- Home
- Chhattisgarh
- लोकार्पण : ‘मुक्तकंठ’ मासिक बुलेटिन के मई- 2024 अंक का लोकार्पण : 26 मई प्रात: 11 बजे : स्थान- भिलाई निवास इंडियन कॉफी हाउस
लोकार्पण : ‘मुक्तकंठ’ मासिक बुलेटिन के मई- 2024 अंक का लोकार्पण : 26 मई प्रात: 11 बजे : स्थान- भिलाई निवास इंडियन कॉफी हाउस
• छत्तीसगढ़ आसपास न्यूज़
• भिलाई
शहर की पंजीकृत साहित्यिक संस्था ‘मुक्तकंठ साहित्य समिति’ द्वारा प्रतिमाह सदस्यों के सहयोग से प्रकाशित ‘मुक्तकंठ’ मासिक बुलेटिन के मई अंक का लोकार्पण आगामी रविवार 26 मई को भिलाई निवास के इंडियन कॉफी हाउस में प्रात: 11 बजे रखी गई है. लोकार्पण के अवसर पर ‘ मुक्तकंठ साहित्य समिति’ के अध्यक्ष गोविंद पाल, महासचिव ओमप्रकाश शर्मा, ‘मुक्तकंठ’ के संपादक प्रदीप भट्टाचार्य, ‘ बंगीय साहित्य संस्था’ की सभापति श्रीमती बानी चक्रवर्ती, ‘ मध्यबलय’ के संपादक दुलाल समाद्दार और ‘मुक्तकंठ’ व ‘बंगीय’ के पदाधिकारी एवं सदस्यों को आमन्त्रित किया गया है.
‘मुक्तकंठ’ के इस अंक में डॉ. कन कलता तिवारी, पुष्पा पाण्डेय, सोमाली शर्मा, विद्या गुप्ता, रुणा रश्मि ‘दीप्त’, प्रकाशचंद्र मण्डल, सुरेश कुमार बंछोर, डॉ. नौशाद अहमद सिद्दीकी ‘सब्र’, हाजी रियाज खान गौहर, डॉ. सगीर अहमद सिद्दीकी, अनवर आलम साहिल, बाल कवि कामरान, डॉ. कन्हैया साहू ‘अमित’, त्रयम्बक राव साटकर ‘अम्बर’, पल्लव चटर्जी, बृजेश मल्लिक की कविता व गीत- गज़ल के साथ-साथ ‘मुक्तकंठ’ के अप्रेल अंक के विमोचन एवं स्मृति शेष माधुरी ‘माना’ समरेंद्र बिश्वास की रपट और गोविंद पाल के अध्यक्ष टिप्पणी ‘साहित्यकार व कलाकार कामचोर होते हैं यह एक मिथक है’ एवं प्रदीप भट्टाचार्य के अपनी बात ‘साहित्य में चरित्र निर्माण एवं स्वच्छ प्रशासन’ को पढ़ सकेंगे.
इस अंक के प्रकाशन में सहयोग मिला कवि व ‘मुक्तकंठ साहित्य समिति’ के संरक्षक ब्रजेश मल्लिक. आयोजन की सूचना ‘मुक्तकंठ साहित्य समिति’ के कोषाध्यक्ष प्रकाशचंद्र मण्डल ने दी.
०००