• Chhattisgarh
  • ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के महासचिव बीके निर्वेर भाईजी का देवलोकगमन : अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल में 19 सितम्बर को अंतिम सांस ली : 86 वर्षीय बीके निर्वेर भाईजी 55 साल से ‘ब्रह्माकुमारीज़’ संस्थान में समर्पित थे.

ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के महासचिव बीके निर्वेर भाईजी का देवलोकगमन : अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल में 19 सितम्बर को अंतिम सांस ली : 86 वर्षीय बीके निर्वेर भाईजी 55 साल से ‘ब्रह्माकुमारीज़’ संस्थान में समर्पित थे.

4 months ago
167

सांस
– 55 साल से संस्थान में समर्पित रूप से दे रहे थे सेवाएं
– नौ साल तक भारतीय नौसेना में दी सेवा
– 22 सितंबर को सुबह 10 बजे आबू रोड के मुक्तिधाम में होगा अंतिम संस्कार

आबू रोड। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के महासचिव 86 वर्षीय राजयोगी बीके निर्वैर भाई का देवलोकगमन हो गया। अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल में गुरुवार रात 11.30 बजे अंतिम सांस ली। वे कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से ब्रह्माकुमारीज़ परिवार में शोक की लहर है। देश-विदेश में स्थित सेवाकेंद्रों पर ध्यान-साधना का दौर चल रहा है। उनकी पार्थिक देह को अंतिम दर्शन के लिए मुख्यालय शांतिवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में शुक्रवार सुबह 9 बजे से लोगोंं के दर्शनार्थ रखा गया। वहीं 21 दिसंबर को माउंट आबू स्थित पांडव भवन, ज्ञान सरोवर, ग्लोबल हॉस्पिटल, म्यूजियम की यात्रा करते हुए 22 सितंबर को सुबह 10 बजे आबू रोड मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा। पार्थिव शरीर शांतिवन आने पर संस्थान प्रमुख राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके मुन्नी, बीके शशि, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, मीडिया प्रमुख बीके करुणा, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, अमेरिका से आयी बीके गायत्री समेत सैकड़ों लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की।

मीडिया निदेशक बीके करुणा भाई ने बताया कि बीके निर्वैर भाई के फेफड़ों में इन्फेक्शन होने पर 5-6 दिन पहले अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां पर गुरुवार रात में अचानक अटैक आने से निधन हो गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही देशभर से संस्थान के वरिष्ठ ब्रह्माकुमार भाई-बहनों का शांतिवन पहुंचना शुरू हो गया है।

एक वर्ष की उम्र में मां का छूटा साथ-
पंजाब के गुरदासपुर में 20 नवंबर 1938 को अकाली परिवार जन्मे बीके निर्वैर भाई का बचपन से ही धर्म-अध्यात्म के प्रति विशेष लगाव लगा। आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि संभ्रांत के साथ आध्यात्मिकता से ओत-प्रोत रही। एक वर्ष की उम्र में ही आपके जीवन से माँ का साया उठ गया। इसके बाद भाईयों ने परवरिश की। होश संभाला ही नहीं था कि तब नौ वर्ष की उम्र में 15 अगस्त, 1947 में देश की आजादी की ख़बर सुनी और पिता भी पुराने शरीर से मुक्त होकर इस दुनिया से विदा हो गए। तीन भाइयों में सबसे छोटे राजयोगी निर्वैर भाई के पालन-पोषण में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं आयी और भाइयों ने माता-पिता का प्यार देकर बड़ा किया। उनका जन्म भले ही अकाली परिवार में हुआ परन्तु उनके जीवन का झुकाव आध्यात्मिकता के प्रति लगातार बढ़ता रहा।

लगातार बदलता रहा स्कूल-

आपकी प्रारम्भिक शिक्षा कई स्कूलों में हुई। लगातार उनके स्कूल बदलते रहे। प्राइमरी से लेकर दसवीं तक उर्दू में पढ़ाई पूरी हुई। प्रथम कक्षा पंगाला और फिर कक्षा दो से लेकर चौथी क्लास तक ओजनवाला स्कूल में हुई। फिर इसके बाद पांचवी से लेकर आगे तक मुकेरिया के एंग्लो संस्कृति हाई स्कूल में अध्ययन कार्य पूरा हुआ। बचपन से ही मेधावी होने के कारण उन्हें चौथी क्लास से स्कॉलरशिप मिलने लगी थी।

