- Home
- Chhattisgarh
- न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति द्वारा आयोजित 40 वें वर्ष का श्री गणेश पूजा पंडाल ‘पर्यावरण सरंक्षण’ की थीम पर बनकर तैयार : समिति के अध्यक्ष श्रीनिवास राव ने बताया कि…
न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति द्वारा आयोजित 40 वें वर्ष का श्री गणेश पूजा पंडाल ‘पर्यावरण सरंक्षण’ की थीम पर बनकर तैयार : समिति के अध्यक्ष श्रीनिवास राव ने बताया कि…
छत्तीसगढ़ आसपास [भिलाई विद्यालय, सेक्टर-दो मैदान से] :
‘न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति’ के अध्यक्ष श्रीनिवास राव ने क हा कि-
इस बार ‘भिलाई विद्यालय’ सेक्टर-2 के पास पर्यावरण सरंक्षण की थीम, ट्री वेस्ट से बना भव्य पंडाल, विराजे 16 फीट के गणपति न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति सेक्टर-2 द्वारा हर बार की तरह इस बार भी आकर्षक व भव्य पंडाल का निर्माण किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान को जीवंत करते हुए पर्यावरण संरक्षण की थीम पर भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है। पंडाल बनाने में ट्री वेस्ट से लेकर पत्तल व चटाई जैसी वस्तुओं का इस्तेमाल किया गया है। देखने में बेहद ही आकर्षक इस पंडाल में 16 फीट के गणपति विराजमान है जिनकी शनिवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर प्रतिष्ठा की जाएगी। पूजन का संपूर्ण कार्य पंडित संदीप तिवारी के देखरेख में संपन्न होगा.
न्यू आजाद गणेश उत्सव समिति, सेक्टर 2 के 40 वें वर्ष में थीम “एक पेड़ मां के नाम” पर झांकी बनायी गयी है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्यावरण संरक्षण के आवाहन के अनुरूप है। समिति अध्यक्ष जे. श्रीनिवास राव व उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि बढ़ती गर्मी और पर्यावरणीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, इस वर्ष का थीम पेड़ों के संरक्षण पर आधारित है 7 सितंबर को 16 फीट के गणेश प्रतिमा की स्थापना होगी।
उन्होंने कहा कि पंडाल को तीन भागों में विभाजित किया है। पहला भाग वन देवी को, दूसरा वन देवता को, और तीसरा भगवान गणपति को समर्पित है। यह पहल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है। समिति के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि पंडाल की साज सजावट में उपयोग में लाए गए सारे सामान जंगल एवं खेत से जुड़े हैं। धान, गेहूं व सरसों की बाली, जंगली फुल व कंदमूल, कमल गट्टा, केले का छिलका, पपीता के पेड, भोजन में उपयोग आने वाले पत्तल, बास की चटाई, गिलोय, सहित अन्य प्राकृतिक संसाधनों से पंडाल की झांकी निर्माण की गई है। उन्होंने बताया कि डेढ़ माह पूर्व से कोलकाता के 60 कारीगर द्वारा इन झांकी का निर्माण कर रहे थे। संसाधन एवं सामग्री भी कोलकाता से लाई गई है पंडाल आज मुर्त रूप ले चुका है।
समिति के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह, गोपाल राव व अन्य पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता के माध्यम से बताया कि सेक्टर-2 में हर वर्ष कुछ न कुछ नया किया जाता है। न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति भव्य गणपति उत्सव के लिए विख्यात है। विगत 40 वर्षों से यहां पर गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस साल पर्यावरण सरंक्षण की थीम पर पंडाल बनाया गया है। पंडाल के भीतर 16 फीट के गणपति विराजमान होंगे। दर्शानार्थियों की भीड़ को देखते हुए समिति द्वारा सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
पर्यावरण को दे रहे बढ़ावा
सेक्टर 2 , गणेश उत्सव समिति ने इस वर्ष पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पृथ्वी पर उगने वाले प्राकृतिक संसाधनों से संपूर्ण झांकी का निर्माण किया है। इसकी देख रेख के लिए फायर विभाग से समिति के लोगों ने प्रशिक्षण लिया है। जगह-जगह फायर सेफ्टी की सुविधा रखी है। इसके अलावा हर कोने में CCTV कैमरा लगाये गए है।
समिति के पदाधिकारी सदस्यों ने भक्तजनों से श्रीगणेश महोत्सव में सपरिवार दर्शन करने हेतु सादर आमंत्रित किया है.
🙏
chhattisgarhaaspaas
विज्ञापन (Advertisement)
ब्रेकिंग न्यूज़
कविता
कहानी
लेख
राजनीति न्यूज़