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छत्तीसगढ़ आसपास, संयंत्र की खबरें[ हर किसी की जिंदगी से जुड़ा हुआ है सेल ]
बीएसपी में सुरक्षा जागरूकता हेतु पांचवे लार्ज ग्रुप इंटरेक्शन (एलजीआई) का सफल आयोजन
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में सुरक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग द्वारा 19 जुलाई 2024 को एचआरडी केंद्र के मुख्य सभागार में एक विशेष कार्यक्रम पांचवे लार्ज ग्रुप इंटरेक्शन (एलजीआई) का आयोजन किया गया| कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक (पावर फैसिलिटी) श्री राजीव पाण्डेय समेत विशेष अतिथि मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा और अग्निशमन सेवाएँ) एवं विभाग प्रमुख श्री प्रवीन राय भल्ला उपस्थित रहे। इसके अलावा कार्यक्रम में कुल 87 अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में वरिष्ठ प्रबंधक (सुरक्षा) श्री अजय टल्लू द्वारा सुरक्षा की शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान, मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक (पावर फैसिलिटी) श्री राजीव पाण्डेय ने सुरक्षा के प्रति ठेका श्रमिकों के दृष्टिकोण को प्रभावित करने में बीएसपी कर्मचारियों की सकारात्मक भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी विभागों को अपने कर्मचारी साथियों में सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर विशेष जोर दिया तथा संगठन के प्रत्येक स्तर पर “सुरक्षा प्रथम” की मानसिकता अपनाने का सुझाव दिया।
विशेष अतिथि श्री प्रवीन राय भल्ला ने अपने उद्बोधन में भिलाई इस्पात संयंत्र के सुरक्षा ढांचे के विषय में समूह को संबोधित किया और आपसी संवाद की भूमिका को रेखांकित किया। महाप्रबंधक (सुरक्षा) श्री जे. तुलसीदासन तथा सहायक प्रबंधक (सुरक्षा) श्री अभिषेक सिंह द्वारा टूल बॉक्स टॉक, नियर मिस की घटनाएँ, परमिट टू वर्क तथा परिस्थिति प्रबंधन आदि के विषय पर सविस्तार चर्चा की गई।
यह सहयोगात्मक पहल हितधारकों के लिए विचारों, रणनीतियों एवं सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करने के लिए एक मंच प्रदान करती है, जो सुरक्षा उत्कृष्टता के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र की अटूट प्रतिबद्धता को प्राप्त करने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों को रेखांकित करती है।
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बीएसपी द्वारा अवैध कब्जाधारियों, बैनर पोस्टर हटाने तथा डेंगू हेतु निरंतर प्रयास जारी
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएँ विभाग द्वारा, अवैध कब्जाधारियों से आवासों को खाली कराने, अवैध बैनर पोस्टर हटाने के लिए लगातार कार्यवाही की जा रही है। साथ ही साथ भिलाईवासियों के स्वास्थ्य के प्रति सजग बीएसपी द्वारा डेंगू के विरूद्ध निरंतर सघन अभियान प्रारंभ कर दिया गया है।
अवैध आवासों को कराया खाली एवं 45 कब्जेधारियों को किया बेदखल:
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएँ विभाग के प्रवर्तन अनुभाग द्वारा लगातार कार्यवाही जारी रखते हुए, 20 जुलाई 2024 को भी माननीय संपदा न्यायालय के आदेश पर कोतवाली थाना, भिलाई नगर, पुलिस बल की सहायता से अवैध कब्जेधारियों पर बड़ी कार्यवाही की गई। इस कार्यवाही में 45 अवैध कब्जेधारियों को बेदखल किया गया, जिसमें 14 डिक्री आवास शामिल है। माननीय संपदा न्यायालय के आदेश पर अब तक 299 डिक्री आवास रिक्त कराया गया है तथा 556 आवास से अवैध कब्जेधारियों को बेदखल किया गया है। इन बीएसपी आवासों को अवैध रूप से कब्जा कर दलालों द्वारा किराया वसूली भी किया जा रहा था। इन आवासों में विद्युत-जल आपूर्ति को बंद कर, दरवाजे खिड़कियों को निकाल दिया गया है। साथ ही सिविल विभाग द्वारा पार्शियल डिमोलिशन (आंशिक रूप से ध्वस्त) करना शुरू कर दिया गया है। अवैध कब्जेधारी, भू माफियाओं और दलालों के विरुद्ध बीएसपी प्रबंधन द्वारा कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी तथा आवश्यकतानुसार वैधानिक कार्यवाही भी की जाएगी। बीएसपी आवासों में अवैध रूप से रहने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध भी आदेश जारी कर कार्यवाही की जाएगी।
