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छत्तीसगढ़ आसपास, संयंत्र की खबरें[ हर किसी की जिंदगी से जुड़ा हुआ है सेल ]
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष ने भिलाई का दौरा किया
सेल-बीएसपी प्रबंधन के साथ की बैठक अध्यक्ष (राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग) श्री हंसराज गंगाराम अहीर ने छत्तीसगढ़ राज्य के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे के दौरान 28 जून 2024 को भिलाई का दौरा किया। श्री हंसराज अहीर के साथ सलाहकार (राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग) श्री राजेश कुमार ने भिलाई निवास में निदेशक प्रभारी (सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र) श्री अनिर्बान दासगुप्ता, कार्यपालक निदेशकगण और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण नीतियों के कार्यान्वयन और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) व अन्य संगठनों में अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए किए गए कल्याणकारी उपायों के विषय पर बैठक की।
श्री हंसराज अहीर, अध्यक्ष (राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग) की अध्यक्षता में हुई बैठक में, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों में, सीईओ (जिला पंचायत, दुर्ग) श्री अश्विनी देवांगन, डीप्टी कमिश्नर (छत्तीसगढ़ आदिम जाति और अनुसूचित जाति विभाग) श्री प्रज्ञान सेठ, सहायक आयुक्त (छत्तीसगढ़ आदिम जाति और अनुसूचित जाति विभाग) श्री हेमंत सिन्हा, निदेशक (औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, दुर्ग) श्री आशुतोष पाण्डेय शामिल हैं।
इस बैठक में बीएसपी प्रबंधन की तरफ से कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बी के गिरी उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र और सेल-चंद्रपुर फेरो अलॉय संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों में, मुख्य महाप्रबंधक (एचआर) श्री संदीप माथुर, सेफी के चेयरमैन और अध्यक्ष (ओए-बीएसपी) श्री एन के बंछोर, महासचिव (ओए-बीएसपी) श्री परविंदर सिंह, मुख्य महाप्रबंधक (एफ एंड ए-सेल-सीएफपी, चंद्रपुर) श्री बीएम मोहरकर, मुख्य महाप्रबंधक (एचआर- सीएफपी, चंद्रपुर) श्री विश्वनाथ बी, महाप्रबंधक (एचआर-आईआर एंड सीएलसी) श्री जे एन ठाकुर, महाप्रबंधक (बीई) श्री एम के दुबे, महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री शिवराजन नायर, महाप्रबंधक (एचआर-ईडी, सचिवालय) श्री एच शेखर, महाप्रबंधक (एचआर-डीआईसी, सचिवालय) श्री अतुल नौटियाल बैठक में उपस्थित थे।
प्रारंभ में, बैठक के एजेंडे और महत्व पर संक्षिप्त जानकारी दी गई। उप प्रबंधक (एचआर, एस जेड-1) सुश्री शालिनी चौरसिया ने ओबीसी के लिए आरक्षण नीति के क्रियान्वयन, अन्य संबंधित विषयों एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के निष्पादन और विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा हुई। जिसके अवलोकन के पश्चात विभिन्न गतिविधियों पर विचार-विमर्श किया गया। विदित हो कि अध्यक्ष (राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग) श्री हंसराज गंगाराम अहीर के साथ आईएएस, सचिव श्री आशीष उपाध्याय और सलाहकार (राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग) श्री राजेश कुमार भी 28 से 29 जून 2024 तक छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं।
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“इट इज़ वन अर्थ वन फैमली एंड देयर्स ओनली वन फ्यूचर”: सेल अध्यक्ष श्री अमरेंदु प्रकाश