किताबों ने मोड़ा ज़िन्दगी का रुख़-

राजयोगी निर्वैर के बड़े भाई की घर में ही बड़ी लाइब्रेरी थी। उनके बड़े भाई उन्हें पढ़ने के लिए ज्ञानवर्धक किताबें दिया करते थे परन्तु इनका मन स्वामी रामतीर्थ की किताबें पढ़कर ही तृप्त हो जाता था। हाई स्कूल की पढ़ाई के दौरान स्वामी विवेकानंद की किताबों से ज्यादा लगाव बढ़ गया। इस पर उन्होंने स्वामी विवेकानंद के बताए चार प्रकार के योग को बड़ी बारीकी से अध्ययन करते और प्रातः काल अभ्यास करते थे। यहाँ से ही आध्यात्मिकता के प्रति झुकाव लगातार बढ़ता गया।

बोर्डिंग में हुई पढ़ाई, घोड़े से जाते थे स्कूल
आपकी स्कूली शिक्षा बोर्डिंग में रहकर हुई। सन् 1953 में शिक्षण के दौरान उन्हें स्कूल घोड़े और साइकिल से जाना बेहद पसन्द था। इनका स्वभाव अन्य लड़कों से स्वभाव बिल्कुल अलग था। जल्दी सो जाना और जल्दी उठना बचपन से ही आदतों में शुमार था। हमेशा सीखने की आदत और अच्छा करने का जज्बा मकसद था। 16 वर्ष की उम्र में नेवी में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर पद के लिए चयन हो गया और इन्टेसिव के लिए विशाखापट्नम चले गए। सन् 1955 में कुछ महीने रहने के बाद फिर वे लोनावाला चले गए और वहाँ डेढ़ वर्ष तक रहकर पानी के जहाज में हर तरह की ट्रेनिंग ली। इसके बाद गुजरात के जामनगर में ट्रांसफर हो गया। जामनगर में रहकर प्रशिक्षण लेते रहे और इन्टेसिव पूरी हो गई। जहाज में ही रडार से लेकर सारी चीजों का बारीकी से प्रशिक्षण लेकर इलेक्ट्रॉनिक के क्षेत्र में पारंगत हो गए थे।

पुणे में ली इंजीनियरिंग की ट्रेनिंग
इसी दौरान पुणे के इंजीनियरिंग कॉलेज में जहाज की सभी चीजों को बड़ी गहनता से देखते हुए प्रशिक्षण लिया। रहने से खाने-पीने तक सारी चीजों को बारीकी से समझा और देखा। फिर तो हर एक चीज में प्रवीण हो गए थे क्योंकि नेवी में इस बात की गहन ट्रेनिंग दी जाती है कि यदि आप जहाज में किन्हीं कारणों से अकेले हो गए तो भी जहाज को डूबने नहीं देना है। उस जमाने में भी नेवी में शानदार व्यवस्था थी। इसके साथ रडार की पूर्ण जानकारी होने के कारण रडार कन्ट्रोल रूम की भी जिम्मेवारी दी गई।

1960 में ब्रह्मा बाबा से मिलने के बाद बदल गई जीवन की दिशा-
वर्ष 1959 की बात है। पंजाब में ब्रह्माकुमारीज़ सेवाकेंद्र की शुरुआत हुई। अध्यात्म और योग में रुचि होने के कारण आप संस्थान से जुड़ गए और नियमित रूप से आध्यात्मिक सत्संग में भाग लेने लगे। लेकिन माउंट आबू में वर्ष 1960 में संस्थापक ब्रह्मा बाबा से मिलने के बाद आपके जीवन की दिशा बदल गई। तभी आपने निश्चय कर लिया कि अब पूरा जीवन समाजसेवा और विश्व कल्याण के लिए समर्पित करना है। इसके बाद आपने भारतीय नौसेवा से इस्तीफा देकर पूरी माउंट आबू आए और यहीं के होकर रह गए। आप पिछले 55 साल से अपनी सेवाएं दे रहे थे।

