• Chhattisgarh
  • परम पूज्य श्री अघोरेश्वर भगवान रामजी के महानिर्वाण दिवस 29 नवम्बर पर विशेष : अलौकिक शक्ति के स्वामी, करुणा, दया और कल्याण के प्रतिमूर्ति परम पूज्य अघोरेश्वर भगवान राम जी

परम पूज्य श्री अघोरेश्वर भगवान रामजी के महानिर्वाण दिवस 29 नवम्बर पर विशेष : अलौकिक शक्ति के स्वामी, करुणा, दया और कल्याण के प्रतिमूर्ति परम पूज्य अघोरेश्वर भगवान राम जी

2 months ago
167

अघोराचार्य बाबा कीनाराम परम्परा के अद्वितीय औघड़ संत अवधूत भगवान राम जी ने अध्यात्म को पूरी पवित्रता के साथ समाज व राष्ट्र हित में अघोर मत से जोड़ा और समाज व राष्ट्र की पूजा को गढ़े हुए देवताओं की पूजा से भी महान बताया। हर चेतनशील प्राणी आपके एक बार दर्शन प्राप्त करने या आशीर्वचन सुनने के बाद सम्पूर्ण श्रद्धा के साथ आपके शरणागत हो जाता है।आपने संत ऋषिमुनियों महात्माओं की धाती को संरक्षित करते हुए अंध विश्वास, रूढ़िवाद, कुरीतियों,आडम्बर और पाखंड का कड़ा विरोध कर यथार्थ,वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ आध्यात्मिक चेतना की सत्यता को बड़े ही पवित्रता के साथ वैश्विक पटल और जन जन के हृदय में पहुंचाया।मानव सेवा की अखंड अघोर ज्योति प्रज्वलित किया।

अलौकिक शक्ति के स्वामी,करुणा,दया, और कल्याण के प्रतिमूर्ति थे – एक औघड़ लीक से हटकर –
एक सच्चे साधु- संत के बारे में कुछ लिख पाना बहुत कठिन होता है।वे अलख होते हैं।जब कोई व्यक्ति, संत या महात्मा अपनी संपूर्ण चेतना के साथ जन हित व विश्व कल्याणार्थ सदियों से चल रही परंपरा ,मान्यता या अवधारणा में परिवर्तन कर उसके मूलतत्व को जन जन तक पहुंचाता है तब वही सच्चे अर्थों में युगदृष्टा , युगप्रवर्तक, संत या महात्मा होता है।

परम पूज्य श्री अघोरेश्वर भगवान राम जी,शमशान की अघोर साधना को समाज से जोड़कर औघड़ की अवधारणा और विचार से समाज को साक्षात्कार कराया। इसीलिए आपको युगप्रवर्तक औघड़ संत,एक लीक से हटकर औघड़ की संज्ञा से विभूषित किया जाता है। मानव कल्याण ,समाज और राष्ट्र सेवा को ही परम लक्ष्य बनाया। आपने सर्वेश्वरी समूह की स्थापना कर सर्वप्रथम समाज से बहिष्कृत कुष्ठ रोगियों की सेवा का संकल्प लिया ।जब कुष्ठ रोगियों जिन्हें अछूत समझकर घर समाज से बहिष्कृत कर दिया जाता था उन्हें आप आश्रम में रखकर अपने ही हाथों से उनकी सेवा सुश्रुषा करते, जड़ीबूटियों से उनका इलाज करते स्वस्थ कर उन्हें समाज के मुख्यधारा में जोड़कर यथायोचित सम्मान दिलाया करते थे जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पूरे सम्मान के साथ दर्ज किया गया है। अघोरेश्वर महाप्रभु भगवान राम जी के ब्रह्मलीन होने के बाद भी यह पुण्य सेवा कार्य आज भी निरन्तर जारी है।अघोर ,अध्यात्म का वाम मार्ग है।अघोर सरल और सहज है।जहां कोई भेदभाव, ऊंच-नीच,घृणा नहीं जो अभेद व घृणा रहित है।पूज्य अघोरेश्वर अलौकिक शक्ति के स्वामी थे करुणा,दया, और कल्याण के प्रतिमूर्ति थे।

