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- परिनिर्वाण दिवस : डॉ. भीम राव आंबेडकर को नमन कर भारतीय बौद्ध समाज के लोग जूटकर बाबासाहेब को पुष्पांजलि अर्पित की गई…स्मृति में नील ध्वज झुकाया गया…
परिनिर्वाण दिवस : डॉ. भीम राव आंबेडकर को नमन कर भारतीय बौद्ध समाज के लोग जूटकर बाबासाहेब को पुष्पांजलि अर्पित की गई…स्मृति में नील ध्वज झुकाया गया…
कुम्हारी [छत्तीसगढ़ आसपास न्यूज, सुरेश वाहने] : भारतीय बौद्ध महासभा कुम्हारी के तत्वावधान में आयोजित स्वतंत्र भारत में धम्मचक्र प्रवर्तन करने वाले संविधान के प्रमुख शिल्पकार भारत रत्न बाबा साहब अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर क्षेत्र के बौद्ध अनुयाई और अंबेडकरवादी जुटे।
वार्ड क्रमांक 9, शिवनगर कुम्हारी में भारतीय बौद्ध महासभा की अध्यक्ष करूणा मेश्राम ने नील ध्वज फहराकर बाबा साहब की स्मृति में ससम्मान ध्वज आधा झुकाया गया। सुबह पंचशील बुद्ध विहार में पूजा, वंदना कर सामूहिक पंचशील ग्रहण किया गया। उपस्थित जन समुदाय ने बाबा साहब के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर महासभा की अध्यक्ष उपासिका करूणा मेश्राम ने बाबा साहब को याद करते हुए कहा -“भारत के वंचित किए गए बड़े समुदाय और शोषित समाज के अधिकार और सम्मान के लिए लड़ने वाले क्रांतिकारी सामाजिक योद्धा बाबा साहब भीमराव रामजी अंबेडकर आज भी प्रासंगिक बने हुए हैं। संविधान में इस समुदाय को प्रतिनिधित्व देकर जो महान कार्य किया गया है, उसके लिए बाबा साहब अंबेडकर युगों-युगों तक याद किए जाएंगे।”
महापरिनिर्वाण दिवस पर अंत में श्रद्धांजलि सभा हुई जिसमें जन समुदाय द्वारा दो मिनट मौन धारण कर बाबा साहब को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर भा.बौ. महासभा के पदाधिकारियों सहित बौद्ध उपासक/उपासिकाएं और अंबेडकरवादी उपस्थित थे, जिसमें प्रमुख रूप से संरक्षक किशन बोरकर, इंन्द्रसेन मेश्राम, सुरेश वाहने, राजकुमार डोंगरे, दिगंबर टेंभेकर, दुर्गा वाहने, प्रतिमा कोचे, धर्मशीला नंदेश्वर, प्रेमलता डोंगरे, स्वर्णलता टेंभेकर, बारसा बाई, वंदना गायकवाड़, अन्नु शिवनकर, सुनिता साखरे, हरसीला साखरे, जोसना सहारे, पूजा रामटेके आदि शामिल हैं।
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