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छत्तीसगढ़ आसपास संयंत्र की खबरें…

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भिलाई के नेहरू आर्ट गैलरी में चित्रकार गौतम सील की चित्रकला प्रदर्शनी : 24 अप्रैल, 2025 को संध्या 5.30 बजे संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक आर. के. श्रीवास्तव करेंगे

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जनसंपर्क विभाग द्वारा संचालित, इंदिरा प्लेस, सिविक सेंटर स्थित नेहरू आर्ट गैलरी में 24 अप्रैल 2025 को स्थानीय चित्रकार श्री गौतम सील की चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन 24 अप्रैल 2025 को संध्याकाल 5ः30 बजे मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएं) श्री आर के श्रीवास्तव द्वारा किया जायेगा।
श्री गौतम सील का चित्रकला के प्रति बचपन से ही रूझान था। अपनी सूक्ष्म दृष्टिकोण और जटिल विवरणों को रंगों और रेखाओं के माध्यम से व्यक्त करते हैं। उनकी कृतियाँ केवल चित्र नहीं, बल्कि जीवंत कहानियाँ हैं, जो औद्योगिक जीवन, सांस्कृतिक गतिविधियों और मानव जीवन की सूक्ष्म झलकियों को अत्यंत कलात्मकता एवं संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करती हैं।
श्री गौतम सील, बैंक ऑफ इंडिया से वरिष्ठ प्रबंधक के रूप में सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्ति के पष्चात भी अपनी भावनाओं को कैनवास पर आकार देकर कल्पना की दुनिया से प्रकृति का मनोरम चित्रण कर अपनी रचनात्मक ऊर्जा को दर्षाते है। वे पिछले 37 वर्षों से बच्चों को चित्रकला का प्रषिक्षण भी दे रहे हैं।
चित्रकला प्रदर्शनी कलाकारों के विविधतापूर्ण दृष्टिकोण और रचनात्मकता का प्रदर्शन करती है। प्रदर्शनी में प्रदर्शित प्रत्येक चित्र कलाकार की मेहनत, लगन और अद्वितीय दृष्टिकोण का परिणाम होता है जो उनके विचारों, भावनाओं और अनुभवों को दृश्यमान करते है। प्रदर्षनी जहां, नवोदित कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करती है, वहीं वरिष्ठ कलाकार अपनी नवीनतम कृतियों से दर्शकों को रूबरू कराते हैं।
यह तीन दिवसीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी 24 से 26 अप्रैल 2025 तक प्रतिदिन संध्या 5.30 बजे से रात्रि 8.30 बजे तक आम जनता के अवलोकनार्थ खुली रहेगी।

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‘सुरक्षा मंथन’ : सेल की 16वीं सेफ्टी एंड फॉयर सर्विस प्रमुखों की बैठक सम्पन्न

