क्यों लिया बड़ा फैसला

breaking Chhattisgarh

राज्यसभा सांसद कुमार देवेन्द्र प्रताप सिंह को बड़ी जिम्मेदारी, विद्युत मंत्रालय की सलाहकार समिति के चुने गए सदस्य

breaking Chhattisgarh

धान खरीदी केन्द्रों पर माइक्रो एटीएम से किसानों को मिलेगी सुविधा, 10 हजार रुपये तक ऐसे होगा तत्काल भुगतान

breaking Chhattisgarh

पीएम आवास योजना 2.0 : अपने घर का देख रहे हैं सपना तो जरूर होगा पूरा, यहां पढ़ें पूरी जानकारी और उठाएं लाभ

breaking Chhattisgarh

कोरबा के स्कूल में जय श्री राम का नारा लगाने पर छात्रों की पिटाई, टीचर के खिलाफ एफआईआर

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ के युवाओं को हर महीने मिलेंगे 15 हजार, बस करना होगा ये काम

breaking Chhattisgarh

मुख्यमंत्री साय ने दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय लोकनृत्य महोत्सव का किया भव्य शुभारंभ, देश के 21 राज्यों के आदिवासी नर्तक दल देंगे मनोहारी प्रस्तुति

breaking international

2026 तक भारत जीडीपी रैंकिंग में जापान से निकल जाएगा आगे…

breaking Chhattisgarh

कुएं से पानी की जगह निकलता रहा पेट्रोल, बाल्टी भर-भरकर निकालते रहे लोग, असलियत सामने आई तो उड़ गए होश

breaking Chhattisgarh

72 घंटे में होगा पेमेंट, किसान इस नंबर पर जान सकते हैं अपडेट, 3100 रुपये के समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू

breaking Chhattisgarh

छत्‍तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव से पहले वोटर लिस्‍ट में जुड़वाना चाहते हैं अपना नाम तो पढ़ लीजिए ये खबर

breaking Chhattisgarh

भिलाई स्टील प्लांट में बड़ा हादसा, कार्बन मोनोऑक्साइड गैस का हो रहा रिसाव, चपेट में आए 3 मजदूर…

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में कल से शुरू होगी धान खरीदी : खाद्य मंत्री दयालदास बोले – किसानों का धान खरीदना सरकार की प्राथमिकता, समस्याओं के निराकरण के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी

breaking Chhattisgarh

सोशल मीडिया में हवाबाजी करना पड़ा भारी: 2 साल पहले नकली पिस्टल के साथ तस्वीर की थी पोस्ट, पुलिस ने किया गिरफ्तार

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ वासियों को मिला एक और पब्लिक हॉलिडे, इस त्योहार पर रहेगी छुट्टी, CM साय ने की घोषणा

breaking Chhattisgarh

RBI की लिमिट से बाहर हुई महंगाई, तोड़ा रिकॉर्ड, सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में हुई बढ़ोत्तरी, MP का ऐसा है हाल

breaking Chhattisgarh

भिलाई इस्पात संयंत्र में बड़ा हादसा: ब्लास्ट फर्नेस से गैस लीकेज की चपेट में आने से तीन ठेका श्रमिक बेहोश

breaking Chhattisgarh

हैल्थ आसपास : बढ़ती उम्र के साथ आपकी फर्टिलिटी पर क्या असर होता है, जानिए ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ की नियमित स्तम्भकार डॉ. चंचल शर्मा से : लिंक खोलकर अवश्य पढ़ें

breaking National

Tattoo का शौक, AIDS का रोग! 68 महिलाओं को एड्स, 20 महिलाओं ने माना टैटू बनवाने से हुआ HIV

