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प्रदेश सरकार ने शिक्षक अभ्यर्थियों जो TET दिला चुके हैं उन्हें दी है बड़ी सौगात.
शिक्षक बनने के इच्छुक नौजवानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के योग्यता प्रमाणपत्र की वैधता अवधि को सात के बजाय बढ़ाकर ताउम्र कर दिया है। शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है। अब एक बार टीईटी पास करने पर यह जीवन भर के लिए मान्य रहेगा। शिक्षा विभाग के इस फैसले से शिक्षक की नौकरी का सपना देखने वाले लाखों युवाओं को फायदा होगा।
आपको बता दें कि पूर्व में TET की परीक्षा दिलाने वालों और उसमें सफल होने के बाद एक निश्चित समयावधि के लिए प्रमाण पत्र को वैध माना जाता था। इस बीच उन्हें सेवा का मौका मिल गया तो ठीक, अन्यथा पात्रता अवधि समाप्त होने के बाद फिर से परीक्षा दिलानी पड़ती थी, लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने प्रदेश के शिक्षक अभ्यर्थियों को मुक्त कर दिया है और अब एक बार सफल होने के बाद उन्हें दोबारा परीक्षा में बैठने की आवश्यकता नहीं है।
इस विषय को लेकर पूर्व में आदेश जारी किया गया था, जिसमें कुछ खामियां थी, जिसे संशोधित करते हुए आदेश पुनः जारी किया गया है। जिसमें स्पष्ट उल्लेखित है कि जिन अभ्यर्थियों की शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र की वैधता समाप्त हो चुकी है, उनके प्रमाण पत्र आजीवन वैध माने जाएंगे।
बहरहाल यह आदेश उन प्रदेश के उन तमाम लोगों के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से बड़ी सौगात से कम नहीं है, जिनके प्रमाण पत्र की वैधता समाप्त हो चुकी है। अब उन्हें बगैर टेट परीक्षा में शामिल हुए शिक्षक बनने के लिए आवेदन करने का अधिकार प्राप्त हो गया है।