औघड़ कोई पंथ नहीं है –
अघोरेश्वर महाप्रभु कहते हैं – “औघड़ कोई पंथ नहीं है,कोई मत नहीं है,यह पद है। हर तरह के साधु इस पद में हो सकते हैं और पाए जाते हैं।” औघड़ तांत्रिक नहीं होते।वे तंत्र में विश्वास नहीं करते,अनर्गल देवी देवता में विश्वास नहीं करते।वे आपकी श्रद्धा और विश्वास में विश्वास करते हैं और वे अपने आप में विश्वास करते हैं, न किसी बाहरी पर । इसीलिए वर्णाश्रम व्यवस्था के जन्मदाता आज भी औघड़ों को क्रूर दृष्टि से देखते हैं तथा इनके बारे में भ्रांतियां फैलाते हैं। जब पुरुष अघोरेश्वर की स्थिति में पहुँच जाते हैं तो उनकी भाषा ‘ना’, ‘हाँ’ से भी परे हो जाती है। वे सभी पदार्थों से और सभी कारणों से अनासक्त रहने लगते हैं। इस स्थिति को ही ‘संज्ञाशून्य अवस्था’ कहते हैं।आप सिद्धियों के प्रदर्शन व चमत्कार के सख्त खिलाफ थे।

मानवता ही धर्म है –
परम पूज्य श्री अघोरेश्वर ने समाज को अध्यात्म का ‘अघोर’ जो कठिन न हो बिल्कुल व्यवहारिक और सरल मार्ग बतलाया। आपने यह संदेश दिया कि -“ईश्वर ने कोई जाति, धर्म, समुदाय, भाषा आदि नहीं बनाया है। उसने हमें मनुष्य बना कर मनुष्यता के आचरण निमित्त इस लोक में भेजा है। यथार्थ में हमारी मूल जाति ‘मानव जाति’ है एवं हमारा धर्म “मानवता निर्वाह करना है” । “मनुष्य बनें; एवं मन, वचन तथा कर्म से मनुष्यता का निर्वाह करें।हिन्दू, मुस्लिम,सीख, ईसाई, बौद्ध,जैन, ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य आदि बनना आसान है;किन्तु सच्चे अर्थ में मनुष्य बनना कठिन है।इस युग तथा काल की पुकार है- कि हम अपनी मौलिक जाति’ मनुष्य जाति ‘ को भली भांति पहचानें।; एवं सचेत हो कर अपने मौलिक धर्म ‘मानवता’ का निर्वाह करें।”
आज की परिस्थतियों में मुदित मन से यह स्वीकार कर लेना बहुत बड़ी देन होगी कि- जाति,प्रांत,और विभिन्न भाषा भाषी क्षेत्रों के सभी लोग आदर, सम्मान और प्यार के पात्र हैं।नित्य के सभी भेद – भाव मिटाकर, वर्ण – व्यवस्था क प्रत्येक वर्ण, प्रत्येक जाति, उपजाति एवं टाट – भात के लोगों को एक ही हुक्का के अन्तर्गत संगठित कर भाई – चारा की व्यवस्था देने में धर्म भी सक्षम हो सकता है। चाहे भले ही वे भिन्न – भिन्न उपास्यों की उपासना करते हों।वे एक ही पुष्पमाला में गूंथे हुए भिन्न – भिन्न वर्णों की तरह हमारे राष्ट्र एवं समाज के अंग – स्वरूप ही हैं।” हे साधु! तुम जाति एवं वर्ण के भेद को बिल्कुल नहीं मानो यही तुम्हारा धर्म है।”