और मिल गई नेवी से छुट्‌टी-

एक बार अपना अनुभव सुनाते हुए बीके निर्वैर भाई ने बताया था कि बाबा ने कहा था कि प्रतिदिन आठ घंटा योग करने से असम्भव भी सम्भव हो जाता है। उस समय हमने एक महीने तक प्रतिदिन आठ घंटा योग किया और नेवी से छुट्टी मिल गई। तब बाबा ने मुझे 1969 में माउंट आबू में म्यूजियम बनाने की सेवा दी। बाबा के देहावसान के बाद में 1970 से माउंट आबू में आकर पूर्ण रूप से समर्पित हो गया। उसके बाद धीरे-धीरे दादी प्रकाशमणि तथा दीदी मनमोहिनी के साथ ईश्वरीय सेवाओं को आगे बढ़ाने का अवसर मिला। इसके बाद संस्था की गतिविधियों और इसे वैश्विक स्तर पर सेवा करने के अवसर मिलते रहे।

गंभीर व्यक्तित्व के थे धनी-
सेवा के प्रति लगन, समर्पण और तीक्ष्ण बुद्धि के चलते कुछ ही समय में ब्रह्मा बाबा ने आपको महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी। इस तरह आपको जीवन में जो भी जिम्मेदारी मिली उसे पूरे मनोभाव और लगन से निभाया। सेवा-साधना के पथ पर आगे बढ़ते हुए आप संस्थान के महासचिव बने। आपके समर्पण भाव का ही कमाल है कि ब्रह्माकुमारीज़ में मुख्य पदों पर नारी शक्ति होने के बाद भी आपको संस्थान की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। आपके दिशा-निर्देश और मार्गदर्शन में देश-विदेश में बड़े स्तर पर सेवाओं को नया आयाम दिया गया। आप गंभीर स्वभाव के धनी थे। कोई भी ब्रह्माकुमार भाई-बहनें आपके पास किसी तरह की समस्या लेकर जाते तो आप उसका उचित रूप से समाधान देते थे।

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में लिया भाग-
वर्ष 1982 में बीके निर्वैर भाई ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित निरस्त्रीकरण (SSOD) पर दूसरे विशेष सत्र में विश्व विद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। जहां उन्होंने आधिकारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव जेवियर पेरेज़ डी कुएलर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात की। इसके अलावा मुख्यालय शांतिवन में हर वर्ष होने वाली राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों की अध्यक्षता की।

विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया-
– वर्ष 1999 में इंटरनेशनल पेंगुइन पब्लिशिंग हाउस द्वारा ‘राइजिंग पर्सनालिटीज ऑफ इंडिया अवॉर्ड
– वर्ष 2001 में गुजरात के राज्यपाल द्वारा गुजरात गौरव पुरस्कार के तहत ‘मोरारजी देसाई शांति शिक्षा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया।
– इसके अलावा समय प्रति समय कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा आपको सम्मान किया गया।

मुख्यालय के मैनेजमेंट में रही अहम भूमिका-
वर्ष 1974 से लेकर आज तक ब्रह्माकुमारीज़ के मुख्यालय के शांतिवन परिसर, मनमोहिनीवन, आनंद सरोवर, मान सरोवर, ज्ञान सरोवर के निर्माण से लेकर मैनेजमेंट में आपकी अहम भूमिका रही। आपके कुशल मार्गदर्शन में अनेक ऐतिहासिक कार्य किए गए।

ग्लोबल हॉस्पिटल के थे ट्रस्टी-
ग्लोबल हॉस्पिटल की स्थापना और संचालन में आपने शुरू से अब तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आप हॉस्पिटल के मुख्य ट्रस्टी थे। साथ ही आपके ही मार्गदर्शन में 50 एकड़ में बनने वाले ग्लोबल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल का हाल ही में भूमिपूजन किया गया था।

….लगा शरीर से अलग हो रहा हूँ
जब मैं ईश्वरीय ज्ञान से नहीं जुड़ा था तब में स्वामी रामतीर्थ तथा स्वामी विवेकानन्द द्वारा बताये गये योग करता था। एक दिन मैं योग कर रहा था इतने में मुझे लगा कि मैं शरीर से अलग हो रहा हूँ। यह मेरे लिए ज़िन्दगी के अमूल्य क्षण थे। उसी समय संकल्प आया कि क्या मैं वापस आऊंगा या नहीं तब तक मैं पुनः चेतना में आ गया यह ज़िन्दगी का महत्वपूर्ण पल पनडुब्बी में लम्बे समय अन्दर रहता पड़ता था। उस दौरान मेरी पोस्टिंग मुम्बई हो गयी थी।

