• Chhattisgarh
  • छत्तीसगढ़ी कविता में मद्य-निषेध. •अरुण कुमार निगम.

छत्तीसगढ़ी कविता में मद्य-निषेध. •अरुण कुमार निगम.

4 years ago
327

शराब, मय, मयकदा, रिन्द, जाम, पैमाना, सुराही, साकी आदि विषय-वस्तु पर हजारों गजलें बनी, फिल्मों के गीत बने, कव्वालियाँ बनी। बच्चन ने अपनी मधुशाला में इस विषय-वस्तु में जीवन-दर्शन दिखाया। सभी संत, महात्माओं, ज्ञानियों और विचारकों ने शराब को सामाजिक बुराई ही बताया है। छत्तीसगढ़ी कविताओं में मदिरा का गुणगान देखने में नहीं आया है। छत्तीसगढ़ी के कवियों ने मद्यपान का विरोध ही किया गया है।

आइए आज मद्यपान विषय पर छत्तीसगढ़ के कुछ पुराने और नए कवियों की कविताओं से कुछ पंक्तियों का अवलोकन करें –

सर्वप्रथम कवि कोदूराम “दलित” जी के कविता के कुछ अंश –

गुजरिस जब तोर ददा तब तँय, पाए भुइयाँ दू सौ अक्कड़
रुपिया पइसा सोना चाँदी, मँद पी पी के खोए फक्कड़।
तोर ददा बबा मन जीयत भर, कोन्होंच निसा ला छिइन नहीं
मँद मउँहा तो हे गजब दूर, चोंगी माखुर तक पिइन नहीं।।

तइसन के कुल मा राम राम, अइसन निकले तैं हर कपूत
अब घलो नहीं कुछु बिगड़े हे, मँद पीना तज बन जा सपूत।
ये मँद नोहय बिख-जहर आय, घर भर के सत्यानास करे
गँज दिन ले अरे मितान हवस, एखरे चक्कर मा तहूँ परे।

दलित जी की यह एक लम्बी कविता है, जिसका शीर्षक है – “पियइया मन खातिर”। इस कविता में सोलह-सोलह मात्राओं पर यति वाली कुल एक सौ बीस पंक्तियाँ हैं। मेरी जानकारी में दलित जी की यह कविता, मद्यनिषेध पर छत्तीसगढ़ी भाषा की सबसे लम्बी कविता है। उन्होंने मद्यनिषेध पर छत्तीसगढ़ी भाषा में कवित्त भी लिखे हैं। दलित जी ने हिन्दी भाषा में भी मद्यनिषेध पर कविताएँ लिखी हैं। विशेष उल्लेखनीय है कि सन् 1957 में मध्यप्रदेश में मद्यनिषेध सप्ताह के अंतर्गत राज्य-स्तरीय “मद्यनिषेध साहित्य प्रतियोगिता” आयोजित की गई थी जिसमें दुर्ग के कवि कोदूराम “दलित”को प्रथम पुरस्कार मिला था।। द्वितीय पुरस्कार दुर्ग के ही कवि श्री पतिराम साव को मिला था। गाडरवारा की कुमारी सुषमा खाटे को तृतीय पुरस्कार मिला था।

दुर्ग के कवि श्री रघुवीर अग्रवाल “पथिक” ने मद्यनिषेध पर अपने चरगोड़िया में एक शराबी की दुर्गति का सटीक चित्रण किया है –

पियत हवय दारू, रात दिन समारू
गिरे हवै नाली म, सुन गंगाबारू
वोकर पियास ला कुकुर मन बुझावैं
दुरगत सराबी के, देख ले बुधारू।।

छत्तीसगढ़ी भाषा में खैरागढ़ के कवि श्री विनयशरण सिंह की किताब “चल ढक्कन खोल”, संभवतः प्रथम किताब होगी जो पूर्णतः “मद्यपान” पर ही लिखी गई है। मुक्तक शैली में लिखी गई इस किताब का मूल स्वर व्यंग्य है।

जइसे जइसे दिन ढरकत हे भट्ठी मा
पीने वाला मन लरकत हें भट्ठी मा
चारों कोती नसा के जादू छाए हे
चोला के नस-नस फरकत हे भट्ठी मा।