धर्म में प्रेम, करुणा, दया और सहनशीलता होती है –
अघोरेश्वर भगवान राम धर्म का सहारा लेकर घृणित,विपरीत आचरण व पाखंड के सख्त खिलाफ थे ,वे सदैव समझाते थे कि -“धर्म में प्रेम, करुणा, दया और सहनशीलता होती है।धर्म की भावना से अनुप्राणित मनुष्य एक-दूसरे के खून का प्यासा नहीं होता। जो ऐसा करता है। वह धर्म से बहुत दूर है।”मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है,जो मानवता और महापुरुषों के गुणों को दे सकता है।धर्म के रास्ते पर चल सकता है और वह धर्म ऐसा होगा , जिसमें कभी खून – खराबा,पारस्परिक लूटपाट और छीन छपट की कोई गुंजाइश ही नहीं होगी।मानवता ही राष्ट्र है।
नहीं तो दुष्प्रज्ञ व्यक्ति ,राष्ट्र और समाज की आंखों में धूल झोंक कर अपकीर्ति एवं कुकृत्य करते हैं और कहते हैं कि यह सब धर्म है।अरे मूर्ख ! तुम्हारे पूर्वजों ने इन कृत्यों को कभी धर्म कहा है? तुम्हारे शास्त्र भी यह नहीं कहते ।”

घृणित कर्म,धर्म कैसे हो सकतें हैं?
घृणित कर्म,धर्म कैसे हो सकतें हैं? खून – खराबा और पारस्परिक लूटपाट महान पीड़ा , महान दुख की जननी बन गई है। ऐसे कृत्य करने वाले मनुष्य राष्ट्र या समाज के तरुण युवकों को गुमराह कर धर्म और ईश्वर के नाम पर धूल झोंकने वाले सरीखे जान पड़ते हैं रे! मनुष्य मनुष्य में भेद पैदा करते हैं।मनुष्य मनुष्य के साथ, भाई भाई के साथ एक मजहब के अनुयायी दूसरे मजहब के अनुयाइयों के साथ धोखाधड़ी कर खूनखराबा जैसे महाघृणित कृत्य के जन्मदाता बने हुए हैं।

‘ धर्म ऐसा नही होता ।स्वप्न में भी धर्म का रूप ऐसा नही होता।धर्म एक दूसरे के साथ मैत्री कारक होता है।स्नेह कारक होता है।धर्म तो संवेदन शील होता है ।धर्म बट – वृक्ष सा होता है।सभी को छाया प्रदान करने वाला है,चाहे वे किसी भी जाति , मज़हब के क्यों न हों।धर्म, आदर देने वाला, दिलाने वाला होता है।( अघोरेश्वर संवेदन शील से उद्धृत)

अंधविश्वास को भक्ति का आधार न बनाएं –
“बंधुओं! धर्म के नाम पर अपने देश में बहुत से आडंबर,अंधविश्वास हैं जिनकी आवश्यकता बिल्कुल नहीं है।फिर भी, दूसरों द्वारा कुछ अन्यथा सोच लेने के भय से ,तथा संकोच के चलते, उन्हें आप जबरदस्ती लादे फिर रहे हैं।ऐसे आडंबर से आपको क्षणिक राहत भले ही मिल जाये, परन्तु आप में स्थायी सुख शांति कभी नहीं आएगी।”किसी भी कार्य में आपको उक्ति की आवश्यकता होती है तभी वह सुचारू रूप से संपन्न होगा।यदि आपके पास युक्ति नहीं है सीधे सीधे भक्ति है तो यह लट्ठमार भी हो सकती है। ऐसी भक्ति आपको गुमराह भी कर सकती है। अंधविश्वास को भक्ति का आधार न बनाएं ।धर्म के नाम पर तथा गलत मान्यताओं के कारण,समाज में जो अनेक कुरीतियां फैली हैं,उनका उन्मूलन करो।जन समुदाय को प्रेरणा दो कि वे अंधविश्वास और आडंबर को छोड़कर सरल भाव से धार्मिक एवं सामाजिक कृत्यों का प्रतिपादन करें।

