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18 घंटे बाद भी नहीं हटा कुसुम स्टील प्लांट का मलबा, एक मजदूर की मौत, 3-4 श्रमिक के दबे होने की आशंका
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के कुसुम स्टील प्लांट में चिमनीनुमा साइलो का ढांचा अचानक गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि 3-4 श्रमिक के दबे होने की आंशका है. हालांकि 18 घंटे बाद भी मलबे को हटाया नहीं गया है. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
साइलो टैंक को हटाने के लिए भिलाई से मंगाया गया क्रेन
इस हादसे में श्रमिक मनोज घृतलहरे की मौत हो गई है. 3-4 श्रमिक के दबे होने की आंशका है. जानकारी के मुताबिक, प्लांट में डस्ट को गर्म करने वाला साइलो टैंक अचानक नीचे गिर गया. मौके पर काम कर रहे मजदूर वहां से निकल नहीं पाए और टैंक में जमा गर्म राख में दब गए. वहीं हादसे के बाद साइलो टैंक को हटाने के लिए भिलाई से भारी क्षमता वाली क्रेन को मंगाया गया है.
रेस्क्यू टीम मौके पर तैनात
जानकारी के अनुसार, साइलो टैंक का वजन 80 टन बताया जा रहा है, जिसके अंदर 40 टन डस्ट के साथ कुल 120 टन वजन है. मलबे को हटाने के लिए तीन क्रेन, तीन हाइड्रा ,चार जेसीबी और लगभग 100 लोगों की रेस्क्यू टीम मौके पर तैनात है. इसके अलावा मुंगेली कलेक्टर राहुल देव, जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, SP मुंगेली भोजराम पटेल सहित कई अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.हालांकि 18 घंटे बाद भी मलबे को हटाया नहीं गया है.
20 दिन पहले साइलो टैंक को किया गया था इंस्टाल
बता दें कि साइलो टैंक को कुसुम स्टील प्लांट में 20 दिन पहले ही इंस्टाल किया गया था. इसमें क्षमता से अधिक राख लोड होने के कारण ये गिर गया. शुरुआती जांच में इंस्टालेशन में गड़बड़ी के कारण हादसा होने का अनुमान है. रामबोड़ में तीन साल पहले कुसुम स्मेल्टर प्लांट शुरू हुआ था. इसके डायरेक्टर आदित्य अग्रवाल हैं.