भट्ठी हा सरग के दुवार सही लगथे
दारू हा अमृत के धार सही लगथे
दारू बेचइया हा ता फेर दरूहा परानी ला
सउँहत बरम्हा के अवतार सही लगथे।

अब कुछ नए कलमकारों की प्रतिभा से भी परिचय हो जाए जिन्होंने भारतीय छन्दों में मद्यनिषेध पर अपने उद्गार व्यक्त किये हैं –

ग्राम गिधवा (बेमेतरा) के छंद-साधक हेमलाल साहू अपने “छन्नपकैया छंद” द्वारा मदिरा पीकर वाहन न चलने की सलाह दे रहे हैं –

छन्न पकैया छन्न पकैया, सुरता राख समारू।
कभू चलाबे झन गाड़ी ला, पीके तँय हर दारू।6।

वे जयकारी छन्द में भी सचेत करते हैं –

झन पी दारू मोर मितान
जग मा मिले सदा अपमान।
छोड़ जुआ अउ चित्ती तास
होवय खेत खार धन नास।।

ग्राम हथबन्द के छन्द साधक चोवा राम ” बादल” के सरसी छन्द में एक शराबी के चरित्र को दो पंक्तियों में बताया गया है –

पी खा के जी उधम मँचाथें, उन दारू अउ मास ।
जइसे अबड़ खराये कलजुग, गुंडा करथें नास।।

“बादल” जी अपने उल्लाला छन्द के माध्यम से सचेत भी कर रहे हैं –
दारू पीके नाचबे, जम्मो इज्जत सानबे।
माखुर गुटका फाँकबे, खोख खोख तैं खाँसबे ।।

एन टी पी सी कोरबा की छंद-साधिका आशा देशमुख का यह दोहा छन्द, छत्तीसगढ़ी भाषा की भाव-सम्प्रेषण क्षमता का प्रत्यक्ष प्रमाण है –

जे घर मुखिया दारू बेचय, वो घर कोन बचाये।
पैरावट मा आगी धरके, बीड़ी ला सुलगाये।

अपने सार छंद में भी उन्होंने इन्हीं भावों को कुछ इस तरह से प्रकट किया है –

मुखिया बेंचय दारू ला ता,घर ला कोन बचाही ।
बीड़ी सुलगाबे बारी मा,पैरावट जल जाही।8

बलौदाबाजार के छंद-साधक दिलीप कुमार वर्मा अपने दुमदार दोहे में दमदार बात कही है –

दरुहा सोंचत हे सगा, खाँव कसम मँय आज।
छोड़वँ दारू काल ले, तब बनही सब काज।
आज थोरिक पी लेथौं।
कसम काली बर देथौं।।

वे अपने रोला छंद में मदिरा के दुष्परिणाम भी बता रहे हैं –

राजा होथे रंक, नसा के ये चक्कर मा।
पूँजी सबो सिराय, लगे आगी घर-घर मा।
करथे तन ला ख़ाक, सचरथे सबो बिमारी।
जल्दी आवय काल, बिखरथे लइका नारी।।

बिलासपुर के छन्द-साधक इंजी.गजानंद पात्रे “सत्यबोध” आजकल गजल भी लिख रहे हैं। मद्यनिषेध पर उनका एक शेर देखिए –

हे नाश नशा दारू, घर-द्वार सबो उजड़े।
सुख शांति खुदे तन ला, शमशान करे मनखे।।

इसी क्रम में ग्राम कचलोन (सिमगा) के छंदसाधक मनीराम साहू ‘मितान’ ने अमृत ध्वनि छन्द में व्यंग्य का शिष्ट प्रयोग किया है –

सुन चकरित खागेवँ मैं, दरुहा मन के गोठ।
कहिँन रोग ले झन डरा, पीबो हम तो पोठ।
पीबो हम तो, पोठ बिकत हे, जब सरकारी।
धरय नही सुन, एकर पीये, एक बिमारी।
मंद हरय जी, कोरोना के, औषध पबरित।
फुटिस नही जी,बक्का मुँह ले,मैं सुन चकरित

