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- कॉफी विथ साहित्यिक विचार- विमर्श आड्डा : इस सप्ताह आड्डा के सहभागी रहे – स्मृति दत्ता, दुलाल समाद्दार, प्रकाशचंद्र मण्डल, पल्लव चटर्जी, पं. वासुदेव भट्टाचार्य, रविंद्रनाथ देबनाथ, आलोक कुमार चंदा और प्रदीप भट्टाचार्य.
कॉफी विथ साहित्यिक विचार- विमर्श आड्डा : इस सप्ताह आड्डा के सहभागी रहे – स्मृति दत्ता, दुलाल समाद्दार, प्रकाशचंद्र मण्डल, पल्लव चटर्जी, पं. वासुदेव भट्टाचार्य, रविंद्रनाथ देबनाथ, आलोक कुमार चंदा और प्रदीप भट्टाचार्य.
भिलाई [भिलाई निवास कॉफी हाउस] : लौहनगरी भिलाई की कहावत है कि हम सिर्फ लोहा या रेलपांत ही नहीं बनाते. भिलाई विभिन्न भाषाओं की बोली का भी शहर है और सांस्कृतिक एवं साहित्यिक नगरी भी कहा जाता है ‘ भिलाई ‘ को.
बांग्ला सांस्कृतिक एवं साहित्यिक धरोहर है ‘बंगीय साहित्य संस्था’. यह संस्था विगत 62 वर्षों से संचालित है, इस संस्था की नींव बांग्ला के नामी लेखक स्व. शिबव्रत देवानजी ने बांग्ला कल्चर को जीवंत रखने के लिए गठित किया था. वर्तमान में इस संस्था की सभापति बांग्ला की चर्चित लेखिका श्रीमती बानी चक्रवर्ती हैं.
‘ बंगीय साहित्य संस्था ‘ के तत्वावधान में साल भर अनेकों साहित्यिक आयोजन, बैठक, विचार- विमर्श और सबसे प्रमुख है प्रति शनिवार कॉफी विथ साहित्यिक विचार- विमर्श आड्डा. संस्था का मुखपत्र भी है मध्यबलय. बांग्ला भाषा में प्रकाशित ‘ मध्यबलय ‘ लिटिल मेग्ज़िन को देश के कई साहित्यिक मंचों से सम्मानित भी किया गया. ‘ मध्यबलय’ के संपादक हैं, बांग्ला के चर्चित कवि दुलाल समाद्दार.
इस सप्ताह विचार- विमर्श में शामिल थे –
•’ बंगीय साहित्य संस्था ‘ की उप सभापति और बांग्ला की लोकप्रिय लेखिका वयोवृद्ध श्रीमती स्मृति दत्ता.
•’ मध्यबलय ‘ के संपादक और बांग्ला-हिंदी के कवि दुलाल समाद्दार.
• ‘ बंगीय साहित्य संस्था ‘ के कोषाध्यक्ष और बांग्ला-हिंदी के कवि व नाट्यकार प्रकाशचंद्र मण्डल.
• बांग्ला के कवि पल्लव चटर्जी.
•’ हिंदू मिलन मंदिर ‘ के पुरोहित और कवि पं. वासुदेव भट्टाचार्य.
• समाजसेवी व चिंतक रविंद्रनाथ देबनाथ.
• समाजसेवी व विचारक आलोक कुमार चंदा.
•’ छत्तीसगढ़ आसपास ‘ के संपादक प्रदीप भट्टाचार्य.
▪️ काव्यपाठ-
उपस्थित सभी सदस्यों ने बांग्ला- हिंदी में अपनी-अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का पाठ किया.
[ पल्लव चटर्जी कविता पाठ करते हुए ]
[ स्मृति दत्ता कविता पाठ करती हुई ]
[ प्रकाशचंद्र मण्डल कविता पाठ करते हुए..]
[ दुलाल समाद्दार कविता पाठ करते हुए… ]
इस सप्ताह आड्डा की अध्यक्षता स्मृति दत्ता, संचालन प्रकाशचंद्र मण्डल और आभार व्यक्त दुलाल समाद्दार ने किया.
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