वैकुण्ठी यात्रा का यह रहेगा कार्यक्रमः शांतिवन से प्रातः 8 बजे प्रस्थान, 9 बजे ज्ञान सरोवर आगमन, 10 बजे ज्ञान सरोवर से प्रस्थान, 10.15 बजे हास्पिटल आगमन, 11 बजे हास्पिटल से प्रस्थान, 11.15 बजे पांडव भवन, 1.45 म्यूजियम, 3.00 बजे मनमोहिनीवन से शांतिवन आगमन।

शत् शत् नमन
🕉 शांति

विज्ञापन (Advertisement)

ब्रेकिंग न्यूज़

breaking Chhattisgarh

पॉक्सो एक्ट: यौन उत्पीड़न को साबित करने शारीरिक चोट दिखाना जरूरी नहीं

breaking National

भव्य नहीं, साधारण और पारंपरिक होगी गौतम अदाणी के बेटे जीत की शादी, Adani Group के चेयरमैन ने ये कहा

breaking Chhattisgarh

रायपुर पहुंचे 14 नक्सलियों के शव… पोस्टमार्टम से पहले पोर्टेबल मशीन से होगा एक्स-रे, कहीं अंदर विस्फोटक तो नहीं

breaking Chhattisgarh

पंचायत-निकाय चुनावों के लिए BJP-कांग्रेस ने प्रत्याशियों के तय किए नाम! इस तारीख तक पार्टियां कर देंगी ऐलान

breaking Chhattisgarh

नक्सली मुठभेड़ में जवानों को बड़ी कामयाबी, मुख्यमंत्री साय ने की सराहना, कहा- छत्तीसगढ़ मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त होकर रहेगा

breaking National

लव जिहाद को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा का बड़ा बयानः बोले- हिंदू बेटियों को जागरूक होने की जरूरत, फ्रिजों में मिलते हैं लड़कियों के टुकड़े

breaking Chhattisgarh

चाइनीज मांझे से कटा बच्चे का गला, इलाज के दौरान मौत

breaking Chhattisgarh

महाकुंभ के लिए छत्तीसगढ़ से 8 स्पेशल ट्रेन : भक्तों की यात्रा आसान करने रेलवे ने लिया बड़ा फैसला, जानें स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल…

breaking international

TRUMP MEME Coin ने लॉन्च होते ही लगाई 300-500 फीसदी की छलांग, कुछ ही घंटों में निवेशकों को बनाया मालामाल, ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग $1 बिलियन तक पहुंचा

breaking Chhattisgarh

फरवरी में 27 लाख किसानों को धान का बोनस, रेडी टू ईट फिर महिलाओं के हाथ

breaking Chhattisgarh

3000 शिक्षकों की पुलिस से झड़प, प्रदर्शन के दौरान किया तितर-बितर, सस्पेंड होने को लेकर आक्रोश

breaking Chhattisgarh

विष्णु का सुशासन – पुलिस के साथ अन्य सरकारी भर्तियों में आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट से बढ़े युवाओं के अवसर

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में रोजगार के लिए अनुबंध, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा- हजारों छात्रों को दिया जाएगा प्रशिक्षण, रोजगार के अवसर होंगे उत्पन्न

breaking Chhattisgarh

विष्णु सरकार का कड़ा एक्शन… एक ही दिन में 9 अफसरों को किया सस्पेंड, ठेकेदार पर भी होगा एक्शन

breaking Chhattisgarh

कैटरिंग दुकान में 6 सिलेंडरों में धमाका, इलाके में मची भगदड़, 10 लाख का सामान जलकर खाक

breaking Chhattisgarh

मोबाइल पर वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन कर छिपा देता था लेडिज टायलेट में… पुलिस ने सफाई वाले को पकड़ा

breaking Chhattisgarh

भाजपा ओबीसी वर्ग को दबाने की कर रही साजिश, कांग्रेस से लगाया आरोप, सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप की लड़ाई जारी

breaking Chhattisgarh

पेशे से वकील, पार्टी के कर्मठ सिपाही… किरण सिंह देव का दोबारा छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनना तय

breaking Chhattisgarh

एक साल में करें बीएड, 10 साल बाद फिर से फिर से शुरू हो रहा यह कोर्स, लागू होंगी नई शर्ते, सिर्फ इन छात्रों को ही मिलेगा मौका

breaking Chhattisgarh

कौन हैं कवासी लखमा ? ईडी ने क्यों किया गिरफ्तार ? विपक्ष के हंगामे के बीच सीएम और डिप्टी सीएम की पहली प्रतिक्रिया

