रायपुर में ऐसे 18 नए स्मार्ट टायलेट जिनसे हर साल 1.90 करोड़ से भी ज्यादा का होगा इनकम
रायपुर शहर को जल्द ही स्मार्ट टायलेट की सौगात लोगों को मिलने जा रही है। इन टायलेट से नगर निगम ने कमाई का रास्ता तलाश लिया है। 18 जगहों पर बनाए जा रहे स्मार्ट टायलेट का ठेका रायपुर की ग्रेसफुल मीडिया प्रा.लि. को दिया है। सभी टायलेट को बनाने के लिए निगम को एक पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ रहा है।
केवल टायलेट बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराना होगा। ठेका एजेंसी ही अपने खर्चे पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करेगी। वर्तमान में शास्त्री बाजार और कलेक्टोरेट परिसर में स्मार्ट टायलेट बनकर लगभग तैयार किया जा चुका है। सभी 18 टायलेट को ठेके पर देने से निगम को हर साल 1.90 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि शहर में अलग-अलग स्थानों पर सामान्य टायलेट से हटकर स्मार्ट टायलेट बनाया जा रहा है। इसमें टीवी, सोफा, वेटिंग रूम के साथ बेबी फीडिंग का भी प्रबंध किया गया है। कलेक्टोरेट में देश का अपनी तरह का पहला स्मार्ट शौचालय बनाया गया है जो सर्वसुविधायुक्त है। इसमें महिला-पुरुषों के लिए तीन-तीन यूरिनल और पांच-पांच शौचालय बनाए गए है। इसके साथ ही ट्रांसजेडर और विकलांगों के लिए अलग व्यवस्था की गई है।
स्मार्ट टायलेट के संचालन के साथ ही ग्रेसफुल मीडिया प्रा.लि. दस साल तक इसका रखरखाव भी करेंगी। इसी एजेंसी से निगम को राजस्व मिलेगा। यही नहीं, हर साल पांच-पांच फीसद शुल्क की बढ़ोत्तरी का भी प्रावधान रखा गया है।
स्मार्ट शौचालय परिसर में वेटिंग लाउंज भी बनाया जा रहा है। गर्भवतियों सहित नवजात शिशुओं की सुविधा के लिए अलग से फीडिंग रूम का निर्माण किया जाएगा। निशक्तजनों, तृतीय लिंग समुदाय के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाएगी। खास यह है कि आम लोग बिना पैसे का भुगतान किए इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। यह पूरी तरह से निश्शुल्क रहेगा। स्वच्छता सर्वेक्षण के मापदंड अनुसार ओडीएफ प्लस के नियम शर्तों का भी पालन यहां किया जायेगा।