स्वीडन का 5वें ‘एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन’ सेमिनार
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अध्यक्ष श्री अमरेंदु प्रकाश को स्वीडन में “एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन” के 5वें संस्करण में विशिष्ट वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। श्री अमरेंदु प्रकाश ने 25 जून 2024 को उप्साला विश्वविद्यालय – कैंपस गोटलैंड, विस्बी, स्वीडन में आयोजित सेमिनार में भारत से उद्योग विशेषज्ञ के रूप में पैनल चर्चा में भाग लिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन सम्बंधित विभिन्न विषयों पर वैश्विक सहयोग बढ़ाने के लिए विविध रणनीतियों पर अपनी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की।
“एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन” के 5वें संस्करण का विषय “संबंध फॉर क्लाइमेट” है, जिसमें “संबंध” के लिए हिंदी और स्वीडिश शब्दों को मिलाकर वैश्विक चुनौतियों, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में सहयोगात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
पैनल चर्चा के दौरान अपने संबोधन में सेल के चेयरमैन श्री अमरेंदु प्रकाश ने कहा, कि जलवायु परिवर्तन एक ऐसी चीज है जो आपके चेहरे के रंग को नहीं देखती, इसकी कोई सीमा नहीं है। यदि वैश्विक तापमान बढ़ रहा है तो इसका असर यूरोप, भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका पर भी पड़ेगा। जलवायु परिवर्तन अप्रत्याशित है और यह सभी को प्रभावित करेगा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसके लिए हमने अतीत में क्या किया या हम भविष्य में क्या करने जा रहे हों। मानवता के लिए सामूहिक रूप से इस चुनौती से निपटने का यह सही समय है। डीकार्बोनाइजेशन कंपनी की प्राथमिकता सूची में नहीं है, बल्कि हमारी कंपनी सेल में डीकार्बोनाइजेशन को अस्तित्व का प्रश्न घोषित किया गया है। श्री अमरेंदु प्रकाश ने कहा, यह अस्तित्व का प्रश्न है, व्यवसाय की प्राथमिकता नहीं। यही कारण है कि हम एक-दूसरे के साथ सहयोग करने और चर्चा करने के लिए यहां आए हैं, क्योंकि यही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है। सबसे पहले, डीकार्बोनाइजेशन को परिभाषित करने की जरूरत है और विशेष रूप से इस्पात उद्योग के संबंध में, इसके लिए सबसे पहले हमें ऊर्जा की खपत को कम करने और नई तकनीकों का उपयोग करने के तरीकों की तलाश करने की जरूरत है, ताकि केवल व्यावसायीकरण न किया जाए बल्कि इसे सभी के साथ साझा भी किया जा सके। जिससे जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौती से सामूहिक रूप से निपटा जा सके, क्योंकि यह एक पृथ्वी, एक परिवार है और इसका केवल एक ही भविष्य है।
इस कार्यक्रम में विचारोत्तेजक पैनल चर्चाएं, क्लाइमेट एक्शन इनोवेशन पर प्रस्तुतियां शामिल थीं। जिसमें दोनों देशों के थॉट लीडर्स, उद्योग विशेषज्ञ और शिक्षाविद शामिल थे। स्वीडन में 5वें ‘एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन’ सेमिनार में प्रतिष्ठित वक्ताओं में स्वीडन और लातविया में भारत के राजदूत श्री तन्मय लाल, भारत में स्वीडन के राजदूत श्री जान थेस्लेफ का संबोधन सेमिनार में सुनाया गया। मंत्री के राज्य सचिव (जलवायु और उद्यम मंत्रालय, स्वीडन) श्री डैनियल वेस्टलेन, अध्यक्ष (थर्मैक्स लिमिटेड) श्रीमती मेहर पुदुमजी तथा अन्य सम्मानित व्यक्ति शामिल थे।
