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महादेव सट्टा एप केस में गिरीश तलरेजा और सूरज चोखानी की मुश्किलें बढ़ी, सात दिनों की ईडी रिमांड पर भेजा गया
ईडी (ED) ने महादेव बुक का पैसा शेयर बाजार और मनीलॉन्ड्रिग (Money Laundering) के जरिए ठिकाना लगाने वाले सूरज चोखानी और गिरीश तलरेजा को 7 दिन की रिमांड पर लिया है। दोनों को 11 मार्च को विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा। ईडी ने एक दिन की न्यायिक हिरासत के बाद जेल से विशेष न्यायाधीश (Judge) के समक्ष सोमवार को पेश किया गया था। इस दौरान ईडी ने पूछताछ करने के लिए 14 दिन की रिमांड का आवेदन लगाया। साथ ही अदालत को बताया कि गिरफ्तार किए गए सूरज और गिरीश महादेव सट्टा बुक से सीधे जुडे़ हुए है।
सट्टे की ब्लैकमनी को सूरज शेयर बाजार में लगाता था। वहीं गिरीश का कनेक्शन सट्टा ऐप के प्रमोटर्स (Promotors) सौरभ चंद्राकर से मिला है। बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उनके पक्षकारों को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है। जबकि गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर उन्हे कोर्ट में पेश किया जाना चाहिए। लेकिन, बिना अरेस्ट वारंट हिरासत में लेकर घर और दफ्तर की तलाशी ली गई। 3 दिन तक नियमों को ताक पर रखकर बंधक बनाकर रखा गया था। वहीं तलाशी में कुछ नहीं मिलने के बाद भी गिरफ्तारी की गई। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद सूरज और गिरीश के रिमांड आवेदन को मंजूर करते हुए पूछताछ करने की अनुमति दी।
बर्थडे में करोड़ों खर्च: महादेव बुक प्रकरण में गिरफ्तार किए गए सूरज और गिरीश दुबई में हुई बर्थडे पार्टी में शामिल हुए थे। इस पार्टी में रकम के ट्रांजेक्शन का हिसाब और इससे उपकृत होने वालों को रकम पहुंचाने के इनपुट भी मिले है। उन सभी को पार्टी में बुलवाया गया था। हालांकि बचाव पक्ष के अधिवक्ता का कहना है कि ईडी पूरे मामले को गुमराह करने के लिए प्रकरण को डायवर्ट कर रही है। किसी की पार्टी में शामिल होना जांच का विषय नहीं है। ईडी को तलाशी में कुछ नहीं मिलने पर वह उनके पक्षकारों को परेशान करने आरोप लगा रही है।
लोटस 365 ऐप का संचालन
ईडी के अधिवक्ता ने बताया कि कोलकाता से गिरफ्तार सूरज शेयर बाजार में महादेव सट्टा की रकम लगाता था। वहीं भोपाल से गिरफ्तार किए गए गिरीश के सौरभ चंद्राकर से सीधा कनेक्शन मिला है। वह महादेव सट्टा बुक के प्रमोटरों के लिए मैनेजमेंट का काम भी देखता था। उसके द्वारा लोटस 365 ऐप के जरिए सटटा खिलाने और महादेव बुक को प्रमोटर्स की रकम मनीलॉन्ड्रिग के जरिए पहुंचाने के इनपुट मिले है। इन सभी के संबंध में विस्तृत पूछताछ करने की जरूरत है।
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