▪️ कवि सम्मेलन : राज्य स्तरीय विराट हास्य कवि सम्ममेलन.
▪️🤣 भिलाई – 3 : 🕉 जय गौरी दुर्गात्सव समिति के सौजन्य से…
▪️🤣 आयोजन प्रमुख पूर्व पार्षद एवं समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सोनी…
•आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सोनी [दाएँ से पहला]
▪️🤣 आमंत्रित कविगण –
•वीरेंद्र तिवारी ‘ वीरु ‘
•शेख निजामुद्दीन ‘ राही ‘
•पुष्कर सिंग ‘ राज ‘
•शुचि ‘ भवि ‘
•सोनिया सोनी
•संतुराम गंजीर ‘ तुलमुलहा ‘
•राजकुमार चौधरी ‘ रोना ‘
•मधु तिवारी
•छगनलाल सोनी
•डॉ.नौशाद सिद्दीकी ‘ सब्र ‘
•गजेंद्र दिवेदी ‘ गिरीश ‘
भिलाई -3 [डॉ.नौशाद सिद्दीकी] :
हम सो गए तो तुमको जगायेगा कौन,
उंगली पकड़ के राह दिखाएगा कौन,
कवियों की बात कवियों के साथ भिलाई तीन में ओमजय गौरी गणेश दुर्गोत्सव समिति इंदिरा पारा भिलाई ३ के तत्वाधान और पूर्व पार्षद व समिति के अध्यक्ष समाजसेवी राजेंद्र सोनी के आयोजन में पुलिस लाइन के पीछे इन्दिरापारा भिलाई ३ में राज्य स्तरीय विराट हास्य कवि सम्मलेन का आयोजन मंगलवार दिनांक 11.10.2022 को किया गया| यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा और श्रोतागण रात्रि दो बजे तक इस हास्य कवि सम्मलेन का आनंद उठाते रहे|
इस विराट हास्य कवि सम्मलेन का सञ्चालन अर्जुनी (राजनांदगांव) से आये अंचल के प्रख्यात कवि विरेन्द्र तिवारी “वीरू” ने किया, जिनके सञ्चालन शैली से श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए| साथ ही इस कवि सम्मेलन का हिस्सा रहे भिलाई के प्रसिद्द गजलकार शेख निजामुद्दीन “राही”, पुष्कर सिंग “राज” बालोद, शुचि भवि भिलाई, सोनिया सोनी भिलाई, सन्तु राम गंजीर “तुलमुलहा” डोंगरगांव. मधु तिवारी कपसदा, राजकुमार चौधरी “रोना” टेड़ेसरा, छगन लाल सोनी भिलाई ३| कार्यक्रम का संयोजन अंचल के प्रख्यात गजलकार डॉ नौशाद अहमद सिद्दीकी और गजेन्द्र द्विवेदी “गिरीश” भिलाई ३ ने किया था|
बारिश के व्यवधान के कारण कार्यक्रम नियत समय के बजाय लगभग रात्रि दस बजे शुरू हुआ पर श्रोताओं ने इसके बावजूद अपनी जगह नहीं छोड़ी और बारिश बंद होने के पश्चात् दो बजे रात तक इस कार्यक्रम का लुफ्त उठाते रहे और सभी कवियों का उत्साहवर्धन करते रहे|
सर्वप्रथम माँ सरस्वती के पूजन और छत्तीसगढ़ के राज्यगीत गायन के साथ कार्यक्रम की शुरुवात हुई| क्रम में पहले आये कवि सन्तु राम गंजीर “तुलमुलहा” ने टोनही अंधविश्वास पर अपनी कटाक्ष करती रचना से सम्मलेन को अच्छी शुरुवात दी जिसे फिर मधु तिवारी ने श्रृंगार और देशभक्ति पूर्ण रचनाओं के साथ आगे बढाया| एक ओर जहाँ पुष्कर सिंह राज ने भ्रष्टाचार की विभीषिका पर अपनी रचना पढ़ी वही शुचि भवि ने लईका मन हांसत हें हास्य रचना से अपना नया रूप सभी को दिखाया| तत्पश्चात राजकुमार चौधरी ने अपनी छत्तीसगढ़ी गजल से सभी का दिल जीता. सोनिया सोनी ने अपनी श्रृंगारिक रचनाओं से एक बार पुनः सबको सम्मोहित किया और छगन सोनी ने व्यवस्था पर व्यंग करती रचना से सबको सोचने पर विवश किया| फिर गजेन्द्र द्विवेदी गिरीश ने जहाँ शादीशुदा जिंदगी के उतार चढाव पर अपनी रचना “तोर मुखड़ा ल चमकत चाँद में लिखहूँ” से सबको हंसाया वहीँ डॉ नौशाद अहमद सिद्दीकी ने अपनी हास्य गजल से शुरू कर गंभीर विषय पर अपनी बात रखी|
फिर आई उस्तादों की बारी| शेख निजामुद्दीन “राही: ने कौमी एकता का सन्देश देती रचना में कहा कि राम के जैसा बन पाऊं ये नामुमकिन, शबरी का मेहमान बना दे या मौला| और आखिर में कार्यक्रम का सञ्चालन कर रहे कवि वीरेन्द्र तिवारी “वीरू” ने अपनी प्रतिनिधि रचना “तीजा” से सबको खूब गुदगुदाया|
अंत में समिति की ओर से सभी कविओं का सम्मान किया गया और आभार प्रदर्शन श्री राजेंद्र सोनी ने किया, साथ ही अगले साल पुनः ऐसा आयोजन करने का निश्चय किया| कार्यक्रम को सफल बनाने में समित के उपाध्यक्ष रूपराम देवांगन शैलेन्द्र काम्बले, मनोज शर्मा, सचिव निलेश सिंह बघेल. धनञ्जय सोनी, सह-सचिव छबिलाल वर्मा विशम्भर दस मानिकपुरी, कोषाध्यक्ष रवि गन्धर्व टीकमचंद देवांगन व उपकोषाध्यक्ष एश्वर्य सिंह सोमनाथ बारीक के साथ समस्त इन्दिरापारा भिलाई – 3 निवासियों ने सहयोग के साथ कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ.
[ •रिपोर्ट, डॉ.नौशाद सिद्दीकी, ब्यूरो प्रमुख ‘ छत्तीसगढ़ आसपास ‘ ]
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