400 अवैध बैनर पोस्टर को हटाया गया:
बीएसपी प्रबंधन द्वारा अवैध बैनर पोस्टर को हटाने के लिए भी लगातार कार्यवाही की जा रही है। भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएँ विभाग के प्रवर्तन अनुभाग द्वारा, सेंट्रल एवेन्यू में मुर्गा चौक से लेकर सेक्टर-09 चौक तक सारे अवैध बैनर पोस्टर निकाले जा रहे हैं। इसके तहत 400 अवैध बैनर पोस्टर को हटाया गया। इस मामले में बीएसपी प्रबंधन किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं करेगी ना ही किसी को कोई छूट दी जायेगी। पुलिस बल के उपस्थिति में बीएसपी टाउनशिप के विभिन्न सेक्टरों में प्रबंधन द्वारा अवैध कब्ज़ा के साथ-साथ अवैध बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स को भी हटाया जा रहा है। बिना अनुमति के निर्माण, शेड बनाना, क्वार्टरों पर अवैध कब्जा करने के साथ ही देखा जा रहा है कि इस्पात नगरी भिलाई के सौंदर्य को भी क्षति पहुचाई जा रही है। जगह जगह होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर, वाल पेंटिंग आदि के माध्यम से अवैध रूप से प्रचार किया जा रहा है, यह पूर्णतः गलत है। बिना अनुमति के इस्पात नगरी या बीएसपी क्षेत्र में फ्लेक्स, पोस्टर, होर्डिंग्स आदि लगाना या किसी भी प्रकार की प्रचार सामग्री को लगाना दंडनीय और गैरकानूनी है। इससे संयंत्र की शासकीय सम्पत्ति को क्षति पहुँचती है तथा इस्पात नगरी के सौंदर्य को नुकसान होता है।
इस्पात नगरी में डेंगू रोकथाम और नियंत्रण हेतु अभियान जारी:
मानसून मानसून की बारिश और उमस भरी गर्मी अनेक तरह की बीमारियां लेकर आती हैं। इस मौसम के दौरान विभिन्न कीटाणुओं और विषाणुओं के संपर्क में आने का खतरा होता है, जिनकी ओर ध्यान न देने पर गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। मानसून के इन्हीं खतरों के दृष्टिगत भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग का जनस्वास्थ्य अनुभाग, जिला मलेरिया विभाग, दुर्ग के साथ मिलकर इन बीमारीयों से सुरक्षा हेतु शहरवासियों को जागरूक करने का निरंतर प्रयास कर रहा है। इसके अंतर्गत 19 जुलाई 2024 को भिलाई नगर पालिक निगम की सहायता से टाउनशिप में सस्पेक्टेड डेंगू प्रभावित घरों तथा आसपास के क्षेत्रों में फॉगिंग करवाया गया। इस सर्वे के साथ जल एकत्र होने वाले स्थानों की सफाई एवं वहाँ दवाइयों का छिड़काव कर और टेमीफॉस दवा का वितरण भी किया जा रहा है। बीएसपी का जन स्वास्थ्य विभाग, जिला मलेरिया विभाग, दुर्ग के साथ मिलकर उनके प्रशिक्षित कर्मचारियों के सहयोग से घर-घर सर्वेक्षण, दवाइयों के वितरण और छिड़काव आदि के कार्य के साथ इस्पात नगरी के नागरिकों को इसके लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
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प्लेट मिल में आपदा प्रबंधन अभ्यास हेतु मॉक ड्रिल का आयोजन
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र का प्लेट मिल फैक्ट्री के नियमों के अनुसार एक संवेदनशील प्लांट है और इसलिए वैधानिक नियमों के अनुसार, प्लेट मिल में हर साल आपदा प्रबंधन के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जाती है। इसके अंतर्गत, प्लेट मिल विभाग में 19 जुलाई 2024 को आपदा प्रबंधन को मजबूती प्रदान करने और आकस्मिक आपदा से निपटने हेतु, दुर्घटना के दौरान बचाव कार्य से लेकर दुर्घटना पर काबू पाने जैसे कार्यों को मॉक ड्रिल के माध्यम से प्रोटोकाल की पुष्टि के लिए योजनाबद्ध अभ्यास का आयोजन किया गया था। प्लेट मिल में पिछली मॉक ड्रिल 27 जून 2023 को आयोजित की गई थी।