कविता

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : डॉ. नौशाद अहमद सिद्दीकी ‘सब्र’

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : दुलाल समाद्दार

poetry

ग़ज़ल : विनय सागर जायसवाल [बरेली उत्तरप्रदेश]

poetry

कविता आसपास : महेश राठौर ‘मलय’

poetry

कविता आसपास : प्रदीप ताम्रकार

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : रियाज खान गौहर

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

रचना आसपास : पूनम पाठक ‘बदायूं’

poetry

ग़ज़ल आसपास : सुशील यादव

poetry

गाँधी जयंती पर विशेष : जन कवि कोदूराम ‘दलित’ के काव्य मा गाँधी बबा : आलेख, अरुण कुमार निगम

poetry

रचना आसपास : ओमवीर करन

poetry

कवि और कविता : डॉ. सतीश ‘बब्बा’

poetry

ग़ज़ल आसपास : नूरुस्सबाह खान ‘सबा’

poetry

स्मृति शेष : स्व. ओमप्रकाश शर्मा : काव्यात्मक दो विशेष कविता – गोविंद पाल और पल्लव चटर्जी

poetry

हरेली विशेष कविता : डॉ. दीक्षा चौबे

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : अनीता करडेकर

poetry

‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक व कवि प्रदीप भट्टाचार्य के हिंदी प्रगतिशील कविता ‘दम्भ’ का बांग्ला रूपांतर देश की लोकप्रिय बांग्ला पत्रिका ‘मध्यबलय’ के अंक-56 में प्रकाशित : हिंदी से बांग्ला अनुवाद कवि गोविंद पाल ने किया : ‘मध्यबलय’ के संपादक हैं बांग्ला-हिंदी के साहित्यकार दुलाल समाद्दार

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

कहानी

story

लघु कथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

सत्य घटना पर आधारित कहानी : ‘सब्जी वाली मंजू’ : ब्रजेश मल्लिक

story

लघुकथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

कहिनी : मया के बंधना – डॉ. दीक्षा चौबे

story

🤣 होली विशेष :प्रो.अश्विनी केशरवानी

story

चर्चित उपन्यासत्रयी उर्मिला शुक्ल ने रचा इतिहास…

story

रचना आसपास : उर्मिला शुक्ल

story

रचना आसपास : दीप्ति श्रीवास्तव

story

कहानी : संतोष झांझी

story

कहानी : ‘ पानी के लिए ‘ – उर्मिला शुक्ल

story

व्यंग्य : ‘ घूमता ब्रम्हांड ‘ – श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव [भिलाई छत्तीसगढ़]

story

दुर्गाप्रसाद पारकर की कविता संग्रह ‘ सिधवा झन समझव ‘ : समीक्षा – डॉ. सत्यभामा आडिल

story

लघुकथा : रौनक जमाल [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

लघुकथा : डॉ. दीक्षा चौबे [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

🌸 14 नवम्बर बाल दिवस पर विशेष : प्रभा के बालदिवस : प्रिया देवांगन ‘ प्रियू ‘

story

💞 कहानी : अंशुमन रॉय

story

■लघुकथा : ए सी श्रीवास्तव.

story

■लघुकथा : तारक नाथ चौधुरी.

story

■बाल कहानी : टीकेश्वर सिन्हा ‘गब्दीवाला’.

story

■होली आगमन पर दो लघु कथाएं : महेश राजा.

लेख

Article

तीन लघुकथा : रश्मि अमितेष पुरोहित

Article

व्यंग्य : देश की बदनामी चालू आहे ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

लघुकथा : डॉ. प्रेमकुमार पाण्डेय [केंद्रीय विद्यालय वेंकटगिरि, आंध्रप्रदेश]

Article

जोशीमठ की त्रासदी : राजेंद्र शर्मा

Article

18 दिसंबर को जयंती के अवसर पर गुरू घासीदास और सतनाम परम्परा

Article

जयंती : सतनाम पंथ के संस्थापक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी

Article

व्यंग्य : नो हार, ओन्ली जीत ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

🟥 अब तेरा क्या होगा रे बुलडोजर ❗ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा.

