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विशेष खबर : प्रताड़ना से मानसिक संतुलन खो बैठे नौजवान को सुरक्षित घर भेजा खलीफा ने : लोग चोर समझ कर पिटाई कर रहे थे, लेकिन मोहल्ले के एक रहवासी ने बचाई जान…







विशेष खबर : प्रताड़ना से मानसिक संतुलन खो बैठे नौजवान को सुरक्षित घर भेजा खलीफा ने : लोग चोर समझ कर पिटाई कर रहे थे, लेकिन मोहल्ले के एक रहवासी ने बचाई जान…
‘छत्तीसगढ़ आसपास’ [भिलाई]
भिलाई : इस महीने की शुरूआत में गदा चौक के पास संदिग्ध हालत में मिले नौजवान को सुरक्षित उसके घर तक पहुंचाने में एक रहवासी ने बड़ी भूमिका निभाई। स्थानीय कुछ लोग इस नौजवान को संदिग्ध मान रहे थे लेकिन इस रहवासी ने न सिर्फ इसकी जान बचाई बल्कि लगातार कोशिश कर उसके घर वालों को भी ढूंढ निकाला और 18 मार्च को इस नौजवान को उसके पिता अपने साथ ले गए।
उल्लेखनीय है कि 5 मार्च की शाम सुपेला गदा चौक में केजीएन होम अप्लायंसेस के पास एक नौजवान संदिग्ध हालत में दिखा। इसके आसपास कुछ बच्चे भी थे और वह खुद एक दोपहिया वाहन से लग कर खड़ा था। इससे वहां लोगों ने इस नौजवान से पूछताछ की। लेकिन तब वह कुछ भी बताने की हालत में नहीं था। उसके हाथ में गोदना से इरफान लिखा हुआ था। हालांकि यह नौजवान जब कुछ बोलने की हालत में नहीं था तो कुछ लोगों ने तमाचे भी मार दिए। लेकिन नौजवान कुछ बोल नहीं पाया। ऐसे में वहां पास से गुजर रहे फरीद नगर निवासी मोहम्मद सलाहुद्दीन खलीफा ने लोगों को रोका और बात की। कुछ लोग इस नौजवान को सुपेला थाना लेकर गए लेकिन थाना में मौजूद पुलिसवालों ने विक्षिप्त कह कर उसे लौटा दिया। इसके बाद खलीफा ने फरीद नगर में इस नौजवान को अपने साथ रखा।
खलीफा ने बताया कि नौजवान कुछ बताने की स्थिति में नहीं था लेकिन जैसे-जैसे दिन बीते तो वह कुछ हद तक सामान्य हुआ और अपना पता बताया। नौजवान ने बताया कि उसका नाम इरफान शाह वल्द शरीफ शाह है और वह रुद्रपुर उत्तराखंड का रहने वाला है। इसके बाद खलीफा ने उसके परिजनों से संपर्क किया। खलीफा के मुताबिक इमरान कारपेंटर का काम करता है और कमाने-खाने इंदौर गया था। वहां अंधेरे का फायदा उठाकर लोगों ने इस बुरी तरह पीटा और मोबाइल व पैसे सब छीन लिया। नौजवान को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उससे उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया था। ऐसे में वह ट्रेन के जरिए भटकता रहा और किसी ने भिलाई में उतार दिया। यहां भी उसे अकेला देख कुछ लोगों ने मारपीट की। इससे नौजवान बुरी तरह डरा हुआ था और कुछ कहने की हालत में नहीं था। खलीफा के साथ रहते हुए नौजवान धीरे-धीरे सामान्य हुआ और वह अब अपना पता बताने और घरवालों को पहचानने की स्थिति में है। खलीफा ने बताया कि इरफान के घर वालों से संपर्क हुआ तो उनके पिता यहां भिलाई पहुंचे और 18 मार्च को अपने साथ ले गए।
• संपर्क [खलीफा]-
• 90397 84423
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