गोरखपुर, कवर्धा के छन्द-साधक सुखदेव सिंह अहिलेश्वर, “भुजंग प्रयात छंद” में नशे को विनाशकारी बताते हुए उससे बच कर रहने की नसीहत दे रहे हैं –

करौ रोज योगा निरोगी बनौ जी।
रखे सोंच सादा सही मा सनौ जी।
नशा नाशकारी पियावौ न पीयौ।
बिमारी रहे दूर सौ साल जीयौ।

वे अपने “दोहा छन्द” में भी मदिरा के दुष्परिणाम के प्रति सचेत कर रहे हैं –

टँठिया लोटा बेंच के, पीयय दारू मंद।
ते प्रानी के जानले, दिन बाँचे हे चंद।7।

भाटापारा के साधक अजय “अमृतांशु” अपने “त्रिभंगी छन्द” में मद्यनिषेध की बात कुछ इस तरह से करते हैं –

दारू ला पीबे, कम दिन जीबे, दुख के येमा, खान भरे।
पीथस तँय काबर, एक मन आगर, बरबादी हे, जान डरे।
लोटा बेचाये, गारी खाये, दारू पी के, नाश करे ।
कोनो नइ भावय, कुछु नइ पावय, अक्खड़ दरुहा, नाम परे।

ग्राम अल्दा (तिल्दा) के छन्द-साधक मोहन लाल वर्मा “आभार सवैया” में नशा त्यागने के लिए अनुरोध कर रहे हैं –

हीरा सही तोर काया ल संगी,बिना फोकटे के तमाशा बनाये ग ।
झूमे गली खोर मा मंद पीके, जमाना घलो मा शराबी कहाये ग।
माने नही बात ला रार ठाने ,खुदे मान पैसा सबो ला गँवाये ग ।
छोड़े नशा के करे तोर वादा, बता फेर कैसे कहाँ तैं भुलाये ग।।

ग्राम चंदैनी, कवर्धा के छंद-साधकज्ञानुदास मानिकपुरी के “चौपई छंद” मद्यपान के कारण उत्पन्न हालात का वर्णन करते हुए कहते हैं –
दारू के बोहाथे धार,
पीके रोज मतावय रार।
का लइका डोकरा जवान।
झुमरत रहिथे बड़े बिहान।।

सारंगढ़ के छंद-साधक दुर्गा शंकर इजारदार “बरवै छन्द” के माध्यम से सचेत करते हुए कहते हैं –

नशा नाश के जड़ ए , तँय हर जान ।
माटी मा मिल जाथे , सब सनमान ।1।
बीड़ी दारू गाँजा , सबला छोड़ ।
आगू बढ़ना हे ता ,पइसा जोड़ ।3।

वे “विष्णु पद छंद” में कुछ इस तरह से उलाहना दे रहे हैं –

कुकरी दारू मा माते हस, छूटे राम लला।
घर के खेती परिया परगे ,कइसे तोर कला।।

नवोदित छन्द साधक अशोक धीवर “जलक्षत्री” अपने “रोला छन्द” के माध्यम स मद्यनिषेध का समर्थन करते हुए कहते हैं –

दारू झन पी यार, फेर पाछू पछताबे।
जिनगी के दिन चार, कहाँ तँय येला पाबे।।
माँसाहार तियाग, तहाँ ले जिनगी बड़ही।
सुख पाबे भरमार, इही हा मंगल करही।।

राजिम की नवोदित छन्द साधिका सुधा शर्मा “छन्नपकैया छन्द” में अपनी बात कहती हैं –

छन्न पकैया छन्न पकैया,होगे हावे गड़बड़।
सुते हवे इतवारी भैया,पीए दारू अड़बड़।।

ग्राम समोदा के नवोदित छन्द साधक गुमान प्रसाद साहू का “छप्पय छन्द” इसी संदर्भ में कुछ इस तरह से है –

दारू गुटखा पान, हानिकारक बड़ हावय,
करय अपन नुकसान, जेन हा येला खावय।
आनी-बानी रोग, खाय ले येकर होथे,
परे नशा के जाल, जान कतको हे खोथे।।
किरिया खाके तुम सबो, नशा पान ला छोड़ दव।
आज नशा के जाल ला, जग ले सबझन तोड़ दव।।