कविता

poetry

ग़ज़ल आसपास : सुशील यादव

poetry

गाँधी जयंती पर विशेष : जन कवि कोदूराम ‘दलित’ के काव्य मा गाँधी बबा : आलेख, अरुण कुमार निगम

poetry

रचना आसपास : ओमवीर करन

poetry

कवि और कविता : डॉ. सतीश ‘बब्बा’

poetry

ग़ज़ल आसपास : नूरुस्सबाह खान ‘सबा’

poetry

स्मृति शेष : स्व. ओमप्रकाश शर्मा : काव्यात्मक दो विशेष कविता – गोविंद पाल और पल्लव चटर्जी

poetry

हरेली विशेष कविता : डॉ. दीक्षा चौबे

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : अनीता करडेकर

poetry

‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक व कवि प्रदीप भट्टाचार्य के हिंदी प्रगतिशील कविता ‘दम्भ’ का बांग्ला रूपांतर देश की लोकप्रिय बांग्ला पत्रिका ‘मध्यबलय’ के अंक-56 में प्रकाशित : हिंदी से बांग्ला अनुवाद कवि गोविंद पाल ने किया : ‘मध्यबलय’ के संपादक हैं बांग्ला-हिंदी के साहित्यकार दुलाल समाद्दार

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

poetry

कविता आसपास : विद्या गुप्ता

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

कविता आसपास : श्रीमती रंजना द्विवेदी

poetry

कविता आसपास : तेज नारायण राय

poetry

कविता आसपास : आशीष गुप्ता ‘आशू’

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

poetry

कविता आसपास : सुधा वर्मा

poetry

‘छत्तीसगढ़ आसपास’ •साहित्य { पितृ दिवस पर विशेष कविताएं } •तारकनाथ चौधुरी •डॉ. दीक्षा चौबे •रंजना द्विवेदी •डॉ. बलदाऊ राम साहू

poetry

साहित्य आसपास : विनय सागर जायसवाल

कहानी

story

लघुकथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

कहिनी : मया के बंधना – डॉ. दीक्षा चौबे

story

🤣 होली विशेष :प्रो.अश्विनी केशरवानी

story

चर्चित उपन्यासत्रयी उर्मिला शुक्ल ने रचा इतिहास…

story

रचना आसपास : उर्मिला शुक्ल

story

रचना आसपास : दीप्ति श्रीवास्तव

story

कहानी : संतोष झांझी

story

कहानी : ‘ पानी के लिए ‘ – उर्मिला शुक्ल

story

व्यंग्य : ‘ घूमता ब्रम्हांड ‘ – श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव [भिलाई छत्तीसगढ़]

story

दुर्गाप्रसाद पारकर की कविता संग्रह ‘ सिधवा झन समझव ‘ : समीक्षा – डॉ. सत्यभामा आडिल

story

लघुकथा : रौनक जमाल [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

लघुकथा : डॉ. दीक्षा चौबे [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

🌸 14 नवम्बर बाल दिवस पर विशेष : प्रभा के बालदिवस : प्रिया देवांगन ‘ प्रियू ‘

story

💞 कहानी : अंशुमन रॉय

story

■लघुकथा : ए सी श्रीवास्तव.

story

■लघुकथा : तारक नाथ चौधुरी.

story

■बाल कहानी : टीकेश्वर सिन्हा ‘गब्दीवाला’.

story

■होली आगमन पर दो लघु कथाएं : महेश राजा.

story

■छत्तीसगढ़ी कहानी : चंद्रहास साहू.

story

■कहानी : प्रेमलता यदु.

लेख

Article

तीन लघुकथा : रश्मि अमितेष पुरोहित

Article

व्यंग्य : देश की बदनामी चालू आहे ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

लघुकथा : डॉ. प्रेमकुमार पाण्डेय [केंद्रीय विद्यालय वेंकटगिरि, आंध्रप्रदेश]

Article

जोशीमठ की त्रासदी : राजेंद्र शर्मा

Article

18 दिसंबर को जयंती के अवसर पर गुरू घासीदास और सतनाम परम्परा

Article

जयंती : सतनाम पंथ के संस्थापक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी

Article

व्यंग्य : नो हार, ओन्ली जीत ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

🟥 अब तेरा क्या होगा रे बुलडोजर ❗ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा.