“एंगेजिंग इंडिया एट अल्मेडालेन” कार्यक्रम में, श्री अमरेंदु प्रकाश की उपस्थिति ने न केवल सेल के पहललूओं को प्रदर्शित किया, बल्कि ‘ग्रीन एंड मोर सस्टेनेबल फ्यूचर’ के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने में भारत की अहम भूमिका को और भी मजबूत किया है। श्री प्रकाश की भागीदारी इस्पात उद्योग में सस्टेनेबल प्रैक्टिस के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और वैश्विक जलवायु लक्ष्यों में इस्पात उद्योग के योगदान देने के प्रयासों को उजागर करती है।
आधिकारिक तौर पर यह कार्यक्रम अल्मेडालेन सप्ताह के हिस्से के रूप में 2019 में शुरू किया गया। यह कार्यक्रम थॉट लीडर्स, उद्योग विशेषज्ञ, शिक्षाविदों, सरकारों और उद्योगों के लिए यह बहु-विषयक मंच, विकास, नवाचार के विचारों और ज्ञान-साझाकरण से संबन्धित, आदान-प्रदान और सहयोग करने का लक्ष्य रखता है। यह कार्यक्रम, ‘स्वीडिश और भारतीय नवाचार पारिस्थितिकी तंत्रों के बीच सहयोग, किस तरह से स्थिरता के लिए नए दृष्टिकोण, रूपरेखा और समाधान को बढ़ावा दे सकता है और जो सभी के लिए उपलब्ध हो’ इस बात पर ध्यान केंद्रित करते हुए आयोजित किया गया। यह प्रतिष्ठित मंच जलवायु कार्रवाई, संधारणीय विकास और सहयोगी नवाचार जैसे वैश्विक विषयों के लिए सहयोगी मार्गों और अभिनव समाधानों पर चर्चा करने के लिए प्रभावशाली आवाज़ों को एक साथ लाता है।
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भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा अवैध कब्जाधारियों के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही
भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रवर्तन विभाग, नगर सेवाए तथा जिला प्रशासन और भिलाई नगर पालिक निगम द्वारा कार्यपालक मजिस्ट्रेट और भारी पुलिस बल की उपस्थिति में सेक्टर-6 तथा सेक्टर-05, में अवैध कब्जेधारी के विरुद्ध बड़ी और सशक्त कार्यवाही किया गया।
इस्पात नगरी के सेक्टर-6, St-31, Block-1 के कुल 17 आवास अवैध कब्जेधारियों को खदेड़ कर बिल्डिंग को पार्शियल डेमोलिशन यानी तोड़ा गया। इस कार्यवाही के दौरान पाया गया कि एक लीज आवास में अवैध हॉस्टल चलाया जा रहा था जिसे भी खाली करवा कर जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया हैं। उसके उपरांत आवास नम्बर -1A, St-13, Sector-5 के आवास को भी अवैध कब्जेधारी से खाली करवाकर सील किया गया। उक्त आवास पर कार्यवाही में पुलिस बल द्वारा पिस्तौल, चाकू, गोली आदि हथियार जप्त किया गये। कार्यवाही के दौरान भारी पुलिस बल तथा कार्यपालक मजिस्ट्रेट भी उपस्थित थे।
कार्यवाही के दौरान अनफिट ब्लॉक में खिड़की, दरवाजे निकाल लिया गया, टॉयलेट तथा सीढ़ी को तोड़ दिया गया ताकि उसका अवैध कब्जाधारियों द्वारा उपयोग न किया जा सकें। कार्यवाही किए गए सभी आवासों से अवैध बिजली कनेक्शन भी निकाला गया। आज की गई कार्यवाही के दौरान भिलाई इस्पात संयंत्र, जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस बल सहित 200 से अधिक लोग सम्मिलित थे।
भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवा विभाग ने कहा है कि अवैध कब्जेधारी और भू माफियाओं के विरुद्ध आगे भी कार्यवाही जारी रहेगा।
संयंत्र प्रबंधन द्वारा अवैध कब्जाधारियों के विरुद्ध की गई अब तक की कार्यवाही में यह एक प्रमुख और महत्वपूर्ण कार्यवाही थी। इस सशक्त कार्यवाही से संयंत्र ने भूमाफिया और कब्जेधारियों के विरुद्ध अपने सुदृढ़ निर्णय को प्रदर्शित किया है।
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