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छत्तीसगढ़ आसपास, संयंत्र की खबरें[ हर किसी की जिंदगी से जुड़ा हुआ है सेल ]
सेल ने नेशन बिल्डर्स – 2024 के बीच भारत के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ताओं में जगह बनाई
देश की महारत्न सार्वजनिक इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने नेशन बिल्डर्स – 2024 के बीच भारत के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ताओं में अपनी जगह बनाई है। सेल को यह मान्यता ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट – इंडिया’ द्वारा प्रदान किया गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सेल की राष्ट्र-निर्माण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की विरासत और मज़बूत भरोसे की कार्यसंस्कृति बनाने के प्रयासों को मान्यता प्रदान करता है। इससे पहले, सेल ने दिसंबर 2023 में ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट, इंडिया द्वारा दिसंबर 2023 से दिसंबर 2024 के लिए ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क’ प्रमाणन हासिल किया था।
आज़ादी के बाद, एक देश के तौर पर उभरने के शुरुआती सालों में सार्वजनिक क्षेत्र के तहत सेल के इस्पात संयंत्र राष्ट्र निर्माता रहे। देश को आत्मनिर्भर बनाने और तीव्रगति से औद्योगिकीकरण के लिए बुनियादी ढाँचा बनाने के लिए 50 और 60 के दशक में भारी पूंजीगत व्यय के साथ इस्पात संयंत्र स्थापित किए गए थे। इसके बाद, सेल और भारत में इस्पात क्षेत्र, लगातार आगे बढ़ते हुए दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश बन गया है। भारत की राष्ट्र निर्माण विकास गाथा में, सेल का स्थान गौरवपूर्ण है।
“ग्रेट प्लेस टू वर्क – इंडिया” ने कठोर मानदंडों को पूरा करने वाले संगठनों को सम्मानित करने के लिए इस महत्वपूर्ण पुरस्कार की स्थापना की है, जिनका मूल्यांकन स्वतंत्र तरीके से किया जाता है। सेल की ओर से यह पुरस्कार सेल के निदेशक (कार्मिक) श्री के के सिंह ने 19 जून, 2024 को मुंबई में आयोजित एक पुरस्कार समारोह में ग्रहण किया।
इस उपलब्धि की सराहना करते हुए सेल के अध्यक्ष श्री अमरेंदु प्रकाश ने कहा, “ग्रेट प्लेस टू वर्क -इंडिया द्वारा प्रदान किया गया यह सम्मान हमारे लिए बेहद खुशी और गौरव की बात है। यह पुरस्कार सेल के कार्मिकों की वर्षों की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। यह सम्मान हमें और भी बेहतर करने का आत्मविश्वास देता है।”
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ग्राम पिपरछेड़ी में बीएसपी सीएसआर द्वारा आयोजित त्रैमासिक ड्राई फ्लावर प्रशिक्षण का समापन
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग के तत्वाधान में, महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत, ग्राम पिपरछेड़ी में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के सहयोग से त्रैमासिक ड्राई फ्लावर प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। तीन माह से चल रहे इस प्रशिक्षण का समापन 19 जून 2024 को महाप्रबंधक (डब्ल्यूआरएम) श्रीमती अनुपमा कुमारी के मुख्य अतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
ड्राई फ्लावर प्रशिक्षण के समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री शिवराजन, प्रबंधक (छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड) श्री केहरी, वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री सुशील कामड़े उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती अनुपमा कुमारी ने प्रशिक्षणार्थियों द्वारा बनाए गए कृतियों की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साह वर्धन किया। उन्होंने कहा कि इन कलाकृतियों को आकर्षक फ्रेमिंग कराकर आप इनको व्यवसायिक रूप से अच्छी तरह से मार्केट में बेच सकती हैं एवं अपनी आमदनी को बढ़ा सकती हैं।
कार्यक्रम का संचालन उप प्रबंधक (सीएसआर) श्री के के वर्मा द्वारा तथा संयोजन सहायक (सीएसआर) श्री बुधेलाल, श्री शरद कुमार साहू एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के श्री नितेश कुमार द्वारा किया गया।
इस प्रशिक्षण के तहत प्रशिक्षिका श्रीमती लता चक्रदेव द्वारा गांव की महिलाओं को तीन महीने तक ड्राई फ्लावर शिल्प प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में ग्राम पीपरछेड़ी की कुल 30 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के साथ ही प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को 3,000 रुपये प्रतिमाह प्रशिक्षण भत्ता (स्टाइपेंड) भी प्रदान किया गया।
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भिलाई इस्पात संयंत्र में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा 10वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून, 2024 को भिलाई निवास के बहुउद्देशीय सभागार में प्रातः 7.30 बजे से 8ः30 बजे तक योगाभ्यास का मुख्य आयोजन किया जायेगा। इस योगाभ्यास में बीएसपी के अधिकारी, कर्मचारी और स्कूली बच्चे भाग ले रहे है। इस वर्ष भिलाई इस्पात संयंत्र, “योग-स्वयं और समाज के लिए” विषय पर केंद्रित अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाएगा। इसके साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न विभागों में भी योगाभ्यास कराया जायेगा।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य स्वास्थ्य, आध्यात्मिक विकास और वैश्विक शांति के लिए योग को बढ़ावा देना है। योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है। भारत की इस प्राचीन योग प्रथा को शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक कल्याण और आध्यात्मिक विकास पर इसके गहन प्रभाव के लिए सम्पूर्ण विश्व में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे स्वीकारा गया है। योग, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य, विचार, संयम और स्फूर्ति प्रदान करने करने में सहायक है।
योग सभी के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है। योग दिवस के अवसर पर योगाभ्यास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय सभी के समग्र कल्याण में योग की भूमिका पर जोर देती है और प्रत्येक व्यक्ति के जीवन पर योग के परिवर्तनकारी प्रभाव को बढ़ावा देती है। कर्मचारियों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थता हेतु आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम में भिलाई इस्पात संयंत्र बिरादरी के सदस्य सादर आमंत्रित है। इस दिन योग के प्रमुख आसनों, प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराया जाएगा। भारत की योग पद्धति को आज विश्व में अनेक देशों द्वारा मान्यता दी जा चुकी है। वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी।
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