पूज्य अघोरेश्वर ने समाजिक उत्थान पर विशेष ध्यान दिया:-
अघोरेश्वर महाप्रभु आशीर्वचनों के माध्यम से बहुत स्नेह पूर्वक समझाते थे कि- “देश में रूढिवादिता एवं कुप्रथाएं समाज पर छाई हुई हैं। ये कुप्रथाएं देश में अनेक धर्मों के जन्म लेने के लिए उत्तरदायी हैं।इन्हीं के कारण विदेशों के पाश्चात्य देशों के अनेक धर्म भारत में आकर प्रश्रय पाये।पूज्य श्री अघोरेश्वर ने समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं दुर्व्यवस्थाओं के उन्मूलन को अपनी साधना का अंग बनाने के लिए प्रेरित किया।वे समझाते थे कि ‘जैसे अपने मकान में रोज झाड़ू लगाने की आवश्यकता पड़ती है, वैसे ही समाज में भी जो लोग भयंकर कूड़ा करकट और दूषित वातावरण पैदा कर रहे हैं और उनके साथ ही जो अवांछनीय तत्व हैं उनके उन्मूलन में सहयोग करो। समाज की कुरीतियों पर जिनसे प्राणियों का जीवन त्रस्त होता है, कड़ी नज़र रखो और उनके उन्मूलन के लिए प्रयत्नशील रहो।”
पूज्य अघोरेश्वर ने समाज की निम्न समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया:-
1*नारी वर्ग को समाज में उचित सम्मान मिले।
2*ढोंगी साधुओं को सही रास्ता दिखाया जाय।
3*आध्यात्मिक अंधविश्वास को बढ़ावा न मिले।
4*तिलक दहेज की परंपरा को बंद किया जाए।
5*मरणोपरांत लेनदेन की क्रिया समाप्त हो।
6*जाती व्यवस्था का उन्मूलन हो।
7*उपेक्षितों, अपाहिजों एवं अनाथों को उचित सहायता मिले।
8*राजनीतिक नेताओं में सुविचार भरें।
9*नवयुवकों का उचित मार्गदर्शन करें।
10*छोटे बच्चों में संस्कार भरें।

रमता है सो कौन घट घट में-
*जो समय ,काल और कर्म था उसे पूर्ण कर 29 नवम्बर 1992 को देह त्याग कर ब्रह्मलीन हो गए।महानिर्वाण के उस पल और क्षण में समूचे ब्रह्माण्ड का दृश्य अत्यंत ही अलौकिक हो उठा था।बनारस(काशी)अनुयायियों एवं भक्तगणों से खचाखच भर हुआ था।सभी के मन में एक ही भाव उठ रहा था कि अब हमारा क्या होगा?हम किनके श्रीचरणों में बैठकर अपना सुख-दुख सुनायेंगे?कौन हमारी पीड़ा हरेगा?कौन हमारी रक्षा और कल्याण करेगा?इतना असीम आत्मीय आनन्द अब हमें कहां मिलेगा,कौन देगा?
तभी अघोरेश्वर महाप्रभु की ही वाणी ढांढस बंधाती *”गुरु देह नहीं प्राण है, वह सदैव तुम्हारे अभ्यन्तर में निवास करता है।रमता है सो कौन घट घट में विराजत है ,रमता है सो कौन बता दे कोई ।”

परमपूज्य ब्रह्मलीन अघोरेश्वर महाप्रभु के श्री चरणों में सादर श्रद्धानत शत शत नमन करते हुए पवित्र वाणी सर्वजन कल्याणार्थ राष्ट्रहित में सादर समर्पित है। कोटि कोटि प्रणाम।

०००

• आलेख, गणेश कछवाहा
• रायगढ़ [छत्तीसगढ़]
• 94255 72284

०००

विज्ञापन (Advertisement)