अन्त में मेरा माने दुर्ग के अरुण कुमार निगम का “रोला छन्द भी यही निवेदन कर रहा है कि मदिरा का त्याग करो –

पछतावै मतवार, पुनस्तर होवै ढिल्ला
भुगतै घर परिवार, सँगेसँग माई-पिल्ला
पइसा खइता होय, मिलै दुख झउहा-झउहाँ
किरिया खा के आज, छोड़ दे दारू-मउहाँ

आलेख – अरुण कुमार निगम
आदित्य नगर, दुर्ग
छत्तीसगढ़

[ ●आलेख,दुर्ग-छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार अरुण कुमार निगम. ]

●●● ●●● ●●●

विज्ञापन (Advertisement)

ब्रेकिंग न्यूज़

breaking Chhattisgarh

पटवारी के पद पर चार आवेदकों को मिली अनुकम्पा नियुक्ति

breaking Chhattisgarh

रायपुर दक्षिण पर भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर मुख्यमंत्री साय ने दी बधाई, कहा – हमारी सरकार और पीएम मोदी पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद

breaking Chhattisgarh

बृजमोहन के गढ़ में सालों से बना रिकॉर्ड बरकरार, सुनील सोनी ने भाजपा को दिलाई ऐतिहासिक जीत, सुनिए सांसद अग्रवाल ने क्या कहा ?

breaking Chhattisgarh

महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बीच सीएम एकनाथ शिंदे की आई प्रतिक्रिया, CM चेहरे पर BJP को दे डाली नसीहत

breaking Chhattisgarh

रायपुर दक्षिण सीट पर सुनील सोनी जीते, कांग्रेस के आकाश शर्मा को मिली करारी मात

breaking Chhattisgarh

घोटाले को लेकर CBI के हाथ लगे अहम सबूत, अधिकारी समेत उद्योगपति को किया गया गिरफ्तार

breaking Chhattisgarh

इस देश में पाकिस्तानी भिखारियों की बाढ़; फटकार के बाद पाकिस्तान ने भिखारियों को रोकने लिए उठाया कदम

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी पर मंडराया खतरा! क्यों राइस मिलरों ने कस्टम मिलिंग न करने की दी चेतावनी?

breaking Chhattisgarh

छत्‍तीसगढ़ में बजट सत्र के पहले नगरीय निकाय-पंचायत चुनाव कराने की तैयारी, दिसंबर में हो सकती है घोषणा

breaking Chhattisgarh

वधुओं के खाते में सरकार भेजेगी 35000 रुपये, जानें किस योजना में हुआ है बदलाव

breaking Chhattisgarh

अमेरिका में गौतम अडानी का अरेस्‍ट वारंट जारी,धोखाधड़ी और 21 अरब रिश्वत देने का आरोप

breaking Chhattisgarh

भाईयों से 5वीं के छात्र की मोबाइल को लेकर नोक-झोक, कर लिया सुसाइड

breaking Chhattisgarh

छत्‍तीसगढ़ में तेजी से लुढ़का पारा, बढ़ने लगी ठंड, सरगुजा में शीतलहर का अलर्ट, 9 डिग्री पहुंचा तापमान

breaking Chhattisgarh

सुप्रीम कोर्ट के वारंट का झांसा दे कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट से ठगी, 5 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 49 लाख लूटे

breaking Chhattisgarh

चींटी की चटनी के दीवाने विष्णुदेव किसे कहा खिलाने! बस्तर के हाट बाजारों में है इसकी भारी डिमांड

breaking Chhattisgarh

IIT Bhilai में अश्लीलता परोसने वाले Comedian Yash Rathi के खिलाफ दर्ज हुई FIR

breaking Chhattisgarh

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू से सीएम साय ने की मुलाकात, क्षेत्रीय हवाई अड्‌डों के विकास पर हुई चर्चा

breaking international

कनाडा ने भारत की यात्रा कर रहे लोगों की “विशेष जांच” करने का ऐलान ,क्या है उद्देश्य ?