विदित हो कि प्रत्येक विभाग में आकस्मिक आपदा से निपटने हेतु प्रोटोकॉल बनाये गए हैं। इस प्रोटोकॉल की जांच हेतु समय-समय पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है। साथ ही इस मॉक ड्रिल की गोपनीयता बनाये रखी जाती है, जिससे घटना की गंभीरता को प्रोटोकॉल के अनुरूप की जाने वाली कार्यवाही को सही रूप में परखा जा सके।
इस अभ्यास के दौरान बीएसपी के सीआईएसएफ, फायर ब्रिगेड, सेफ्टी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, एमएमपी-1, सिविल डिफेन्स तथा गैस सेफ्टी तथा प्लेट मिल के कार्मिकों व अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए मॉक ड्रिल में भाग लिया।
प्लेट मिल में आग लगने की स्थिति से निपटने के लिए, आपदा प्रबंधन अभ्यास में 19 जुलाई 2024 को सुबह 11 बजे शॉप्स की आपातकालीन तैयारी योजना की जांच के लिए मॉक ड्रिल की गई। जहाँ आग की स्थिति उत्पन्न होने पर सभी एजेंसियां घटना स्थल पर पहुंची और पीड़ित को बचाया।
एसटीएस-2 के कन्वेयर स्तर पर रखरखाव के काम के लिए 7 व्यक्तियों का एक समूह गया था। गैस कटिंग के दौरान आग लग गई और आसपास फैल गई। जिसमें 2 व्यक्ति श्री धर्मेंद्र कुमार (एसडब्ल्यू) और श्री जितेंद्र कुमार सिंह (एसएसडब्ल्यू) धुएं के कारण बेहोश हो गए। स्थिति को सायरन बजाकर आपातकाल घोषित किया गया और सभी संबंधित बचाव एजेंसियों को सूचित कर उन्हें बुलाया गया। सभी संबंधित एजेंसियों ने मौके पर पहुंचकर बचाव गतिविधियां प्रारंभ की और अंदर फंसे हुए व्यक्तियों को बाहर निकालकर आवश्यक प्रथमोपचार प्रदान कर, उपचार हेतु पीड़ितों को एम्बुलेंस के माध्यम से मेन मेडिकल पोस्ट भेजा गया, जहां उनका इलाज किया गया और आवश्यक चिकित्सकीय सुवेधएं प्रदान की गई। इस दौरान विभिन्न कार्यवाही को प्रोटोकाल के अनुरूप अंजाम दिया गया।
विभागीय सुरक्षा अधिकारी के साथ अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर नियंत्रण अपने हाथ में लिया और अन्य प्रारंभिक गतिविधियाँ शुरू कर दीं। इसके पश्चात, घटना के मुख्य नियंत्रक मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल) श्री आर के बिसारे मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में करने एवं पुनः संचालन सम्बन्धी सभी एजेंसियों से आवश्यक जानकारी ली।
आपदा प्रबंधन अभ्यास पूरा होने के बाद टिप्पणियों और कार्यप्रणाली पर चर्चा करने तथा सभी एजेंसियों को धन्यवाद देने के लिए श्री आर के बिसारे द्वारा एक समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई। बैठक में सभी विभागों का आभार व्यक्त किया और हमेशा सतर्क और सजग रहने की अपील की गई।
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सेल ने अनुसंधान एवं विकास में सहयोग के लिए आईआईटी, कानपुर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया
इस्पात मंत्रालय के मार्गदर्शन में सेल ने आईआईटी कानपुर के साथ अनुसंधान एवं विकास और परामर्श अध्ययन में सहयोग को बढ़ावा देने, शैक्षणिक सामग्री और प्रकाशनों का आदान-प्रदान करने, संयुक्त अनुसंधान करने, संयुक्त प्रस्ताव प्रस्तुत करने आदि के लिए 19 जुलाई 2024 को एमओयू (समझौता ज्ञापन) साइन किया। इस समझौता ज्ञापन पर भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के सचिव श्री नागेंद्र नाथ सिन्हा, आईआईटी कानपुर के निदेशक श्री मनिंद्र अग्रवाल, सेल के अध्यक्ष श्री अमरेन्दु प्रकाश की उपस्थिति में हस्ताक्षर किया गया। सेल और आईआईटी, कानपुर की ओर से आरडीसीआईएस, सेल के कार्यपालक निदेशक श्री संदीप कुमार कर और आईआईटी कानपुर के उप निदेशक और डीन (आरएंडडी) प्रोफेसर श्री तरुण गुप्ता ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। सेल और आईआईटी कानपुर की टीम इस महत्वपूर्ण अवसर पर मौजूद थी।
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सामान्य पाली के दौरान कार्मिकों की सुविधा हेतु फाॅरेस्ट एवेन्यु मार्ग एकांगी मार्ग घोषित