ब्रेकिंग न्यूज़

breaking Chhattisgarh

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे रायपुर सेंट्रल जेल, कवासी लखमा और देवेंद्र यादव से की मुलाकात…

breaking National

कर्तव्य पथ पर दिखेगी छत्तीगढ़ की जनजातीय परंपराओं और रामनामी समुदाय की झलक

breaking National

40 लाख किसान परिवारों को तोहफा, PM मोदी ने कहा- जूट की MSP बढ़ने से होगा लाभ

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को एक और झटका, सुकमा की प्राचीन गुफा में छिपा रखा था हथियारों का जखीरा, जवानों ने किया जब्त

breaking Chhattisgarh

पॉक्सो एक्ट: यौन उत्पीड़न को साबित करने शारीरिक चोट दिखाना जरूरी नहीं

breaking National

भव्य नहीं, साधारण और पारंपरिक होगी गौतम अदाणी के बेटे जीत की शादी, Adani Group के चेयरमैन ने ये कहा

breaking Chhattisgarh

रायपुर पहुंचे 14 नक्सलियों के शव… पोस्टमार्टम से पहले पोर्टेबल मशीन से होगा एक्स-रे, कहीं अंदर विस्फोटक तो नहीं

breaking Chhattisgarh

पंचायत-निकाय चुनावों के लिए BJP-कांग्रेस ने प्रत्याशियों के तय किए नाम! इस तारीख तक पार्टियां कर देंगी ऐलान

breaking Chhattisgarh

नक्सली मुठभेड़ में जवानों को बड़ी कामयाबी, मुख्यमंत्री साय ने की सराहना, कहा- छत्तीसगढ़ मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त होकर रहेगा

breaking National

लव जिहाद को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा का बड़ा बयानः बोले- हिंदू बेटियों को जागरूक होने की जरूरत, फ्रिजों में मिलते हैं लड़कियों के टुकड़े

breaking Chhattisgarh

चाइनीज मांझे से कटा बच्चे का गला, इलाज के दौरान मौत

breaking Chhattisgarh

महाकुंभ के लिए छत्तीसगढ़ से 8 स्पेशल ट्रेन : भक्तों की यात्रा आसान करने रेलवे ने लिया बड़ा फैसला, जानें स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल…

breaking international

TRUMP MEME Coin ने लॉन्च होते ही लगाई 300-500 फीसदी की छलांग, कुछ ही घंटों में निवेशकों को बनाया मालामाल, ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग $1 बिलियन तक पहुंचा

breaking Chhattisgarh

फरवरी में 27 लाख किसानों को धान का बोनस, रेडी टू ईट फिर महिलाओं के हाथ

breaking Chhattisgarh

3000 शिक्षकों की पुलिस से झड़प, प्रदर्शन के दौरान किया तितर-बितर, सस्पेंड होने को लेकर आक्रोश

breaking Chhattisgarh

विष्णु का सुशासन – पुलिस के साथ अन्य सरकारी भर्तियों में आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट से बढ़े युवाओं के अवसर

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में रोजगार के लिए अनुबंध, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा- हजारों छात्रों को दिया जाएगा प्रशिक्षण, रोजगार के अवसर होंगे उत्पन्न

breaking Chhattisgarh

विष्णु सरकार का कड़ा एक्शन… एक ही दिन में 9 अफसरों को किया सस्पेंड, ठेकेदार पर भी होगा एक्शन

breaking Chhattisgarh

कैटरिंग दुकान में 6 सिलेंडरों में धमाका, इलाके में मची भगदड़, 10 लाख का सामान जलकर खाक

breaking Chhattisgarh

मोबाइल पर वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन कर छिपा देता था लेडिज टायलेट में… पुलिस ने सफाई वाले को पकड़ा

कविता

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : डॉ. नौशाद अहमद सिद्दीकी ‘सब्र’