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में भी टैक्स फ्री हुई फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’, सीएम ने की घोषणा

breaking Chhattisgarh

6 दिन में कमाए 502 करोड़ रुपये, अभी और होगी कमाई, जानिए छत्तीसगढ़ में किसानों की कैसे हुई बल्ले-बल्ले

कविता

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : रियाज खान गौहर

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

रचना आसपास : पूनम पाठक ‘बदायूं’

poetry

ग़ज़ल आसपास : सुशील यादव

poetry

गाँधी जयंती पर विशेष : जन कवि कोदूराम ‘दलित’ के काव्य मा गाँधी बबा : आलेख, अरुण कुमार निगम

poetry

रचना आसपास : ओमवीर करन

poetry

कवि और कविता : डॉ. सतीश ‘बब्बा’

poetry

ग़ज़ल आसपास : नूरुस्सबाह खान ‘सबा’

poetry

स्मृति शेष : स्व. ओमप्रकाश शर्मा : काव्यात्मक दो विशेष कविता – गोविंद पाल और पल्लव चटर्जी

poetry

हरेली विशेष कविता : डॉ. दीक्षा चौबे

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : अनीता करडेकर

poetry

‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक व कवि प्रदीप भट्टाचार्य के हिंदी प्रगतिशील कविता ‘दम्भ’ का बांग्ला रूपांतर देश की लोकप्रिय बांग्ला पत्रिका ‘मध्यबलय’ के अंक-56 में प्रकाशित : हिंदी से बांग्ला अनुवाद कवि गोविंद पाल ने किया : ‘मध्यबलय’ के संपादक हैं बांग्ला-हिंदी के साहित्यकार दुलाल समाद्दार

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

poetry

कविता आसपास : विद्या गुप्ता

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

कविता आसपास : श्रीमती रंजना द्विवेदी

poetry

कविता आसपास : तेज नारायण राय

poetry

कविता आसपास : आशीष गुप्ता ‘आशू’

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

कहानी

story

लघुकथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

कहिनी : मया के बंधना – डॉ. दीक्षा चौबे

story

🤣 होली विशेष :प्रो.अश्विनी केशरवानी

story

चर्चित उपन्यासत्रयी उर्मिला शुक्ल ने रचा इतिहास…

story

रचना आसपास : उर्मिला शुक्ल

story

रचना आसपास : दीप्ति श्रीवास्तव

story

कहानी : संतोष झांझी

story

कहानी : ‘ पानी के लिए ‘ – उर्मिला शुक्ल

story

व्यंग्य : ‘ घूमता ब्रम्हांड ‘ – श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव [भिलाई छत्तीसगढ़]

story

दुर्गाप्रसाद पारकर की कविता संग्रह ‘ सिधवा झन समझव ‘ : समीक्षा – डॉ. सत्यभामा आडिल

story

लघुकथा : रौनक जमाल [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

लघुकथा : डॉ. दीक्षा चौबे [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

🌸 14 नवम्बर बाल दिवस पर विशेष : प्रभा के बालदिवस : प्रिया देवांगन ‘ प्रियू ‘

story

💞 कहानी : अंशुमन रॉय

story

■लघुकथा : ए सी श्रीवास्तव.

story

■लघुकथा : तारक नाथ चौधुरी.

story

■बाल कहानी : टीकेश्वर सिन्हा ‘गब्दीवाला’.

story

■होली आगमन पर दो लघु कथाएं : महेश राजा.

story

■छत्तीसगढ़ी कहानी : चंद्रहास साहू.

story

■कहानी : प्रेमलता यदु.

लेख

Article

तीन लघुकथा : रश्मि अमितेष पुरोहित

Article

व्यंग्य : देश की बदनामी चालू आहे ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

लघुकथा : डॉ. प्रेमकुमार पाण्डेय [केंद्रीय विद्यालय वेंकटगिरि, आंध्रप्रदेश]

Article

जोशीमठ की त्रासदी : राजेंद्र शर्मा

Article

18 दिसंबर को जयंती के अवसर पर गुरू घासीदास और सतनाम परम्परा

Article

जयंती : सतनाम पंथ के संस्थापक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी

Article

व्यंग्य : नो हार, ओन्ली जीत ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

🟥 अब तेरा क्या होगा रे बुलडोजर ❗ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा.