Article

🟥 प्ररंपरा या कुटेव ❓ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा

Article

▪️ न्यायपालिका के अपशकुनी के साथी : वैसे ही चलना दूभर था अंधियारे में…इनने और घुमाव ला दिया गलियारे में – आलेख बादल सरोज.

Article

▪️ मशहूर शायर गीतकार साहिर लुधियानवी : ‘ जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है, जंग क्या मसअलों का हल देगी ‘ : वो सुबह कभी तो आएगी – गणेश कछवाहा.

Article

▪️ व्यंग्य : दीवाली के कूंचे से यूँ लक्ष्मी जी निकलीं ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

25 सितंबर पितृ मोक्ष अमावस्या के उपलक्ष्य में… पितृ श्राद्ध – श्राद्ध का प्रतीक

Article

🟢 आजादी के अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. अशोक आकाश.

Article

🟣 अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. बलदाऊ राम साहू [दुर्ग]

Article

🟣 समसामयिक चिंतन : डॉ. अरविंद प्रेमचंद जैन [भोपाल].

Article

⏩ 12 अगस्त- भोजली पर्व पर विशेष

Article

■पर्यावरण दिवस पर चिंतन : संजय मिश्रा [ शिवनाथ बचाओ आंदोलन के संयोजक एवं जनसुनवाई फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ प्रमुख ]

Article

■पर्यावरण दिवस पर विशेष लघुकथा : महेश राजा.

Article

■व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा.

राजनीति न्यूज़

breaking Politics

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर दिया बड़ा बयान

Politics

■छत्तीसगढ़ :

Politics

भारतीय जनता पार्टी,भिलाई-दुर्ग के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय जे.दानी,लल्लन मिश्रा, सुरेखा खटी,अमरजीत सिंह ‘चहल’,विजय शुक्ला, कुमुद द्विवेदी महेंद्र यादव,सूरज शर्मा,प्रभा साहू,संजय खर्चे,किशोर बहाड़े, प्रदीप बोबडे,पुरषोत्तम चौकसे,राहुल भोसले,रितेश सिंह,रश्मि अगतकर, सोनाली,भारती उइके,प्रीति अग्रवाल,सीमा कन्नौजे,तृप्ति कन्नौजे,महेश सिंह, राकेश शुक्ला, अशोक स्वाईन ओर नागेश्वर राव ‘बाबू’ ने सयुंक्त बयान में भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव से जवाब-तलब किया.

breaking Politics

भिलाई कांड, न्यायाधीश अवकाश पर, जाने कब होगी सुनवाई

Politics

धमतरी आसपास

Politics

स्मृति शेष- बाबू जी, मोतीलाल वोरा

Politics

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हलचल

breaking Politics

राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- मर्यादित भाषा में रखें अपनी बात

Politics

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा पर केन्द्रित ‘ग्रामोदय’ पत्रिका और ‘बहुमत’ पत्रिका के 101वें अंक का किया विमोचन

Politics

मरवाही उपचुनाव

Politics

प्रमोद सिंह राजपूत कुम्हारी ब्लॉक के अध्यक्ष बने

Politics

ओवैसी की पार्टी ने बदला सीमांचल का समीकरण! 11 सीटों पर NDA आगे

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ग्वालियर में प्रेस वार्ता

breaking Politics

अमित और ऋचा जोगी का नामांकन खारिज होने पर बोले मंतूराम पवार- ‘जैसी करनी वैसी भरनी’

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, भूपेश बघेल बिहार चुनाव के स्टार प्रचारक बिहार में कांग्रेस 70 सीटों में चुनाव लड़ रही है

breaking National Politics

सियासत- हाथरस सामूहिक दुष्कर्म

breaking Politics

हाथरस गैंगरेप के घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा, पढ़िए पूरी खबर

breaking Politics

पत्रकारों के साथ मारपीट की घटना के बाद, पीसीसी चीफ ने जांच समिति का किया गठन