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : दुलाल समाद्दार

poetry

ग़ज़ल : विनय सागर जायसवाल [बरेली उत्तरप्रदेश]

poetry

कविता आसपास : महेश राठौर ‘मलय’

poetry

कविता आसपास : प्रदीप ताम्रकार

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : रियाज खान गौहर

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

रचना आसपास : पूनम पाठक ‘बदायूं’

poetry

ग़ज़ल आसपास : सुशील यादव

poetry

गाँधी जयंती पर विशेष : जन कवि कोदूराम ‘दलित’ के काव्य मा गाँधी बबा : आलेख, अरुण कुमार निगम

poetry

रचना आसपास : ओमवीर करन

poetry

कवि और कविता : डॉ. सतीश ‘बब्बा’

poetry

ग़ज़ल आसपास : नूरुस्सबाह खान ‘सबा’

poetry

स्मृति शेष : स्व. ओमप्रकाश शर्मा : काव्यात्मक दो विशेष कविता – गोविंद पाल और पल्लव चटर्जी

poetry

हरेली विशेष कविता : डॉ. दीक्षा चौबे

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : अनीता करडेकर

poetry

‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक व कवि प्रदीप भट्टाचार्य के हिंदी प्रगतिशील कविता ‘दम्भ’ का बांग्ला रूपांतर देश की लोकप्रिय बांग्ला पत्रिका ‘मध्यबलय’ के अंक-56 में प्रकाशित : हिंदी से बांग्ला अनुवाद कवि गोविंद पाल ने किया : ‘मध्यबलय’ के संपादक हैं बांग्ला-हिंदी के साहित्यकार दुलाल समाद्दार

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

कहानी

story

लघु कथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

सत्य घटना पर आधारित कहानी : ‘सब्जी वाली मंजू’ : ब्रजेश मल्लिक

story

लघुकथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

कहिनी : मया के बंधना – डॉ. दीक्षा चौबे

story

🤣 होली विशेष :प्रो.अश्विनी केशरवानी

story

चर्चित उपन्यासत्रयी उर्मिला शुक्ल ने रचा इतिहास…

story

रचना आसपास : उर्मिला शुक्ल

story

रचना आसपास : दीप्ति श्रीवास्तव

story

कहानी : संतोष झांझी

story

कहानी : ‘ पानी के लिए ‘ – उर्मिला शुक्ल

story

व्यंग्य : ‘ घूमता ब्रम्हांड ‘ – श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव [भिलाई छत्तीसगढ़]

story

दुर्गाप्रसाद पारकर की कविता संग्रह ‘ सिधवा झन समझव ‘ : समीक्षा – डॉ. सत्यभामा आडिल

story

लघुकथा : रौनक जमाल [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

लघुकथा : डॉ. दीक्षा चौबे [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

🌸 14 नवम्बर बाल दिवस पर विशेष : प्रभा के बालदिवस : प्रिया देवांगन ‘ प्रियू ‘

story

💞 कहानी : अंशुमन रॉय

story

■लघुकथा : ए सी श्रीवास्तव.

story

■लघुकथा : तारक नाथ चौधुरी.

story

■बाल कहानी : टीकेश्वर सिन्हा ‘गब्दीवाला’.

story

■होली आगमन पर दो लघु कथाएं : महेश राजा.

लेख

Article

तीन लघुकथा : रश्मि अमितेष पुरोहित

Article

व्यंग्य : देश की बदनामी चालू आहे ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

लघुकथा : डॉ. प्रेमकुमार पाण्डेय [केंद्रीय विद्यालय वेंकटगिरि, आंध्रप्रदेश]

Article

जोशीमठ की त्रासदी : राजेंद्र शर्मा

Article

18 दिसंबर को जयंती के अवसर पर गुरू घासीदास और सतनाम परम्परा

Article

जयंती : सतनाम पंथ के संस्थापक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी

Article

व्यंग्य : नो हार, ओन्ली जीत ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

🟥 अब तेरा क्या होगा रे बुलडोजर ❗ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा.