Article

🟥 प्ररंपरा या कुटेव ❓ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा

Article

▪️ न्यायपालिका के अपशकुनी के साथी : वैसे ही चलना दूभर था अंधियारे में…इनने और घुमाव ला दिया गलियारे में – आलेख बादल सरोज.

Article

▪️ मशहूर शायर गीतकार साहिर लुधियानवी : ‘ जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है, जंग क्या मसअलों का हल देगी ‘ : वो सुबह कभी तो आएगी – गणेश कछवाहा.

Article

▪️ व्यंग्य : दीवाली के कूंचे से यूँ लक्ष्मी जी निकलीं ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

25 सितंबर पितृ मोक्ष अमावस्या के उपलक्ष्य में… पितृ श्राद्ध – श्राद्ध का प्रतीक

Article

🟢 आजादी के अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. अशोक आकाश.

Article

🟣 अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. बलदाऊ राम साहू [दुर्ग]

Article

🟣 समसामयिक चिंतन : डॉ. अरविंद प्रेमचंद जैन [भोपाल].

Article

⏩ 12 अगस्त- भोजली पर्व पर विशेष

Article

■पर्यावरण दिवस पर चिंतन : संजय मिश्रा [ शिवनाथ बचाओ आंदोलन के संयोजक एवं जनसुनवाई फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ प्रमुख ]

Article

■पर्यावरण दिवस पर विशेष लघुकथा : महेश राजा.

Article

■व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा.

राजनीति न्यूज़

breaking Politics

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर दिया बड़ा बयान

Politics

■छत्तीसगढ़ :

Politics

भारतीय जनता पार्टी,भिलाई-दुर्ग के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय जे.दानी,लल्लन मिश्रा, सुरेखा खटी,अमरजीत सिंह ‘चहल’,विजय शुक्ला, कुमुद द्विवेदी महेंद्र यादव,सूरज शर्मा,प्रभा साहू,संजय खर्चे,किशोर बहाड़े, प्रदीप बोबडे,पुरषोत्तम चौकसे,राहुल भोसले,रितेश सिंह,रश्मि अगतकर, सोनाली,भारती उइके,प्रीति अग्रवाल,सीमा कन्नौजे,तृप्ति कन्नौजे,महेश सिंह, राकेश शुक्ला, अशोक स्वाईन ओर नागेश्वर राव ‘बाबू’ ने सयुंक्त बयान में भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव से जवाब-तलब किया.

breaking Politics

भिलाई कांड, न्यायाधीश अवकाश पर, जाने कब होगी सुनवाई

Politics

धमतरी आसपास

Politics

स्मृति शेष- बाबू जी, मोतीलाल वोरा

Politics

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हलचल

breaking Politics

राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- मर्यादित भाषा में रखें अपनी बात

Politics

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा पर केन्द्रित ‘ग्रामोदय’ पत्रिका और ‘बहुमत’ पत्रिका के 101वें अंक का किया विमोचन

Politics

मरवाही उपचुनाव

Politics

प्रमोद सिंह राजपूत कुम्हारी ब्लॉक के अध्यक्ष बने

Politics

ओवैसी की पार्टी ने बदला सीमांचल का समीकरण! 11 सीटों पर NDA आगे

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ग्वालियर में प्रेस वार्ता

breaking Politics

अमित और ऋचा जोगी का नामांकन खारिज होने पर बोले मंतूराम पवार- ‘जैसी करनी वैसी भरनी’

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, भूपेश बघेल बिहार चुनाव के स्टार प्रचारक बिहार में कांग्रेस 70 सीटों में चुनाव लड़ रही है

breaking National Politics

सियासत- हाथरस सामूहिक दुष्कर्म

breaking Politics

हाथरस गैंगरेप के घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा, पढ़िए पूरी खबर

breaking Politics

पत्रकारों के साथ मारपीट की घटना के बाद, पीसीसी चीफ ने जांच समिति का किया गठन