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छत्तीसगढ़ आसपास, संयंत्र की खबरें[ हर किसी की जिंदगी से जुड़ा हुआ है सेल ]
एसएमएस-3 के सीवी-2 कास्टर में पहली रेल ब्लूम की सीक्वेंस कास्टिंग सफल
सुचारू कमीशनिंग की दिशा में आगे बढ़ते हुए, सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की मोडेक्स यूनिट स्टील मेल्टिंग शॉप 3 (एसएमएस-3) के सीवी-2 कास्टर ने 30 मई 2024 को कास्टिंग अनुक्रम में तीन रेल ब्लूम हीट की सफलतापूर्वक कास्टिंग करके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया। कास्टिंग की पूरी प्रक्रिया राइट्स के अधिकारियों की मौजूदगी में की गई। इन्होंने आर 260 ग्रेड रेल ब्लूम की कास्टिंग के दौरान सभी महत्वपूर्ण गतिविधियों का बारीकी से निरीक्षण किया। इन ब्लूम्स को अब संयंत्र की यूनिवर्सल रेल मिल में सिंगल पीस में विष्व की सबसे लंबी 130 मीटर रेल में रोल किया जाएगा।
भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता, कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) श्री अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री एस मुखोपाध्याय और संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सीवी 2 कास्टर से पहले रेल ब्लूम अनुक्रम की सफल कास्टिंग के लिए एसएमएस 3 की टीम और संबंधित शाॅप्स और एजेंसियों के सदस्यों को बधाई दी है। हाल ही में सीवी 2 कास्टर को कॉम्बी-कास्टर में परिवर्तित किया गया था।
विदित हो कि 14 मई 2024 को एसएमएस 3 के सीवी 2 कास्टर से हॉट ट्रायल के दौरान ब्लूम के पहली हीट का सफल उत्पादन किया गया था। एसएमएस 3 टीम से प्राप्त महत्वपूर्ण इनपुट के फलस्वरूप पहली हीट की सुचारू व सुरक्षित कास्टिंग संभव हुई, जिससे निर्बाध ट्रंाजिशन और सफल परिणाम सुनिश्चित हुए।
8 जून 2023 को मूलतः बीम ब्लैंक कास्टर के रूप में कमीशन किए गए कास्टर सीवी 2 को फिनिशिंग मिलों द्वारा बिलेट्स और ब्लूम्स की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कॉम्बी-कास्टर में परिवर्तित किया गया। सीवी 2 के कॉम्बी-कास्टर में रूपांतरण से संयंत्र की फिनिशिंग मिलों के इनपुट की मांग और बाहरी ग्राहकों आवष्यकताओं को कुशलतापूर्वक पूरा करने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि एसएमएस-3 से प्राप्त कास्ट बिलेट्स को मर्चेंट मिल, वायर रॉड मिल और मोडेक्स यूनिट बार एंड रॉड मिल में फिनिष्ड प्रोडक्ट्स में रोल किया जाता है। एसएमएस-3 से उत्पादित कास्ट ब्लूम्स को यूनिवर्सल रेल मिल में वांछित ग्रेड की रेल में रोल किया जाता है।
सीवी 2 के कॉम्बी-कास्टर में रूपांतरण की यह उल्लेखनीय उपलब्धि मेसर्स प्राइम मेटल्स और बीएसपी के प्रोजेक्ट्स डिपार्टमेंट और एसएमएस-3 की टीमों के संयुक्त प्रयासों से हासिल हुई। इन टीमों ने एक वर्ष से भी कम समय में सीवी 2 को सफलतापूर्वक कॉम्बी-कास्टर में परिवर्तित किया। यह रूपान्तरित कॉम्बी-कास्टर ब्लूम्स और बीम ब्लैंक्स दोनों का उत्पादन करने में सक्षम है।
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विदाई : सेवानिवृत्त पर बीएसपी प्रबंधन ने दी भावभीनी विदाई
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की सेवा से मई 2024 माह में सेवानिवृत्त हो रहे गैर-कार्यपालकों को 31 मई 2024 को महात्मा गांधी कलामंदिर में आयोजित समारोह में भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर उपस्थित भिलाई इस्पात संयंत्र की कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) सुश्री निषा सोनी, मुख्य महाप्रबंधक (कार्मिक) श्री संदीप माथुर, महाप्रबंधक (पर्सनल नाॅन-वर्क्स एवं माइन्स) श्री एस के सोनी द्वारा कार्मिकों को सेवानिवृत्ति आदेश प्रदान किया गया। भिलाई इस्पात संयंत्र में मई 2024 माह में कुल 135 कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए, जिसमें कुल 17 कार्यपालक, 118 गैर-कार्यपालक शामिल है। सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों में खदान बिरादरी के सदस्य भी शामिल हैं।
भिलाई इस्पात संयंत्र की सेवा से मई 2024 माह में सेवानिवृत्त हो रहे कार्यपालकों को विगत दिनों इस्पात भवन के निदेशक प्रभारी सभागार में आयोजित समारोह में भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता तथा कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री पवन कुमार ने कार्यपालकों को सेवानिवृत्ति आदेश प्रदान किया। श्री दासगुप्ता ने उनके कार्यकाल की सराहना करते हुए उनके स्वस्थ एवं उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न विभागों और खनिज नगरों में पदस्थ कुल 135 कर्मचारी अपनी लम्बी सेवा के बाद 31 मई 2024 को सेवानिवृत्त हुए। विदा होने वाले इस्पात बिरादरी को संयंत्र प्रबंधन ने उनके योगदान को रेखांकित करते हुए उनके स्वस्थ एवं सुखी जीवन की कामना की।