Article

🟥 प्ररंपरा या कुटेव ❓ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा

Article

▪️ न्यायपालिका के अपशकुनी के साथी : वैसे ही चलना दूभर था अंधियारे में…इनने और घुमाव ला दिया गलियारे में – आलेख बादल सरोज.

Article

▪️ मशहूर शायर गीतकार साहिर लुधियानवी : ‘ जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है, जंग क्या मसअलों का हल देगी ‘ : वो सुबह कभी तो आएगी – गणेश कछवाहा.

Article

▪️ व्यंग्य : दीवाली के कूंचे से यूँ लक्ष्मी जी निकलीं ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

25 सितंबर पितृ मोक्ष अमावस्या के उपलक्ष्य में… पितृ श्राद्ध – श्राद्ध का प्रतीक

Article

🟢 आजादी के अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. अशोक आकाश.

Article

🟣 अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. बलदाऊ राम साहू [दुर्ग]

Article

🟣 समसामयिक चिंतन : डॉ. अरविंद प्रेमचंद जैन [भोपाल].

Article

⏩ 12 अगस्त- भोजली पर्व पर विशेष

Article

■पर्यावरण दिवस पर चिंतन : संजय मिश्रा [ शिवनाथ बचाओ आंदोलन के संयोजक एवं जनसुनवाई फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ प्रमुख ]

Article

■पर्यावरण दिवस पर विशेष लघुकथा : महेश राजा.

Article

■व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा.

राजनीति न्यूज़

breaking Politics

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर दिया बड़ा बयान

Politics

■छत्तीसगढ़ :

Politics

भारतीय जनता पार्टी,भिलाई-दुर्ग के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय जे.दानी,लल्लन मिश्रा, सुरेखा खटी,अमरजीत सिंह ‘चहल’,विजय शुक्ला, कुमुद द्विवेदी महेंद्र यादव,सूरज शर्मा,प्रभा साहू,संजय खर्चे,किशोर बहाड़े, प्रदीप बोबडे,पुरषोत्तम चौकसे,राहुल भोसले,रितेश सिंह,रश्मि अगतकर, सोनाली,भारती उइके,प्रीति अग्रवाल,सीमा कन्नौजे,तृप्ति कन्नौजे,महेश सिंह, राकेश शुक्ला, अशोक स्वाईन ओर नागेश्वर राव ‘बाबू’ ने सयुंक्त बयान में भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव से जवाब-तलब किया.

breaking Politics

भिलाई कांड, न्यायाधीश अवकाश पर, जाने कब होगी सुनवाई

Politics

धमतरी आसपास

Politics

स्मृति शेष- बाबू जी, मोतीलाल वोरा

Politics

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हलचल

breaking Politics

राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- मर्यादित भाषा में रखें अपनी बात

Politics

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा पर केन्द्रित ‘ग्रामोदय’ पत्रिका और ‘बहुमत’ पत्रिका के 101वें अंक का किया विमोचन

Politics

मरवाही उपचुनाव

Politics

प्रमोद सिंह राजपूत कुम्हारी ब्लॉक के अध्यक्ष बने

Politics

ओवैसी की पार्टी ने बदला सीमांचल का समीकरण! 11 सीटों पर NDA आगे

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ग्वालियर में प्रेस वार्ता

breaking Politics

अमित और ऋचा जोगी का नामांकन खारिज होने पर बोले मंतूराम पवार- ‘जैसी करनी वैसी भरनी’

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, भूपेश बघेल बिहार चुनाव के स्टार प्रचारक बिहार में कांग्रेस 70 सीटों में चुनाव लड़ रही है

breaking National Politics

सियासत- हाथरस सामूहिक दुष्कर्म

breaking Politics

हाथरस गैंगरेप के घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा, पढ़िए पूरी खबर

breaking Politics

पत्रकारों के साथ मारपीट की घटना के बाद, पीसीसी चीफ ने जांच समिति का किया गठन