‘सुरक्षा मंथन’ – सेल की 16वीं सेफ्टी & फायर सर्विस प्रमुखों की बैठक का भिलाई में शुभारंभ
स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (सेल) की 16वीं सेफ्टी & फायर सर्विसेस प्रमुखों की बैठक, ‘सुरक्षा मंथन’ बैठक की शुभारम्भ भिलाई में हुई। “विकसित भारत के लिए सुरक्षा एवं कल्याण अत्यावश्यक” थीम पर आधारित इस दो-दिवसीय बैठक का उद्घाटन 23 अप्रैल 2025 को भिलाई निवास में संपन्न हुआ।
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सुरक्षा अभियान्त्रिकी विभाग (एसईडी) द्वारा सेल सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन (एसएसओ) के सहयोग से यह दो दिवसीय बैठक-सह-कार्यशाला, 23 से 24 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जा रही है।
उद्घाटन समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसकी अध्यक्षता कार्यपालक निदेशक (एसएसओ) श्री अनुप कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं–बीएसपी) श्री एस. मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा–बीएसपी) श्री प्रवीण निगम, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन–बीएसपी) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइन्स–बीएसपी) श्री बी.के. गिरि, कार्यपालक निदेशक (संकार्य–बीएसपी) श्री राकेश कुमार एवं कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं–बीएसपी) डॉ. रविंद्रनाथ एम. ने की।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधकगण, महाप्रबंधकगण सहित सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण, तथा सेल के विभिन्न इकाइयों – एसएसओ, डीएसपी, आरएसपी, बीएसएल, आईएसपी, एएसपी, वीआईएसएल, सीएफपी, बीएसपी माइंस, जेजीओएम, एसआरयू एवं एसएसपी से आए प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इस बैठक का उद्देश्य पूर्व सुरक्षा बैठकों की समीक्षा करना, डिजिटल और तकनीकी सुरक्षा उपायों की प्रगति का अवलोकन करना, प्रमुख परिचालन क्षेत्रों में सुरक्षा सुधार, ऑडिट अनुपालन, घटनाओं का विश्लेषण तथा वित्तीय वर्ष 2025–26 में सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाओं के लिए भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तय करना है। इस दो-दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुतियों में विभिन्न इकाइयों में सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने से संबंधित प्रमुख विषयों पर केंद्रित परिचर्चाएं, जिनमें सुरक्षा पहलों और थ्रस्ट क्षेत्रों पर प्रस्तुति, संयंत्रवार सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवा अद्यतन, एजेंडा-आधारित सुरक्षा प्रस्तुतियाँ, तथा सुधार के सुझाव और खुली चर्चा शामिल हैं।
अपने संबोधन में कार्यपालक निदेशक (एसएसओ) श्री अनुप कुमार ने कहा कि, “पिछली पंद्रह बैठकें एमटीआई रांची में आयोजित की गईं, किंतु इस वर्ष इसे भिलाई इस्पात संयंत्र में आयोजित करने का निर्णय विशेष महत्व रखता है।” उन्होंने कहा कि “जहां रणनीति बनती है और जहां उसे लागू किया जाता है, दोनों स्थानों के वातावरण और परिस्थितियों में बड़ा अंतर होता है। यह मंच हमें फील्ड आधारित अनुभवों और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का प्रत्यक्ष आदान-प्रदान करने का अवसर देता है।” उन्होंने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र निरंतर अन्य इकाइयों का पथप्रदर्शक बना हुआ है और उसकी सुरक्षा प्रक्रियाएं बेंचमार्क के रूप में मानी जाती हैं। “ऐसी स्थिति में यह बीएसपी पर और अधिक दायित्व भी डालता है कि वह सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी), मानक अनुरक्षण प्रक्रियाओं (एसएमपी) एवं बेहवियरल इंटरवेंशंस का न केवल सफल अनुपालन करे, बल्कि उसमें कुशल अनुशासन सुनिश्चित करे।” उन्होंने आशा व्यक्त की कि ‘सुरक्षा मंथन’ बैठक के दौरान विचार-विमर्श से नई प्रभावी कार्य प्रणालियों का उद्भव होगा, जो सेल को दुर्घटनारहित संगठन बनने की दिशा में आगे ले जाएगा।
कार्यपालक निदेशक (संकार्य–बीएसपी) श्री राकेश कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि सुरक्षा प्रणाली की सफलता एक श्रृंखलाबद्ध प्रतिक्रिया के समान है, जहां प्रत्येक व्यक्ति की सक्रिय सहभागिता आवश्यक होती है। उन्होंने कहा, “मौजूदा प्रणालियों के बावजूद कई बार सुरक्षा नियमों के अनुपालन में खामियां रह जातीं हैं, जिनसे दुर्घटनाएं घटित होती हैं। यह बैठक उन खामियों की गहन समीक्षा कर, सुदृढ़ कार्यप्रणाली विकसित करने का एक सशक्त अवसर है, जिससे सेल के इस्पात संयंत्रों में सुरक्षित और दक्ष संचालन संभव हो सके।”
कार्यक्रम का आरंभ मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्नि सेवाएं) श्री देबदत्त सतपथी के स्वागत भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने ‘सुरक्षा मंथन’ की आवश्यकता और प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने संयंत्र स्तर पर की गई सुरक्षा ऑडिट्स, आपातकालीन प्रतिक्रिया योजनाएं और भविष्य की योजनाओं की संक्षिप्त रिपोर्ट भी प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का संचालन सहायक महाप्रबंधक (एसईडी) श्री शोभन घोष द्वारा किया गया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक प्रभारी (एसईडी) श्री संजय कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुत किया।
‘सुरक्षा मंथन’ बैठक के आयोजक समिति में शामिल सुरक्षा अभियान्त्रिकी विभाग से श्री एस सुनोव, श्री पी एम राजेंद्र कुमार, सुश्री यू वी सुभद्रा, श्री सरोज कुमार महतो, श्री जे तुलसीदासन, श्री एस आर शेंडे, श्री अजय कुमार गोने, श्री मृदुल श्रीवास्तव, श्री जीवन लाल ध्रुव, श्री अनुराग पाठक, श्री अजय टल्लू, श्री अरिजीत रॉय, श्री वेंकटपति राजू, श्री अखिल मिश्रा, श्री जनार्दन वेंकट राव, श्री प्रवीण कुमार शुक्ला, श्री सूरज वर्मा, तथा अग्निशमन विभाग से श्री संजय धवस, श्री बी के महापात्रा, श्री देबाशीश भट्टाचार्जी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इसके सफल आयोजन में अपना सहयोग प्रदान किया।