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रेल एवं स्ट्रेक्चरल मिल ने रियल ऑटोमेशन सिस्टम से मॉनिटरिंग करने की सफलता प्राप्त की
भिलाई इस्पात संयंत्र के रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल के सामने, रेलवे की ओर से लॉन्ग रेल के डिस्पैच आर्डर में बढोत्तरी होने के कारण, लॉन्ग रेल के उत्पादन को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की चुनौती उभर कर सामने आई है। इन चुनौतियों का सामना कर सफलता प्राप्त करने पर, रियल टाइम मॉनिटरिंग ऑटोमेशन सिस्टम की टीम को सम्मानित करने हेतु, 30 मई 2024 को आरएसएम सभागार में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। जिसका उद्घाटन समारोह, विभाग प्रमुख मुख्य महाप्रबंधक (आरएसएम एवं आरटीएस) श्री तीर्थंकर दस्तिदार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री एस चट्टोपाध्याय, महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री वी एस विनय कुमार, महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री एम के साहू, सहायक महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री सुजय कुमार सिंह एवं विभागीय सुरक्षा अधिकारी सहायक महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री सुनील कुमार शुक्ला की उपस्थिति में उपरोक्त सभी लोगों को उपहार एवं प्रसस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए समस्त क्रिटिकल उपकरणों को पहचानना एवं उनमें होने वाले डाउन टाइम को कम करना था। इसके लिए ये अत्यंत महत्वपूर्ण था कि ड्राइव एवं हाइड्रोलिक मोटर आयल लेवल पैरामीटर को लगातार मॉनिटर किया जाये एवं उसे समय से नियंत्रित किया जाये। रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल ने इंस्ट्रुमेंटेशन एवं ए एंड डी विभाग के साथ मिलकर, एक मोबाइल ऐप सॉफ्टवेयर की सहायता से क्रिटिकल उपकरणों जैसे ड्राइव एवं हाइड्रोलिक मोटर ऑयल के तापमान जैसे महत्वपूर्ण पैरामीटर को रियल टाइम में मॉनिटर करने में सफलता प्राप्त की।
प्रणाली की महत्ता को ध्यान में रखते हुए, विभाग प्रमुख मुख्य महाप्रबंधक (आरएसएम एवं आरटीएस) श्री तीर्थंकर दस्तिदार, महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री एस सोरते, महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री प्रशांत लाखे, महाप्रबंधक (ए एंड डी) श्री रविशंकर एवं महाप्रबंधक (इंस्ट्रुमेंटेशन) श्रीमती सिमी गोस्वामी के मार्गदर्शन मे प्रणाली को अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया।
इस कार्य को निष्पादित करने हेतु महाप्रबंधक (ए एंड डी) श्री भूपेंद्र जन्पंगी, महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री प्रशांत लाखे, महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री धुर्जती सिन्हा एवं उप महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री आर के पवार की अगुवाई में सहायक महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री अभिलाष गुप्ता, सहायक महाप्रबंधक (आरएसएम) श्री भूपेंद्र गौर, वरिष्ठ प्रबंधक (आरएसएम) श्री अवनीष मिश्रा, वरिष्ठ प्रबंधक (आरएसएम) श्री जी पी सोनी, प्रबंधक (आरएसएम) श्री निशांत सिंह, (ओसीटी) श्री पुरूषोत्तम कश्यप, (ओसीटी) श्री कुमार सौरभ, (ओसीटी) श्री फनिन्द्र वेलगा एवं (ओसीटी) श्री बैभव कुमार शामिल है।
उपरोक्त कार्य को निष्पादित करने में ए एंड डी एवं इंस्ट्रुमेंटेशन विभाग की उप महाप्रबंधक (ए एंड डी) सुश्री मीना नायक, सहायक महाप्रबंधक (इंस्ट्रुमेंटेशन) सुश्री गीता प्रसाद, सहायक महाप्रबंधक (इंस्ट्रुमेंटेशन) श्री पी के नंदा, वरिष्ठ प्रबंधक (ए एंड डी) श्री नीलेश कुमार जैन, प्रबंधक (ए एंड डी) श्री एस पी राजकुमार, प्रबंधक (ए एंड डी) श्री अंशुल गंगवार एवं सहायक प्रबंधक (ए एंड डी) श्री अर्चित रावत, सुश्री लक्ष्मी सोम, श्री वारा प्रसाद, श्री विकास कुमार, श्री दीपक कुमार महापात्रा, श्री विजय शंकर, श्री राहुल एवं श्री इशान कुमार का विशेष योगदान प्राप्त हुआ।
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