Article

🟥 प्ररंपरा या कुटेव ❓ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा

Article

▪️ न्यायपालिका के अपशकुनी के साथी : वैसे ही चलना दूभर था अंधियारे में…इनने और घुमाव ला दिया गलियारे में – आलेख बादल सरोज.

Article

▪️ मशहूर शायर गीतकार साहिर लुधियानवी : ‘ जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है, जंग क्या मसअलों का हल देगी ‘ : वो सुबह कभी तो आएगी – गणेश कछवाहा.

Article

▪️ व्यंग्य : दीवाली के कूंचे से यूँ लक्ष्मी जी निकलीं ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

25 सितंबर पितृ मोक्ष अमावस्या के उपलक्ष्य में… पितृ श्राद्ध – श्राद्ध का प्रतीक

Article

🟢 आजादी के अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. अशोक आकाश.

Article

🟣 अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. बलदाऊ राम साहू [दुर्ग]

Article

🟣 समसामयिक चिंतन : डॉ. अरविंद प्रेमचंद जैन [भोपाल].

Article

⏩ 12 अगस्त- भोजली पर्व पर विशेष

Article

■पर्यावरण दिवस पर चिंतन : संजय मिश्रा [ शिवनाथ बचाओ आंदोलन के संयोजक एवं जनसुनवाई फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ प्रमुख ]

Article

■पर्यावरण दिवस पर विशेष लघुकथा : महेश राजा.

Article

■व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा.

राजनीति न्यूज़

breaking Politics

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर दिया बड़ा बयान

Politics

■छत्तीसगढ़ :

Politics

भारतीय जनता पार्टी,भिलाई-दुर्ग के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय जे.दानी,लल्लन मिश्रा, सुरेखा खटी,अमरजीत सिंह ‘चहल’,विजय शुक्ला, कुमुद द्विवेदी महेंद्र यादव,सूरज शर्मा,प्रभा साहू,संजय खर्चे,किशोर बहाड़े, प्रदीप बोबडे,पुरषोत्तम चौकसे,राहुल भोसले,रितेश सिंह,रश्मि अगतकर, सोनाली,भारती उइके,प्रीति अग्रवाल,सीमा कन्नौजे,तृप्ति कन्नौजे,महेश सिंह, राकेश शुक्ला, अशोक स्वाईन ओर नागेश्वर राव ‘बाबू’ ने सयुंक्त बयान में भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव से जवाब-तलब किया.

breaking Politics

भिलाई कांड, न्यायाधीश अवकाश पर, जाने कब होगी सुनवाई

Politics

धमतरी आसपास

Politics

स्मृति शेष- बाबू जी, मोतीलाल वोरा

Politics

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हलचल

breaking Politics

राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- मर्यादित भाषा में रखें अपनी बात

Politics

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा पर केन्द्रित ‘ग्रामोदय’ पत्रिका और ‘बहुमत’ पत्रिका के 101वें अंक का किया विमोचन

Politics

मरवाही उपचुनाव

Politics

प्रमोद सिंह राजपूत कुम्हारी ब्लॉक के अध्यक्ष बने

Politics

ओवैसी की पार्टी ने बदला सीमांचल का समीकरण! 11 सीटों पर NDA आगे

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ग्वालियर में प्रेस वार्ता

breaking Politics

अमित और ऋचा जोगी का नामांकन खारिज होने पर बोले मंतूराम पवार- ‘जैसी करनी वैसी भरनी’

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, भूपेश बघेल बिहार चुनाव के स्टार प्रचारक बिहार में कांग्रेस 70 सीटों में चुनाव लड़ रही है

breaking National Politics

सियासत- हाथरस सामूहिक दुष्कर्म

breaking Politics

हाथरस गैंगरेप के घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा, पढ़िए पूरी खबर

breaking Politics

पत्रकारों के साथ मारपीट की घटना के बाद, पीसीसी चीफ ने जांच समिति का किया गठन