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सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र में अधिसंरच ना को नई गति : ईटीपी एवं अग्नि सुरक्षा प्रणाली का लोकार्पण

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जेएलएन चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र में अधोसंरचना को नई गति: ईटीपी एवं अग्नि सुरक्षा प्रणाली का लोकार्पण
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा 23 अप्रैल 2025 को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र (जेएलएन एचआरसी) में दो महत्त्वपूर्ण अधोसंरचनात्मक सुविधाएं – 300 केएलडी एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) एवं अत्याधुनिक ड्यूल फायर डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम का लोकार्पण किया गया। उल्लेखनीय है कि ये दोनों नवस्थापित व्यवस्थाएं न केवल चिकित्सालय की परिचालन क्षमता को सुदृढ़ करेंगी, बल्कि सुरक्षा मानकों को भी उल्लेखनीय रूप से ऊंचा उठाएंगी।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री एस. मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) श्री प्रवीण निगम, कार्यपालक निदेशक (माइन्स) श्री बी.के. गिरि, तथा कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. रवीन्द्रनाथ एम. की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएं) श्री अनुराग उपाध्याय, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएं) श्री उमेश भारद्वाज, मुख्य महाप्रबंधक (सीईटी) श्री प्रणय कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. विनीता द्विवेदी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. कौशलेंद्र ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ सौरव मुखर्जी, महाप्रबंधक (एम&एस-मेडिकल) श्री एसएम शाहिद अहमद, सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. उदय कुमार, महाप्रबंधक (पीपीसी) श्री संजय दवे, महाप्रबंधक (डीआईसी सचिवालय) श्री अतुल नौटियाल, महाप्रबंधक (जनसंपर्क) श्री प्रशांत तिवारी तथा संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, मुख्य चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सकगण और नर्सिंग स्टाफ भी उपस्थित थे।
श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने दीप प्रज्वलन कर इन सुविधाओं का विधिवत शुभारंभ किया एवं जेएलएन चिकित्सालय सामूहिक टीम को बधाई दी। उन्होंने टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए नवस्थापित प्रणालियों के दक्ष एवं विवेकपूर्ण उपयोग की शुभकामनाएं दीं।
300 केएलडी क्षमता वाला एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) चिकित्सालय के 860-बेड युक्त संकुल से उत्पन्न अपशिष्ट जल का उपचार करेगा। यह संयंत्र भौतिक विधियों जैसे स्क्रीनिंग एवं सेडीमेंटेशन (एसएमएफटी व लमेल्ला क्लैरिफायर), जैविक उपचार हेतु मूविंग बेड बायोफिल्म रिएक्टर (एमबीबीआर) तकनीक, तथा रासायनिक प्रक्रियाओं जैसे कोएग्युलेशन एवं पीएच स्थिरीकरण की मिश्रित विधि अपनाता है। उपचारित जल को या तो परिसर में पुनः उपयोग किया जाएगा अथवा पर्यावरणीय मानकों—पी एच, बीओडी, सीओडी एवं टीएसएस—की सतत निगरानी के उपरांत सुरक्षित रूप से निर्वहन किया जाएगा।
नवस्थापित ड्यूल फायर डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम दो प्रमुख सुविधाओं से युक्त है। पहला, वाटर स्प्रिंकलर नेटवर्क, जो 19,670 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है, जिसमें 3,910 स्प्रिंकलर तथा 600 मल्टी-सेंसर डिटेक्टर लगे हैं। दूसरा, क्लीन एजेंट गैस सप्रेशन सिस्टम, जो 1,025 वर्ग मीटर अतिरिक्त क्षेत्र को सुरक्षा प्रदान करता है। यह प्रणाली भूमिगत व मुख्य पाइपलाइन नेटवर्क द्वारा सशक्त की गई है, जो चिकित्सालय के संवेदनशील क्षेत्रों में अग्नि सुरक्षा की एक सशक्त परत प्रदान करती है।
ये अधोसंरचनात्मक सुदृढ़ीकरण न केवल जेएलएन चिकित्सालय की कार्यप्रणाली को आधुनिक मानकों के अनुरूप बनाएंगे, बल्कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की सामाजिक स्वास्थ्य प्रतिबद्धता को भी नई ऊर्जा प्रदान करेंगे।

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