भिलाई इस्पात संयंत्र ने 1जुलाई, 2024 से अपने सभी कार्मिकों की उपस्थिति फेस रिकग्निशन बायोमेट्रिक सिस्टम से दर्ज करना शुरू किया है। इस फेस रीडिंग अटेंडेंस सिस्टम में समय पर अटेंडेंस लगा सके इसके लिए संयंत्र प्रबंधन ने आवागमन को सुगम बनाने और दुर्घटनाओं को रोकने की दृष्टि से फाॅरेस्ट एवेन्यू के यातायात को एकांगी बनाने का निर्णय लिया है। 22 जुलाई, 2024, सोमवार से यह व्यवस्था प्रभावशील रहेगी।
सामान्य पाली के दौरान समय पर कार्यस्थल पर पहुंचने और अटेंडेंस लगाने की हड़बड़ी रहती है और इस आपाधापी में दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। संयंत्र प्रबंधन ने सभी की सुविधा और समय पर सुरक्षित रूप से अटेंडेंस लगा सके इसके लिए पुुलिस प्रशासन से चर्चा कर आवागमन को सुगम बनाने के लिए जेपी सीमेंट चैक से बोरिया गेट होते हुए इस्पात भवन तक के मार्ग को एकांगी घोषित किया है। प्रातः 8.30 से 9.15 बजे तक यह मार्ग एकांगी मार्ग रहेगा। 9.15 बजे के बाद यह मार्ग दोनों ओर से यातायात के लिए खुला रहेगा। फेस रिकग्निशन बायोमेट्रिक सिस्टम की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए प्रबंधन लगातार प्रयास कर रहा है। यह देखा गया कि सही समय पर कार्य की जगह पर पहुंचने के लिए लोग हड़बड़ी भी कर रहे है जिससे सड़क दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है।इसे देखते हुए बी एस पी प्रबंधन कार्मिकों की सुरक्षा के लिए समुचित प्रबंध कर रहा है। इस सिस्टम के तहत महीने के सभी दिनों में 5 मिनट विलंब और 9 दिन 15 मिनट विलंब से अटेंडेंस लगा सकने को मान्यता दी गयी है। आवश्यक कार्य, इमरजेंसी इत्यादि के कारण इससे अधिक के विलंब को कार्मिक के रिपोर्टिंग अधिकारी उपस्थिति प्रमाणित कर सकते हैं। संयंत्र प्रवेश एवं निकास के लिए अधिक संख्या में सीआईएसएफ के कर्मी ड्यूटी पर लगाए गए हैं ताकि चेकिंग में लगने वाले समय को भी कम किया जा सके। इसके साथ ही प्रवेश के लिए अधिक गैलरियां खोली गई है ताकि कम समय में अधिक लोग प्रवेश या निकास कर सकें। इस व्यवस्था से कार्यक्षेत्र में कार्मिकों एवं ठेका श्रमिकों की उपस्थिति निर्धारित समय पर संभव हो सकेगी। साथ ही ठेका श्रमिकों को पूर्ण वेतन भुगतान प्रबंधन में मदद मिलेगी।
यूनियनों और कार्मिकों ने सड़क सुरक्षा के संबंध में प्रबंधन के समक्ष अनेक उपाय और सुझाव रखे थे। इन पर गंभीरता से विचार करने के बाद प्रबंधन ने पुलिस प्रशासन से चर्चा कर आवागमन को सुगम बनाने और संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सबसे अधिक यातायात वाले सामान्य पाली के समय मे बोरियागेट से प्रवेश करने वाले वाहनों के लिए प्रातः 8.30 से 9.15 बजे तक जे पी सीमेंट से इस्पात भवन की ओर जाने वाले फारेस्ट एवेन्यू मार्ग को एकांगी घोषित किया है। 9.15 के बाद मार्ग दोनों ओर के यातायात के लिए तथा संयंत्र जाने वाली ट्रकों के आवागमन के लिए खुले रहेंगे। इस नई व्यवस्था के व्यापक प्रचार-प्रसार के प्रयास किए जा रहे हैं। विभिन्न प्रचार तंत्रों के माध्यम से इस सूचना को कार्मिकों तक पहुंचाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त सभी प्रमुख यूनियनों को भी उक्त व्यवस्था की सूचना दी जा रही है ताकि कार्मिकों तक शीघ्र यह सूचना पहुंचे। सड़कों पर इस नई व्यवस्था से सम्बंधित बोर्ड्स भी लगवाए जा रहे हैं। बोरिया गेट तथा मैत्री स्तंभ इस्पात भवन के पास वरिष्ठ अधिकारी, आईआर विभाग और सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों व कार्मिकों की तैनाती होगी ताकि वे संयंत्र आने वाले कार्मिकों को समुचित सुविधा उपलब्ध करा सकें। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन से भी यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के लिए आवश्यक सहयोग मांगा गया है । प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग प्राप्त हो रहा है। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन इस व्यवस्था के लागू होने से कर्मचारियों के सुरक्षित आवागमन को लेकर आश्वस्त है।
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