चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल
कोरोना के समय इलाज शुल्क बढ़ाने पर विरोध
स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय नेता एवं अधिवक्ता सतीश त्रिपाठी ने किया विरोध
एक तरफ जहां कोरोना वायरस संक्रमण के चलते सारे देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और दुर्ग जिले में भी भयंकर आपदाकालीन परिस्थिति बनी है। जिसके कारण लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। लोगों की कमाई कम हुई। बचत पूंजी खर्च हो रही है।खर्च करने की क्षमता भी घट गई है। ऐसे में अस्पतालों की चांदी हो गई है। जहां कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान अस्पतालों और डॉक्टरों का धंधा फलता फूलता स्पष्ट दिखाई दे रहा है। उसी समय गरीबों के नाम पर इलाज करने वाला महत्वपूर्ण चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल भिलाई द्वारा विभिन्न प्रकार के इलाज के नाम पर लिए जाने वाले शुल्कों में कई वर्षों के बाद अचानक जबरदस्त रूप से बढ़ोतरी कर दी गई है। इस संबंध में इमरजेंसी वार्ड मैं एक दीवाल पर बढ़ाई गई दरों को चस्पा कर दिया गया है। केवल इंजेक्शन लगाने का शुल्क पहले 20 रू. था। जिसे बढ़ाकर सीधा 50 रू. कर दिया गया है। जबकि दवा, सुई इत्यादि मरीज स्वयं बाहर से खरीदेगा। आपातकालीन स्थिति में निगरानी चार्ज सीधे 800 रू. कर दिया गया है। इसी प्रकार कई अन्य प्रकार की जांच और इलाज के खर्चों को जबरदस्त तरीके से बढ़ा दिया गया है। स्वाभिमान पार्टी के नेता और अधिवक्ता सतीश कुमार त्रिपाठी ने अस्पताल में जाकर इस विषय में बात की तब पता पड़ा कि यह बढ़ोतरी बीते 5 दिनों पहले ही अचानक की गई है। त्रिपाठी ने कहा है कि एक तरफ जहां आम जनता इस महामारी के दौरान संकट से जूझ रही है ऐसे में अस्पताल द्वारा सामान्य इलाज इत्यादि के लिए बेतहाशा वृद्धि किया जाना आपदा में सहारा और राहत पहुंचाने के स्थान पर आपदा में सामान्य नागरिकों, मरीजों से लाभ कमाने का जरिया बन गया है। यह सही है कि 1-2 वर्ष से अस्पताल में शुल्क वृद्धि नहीं की गई थी। लेकिन बावजूद इसके, ऐसे समय में शुल्क वृद्धि की गई है, जब आम आदमी बेहद परेशान और मजबूर है।इस संबंध में एक पत्र चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल के मैनेजमेंट एवं जिला कलेक्टर को स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों की तरफ से प्रेषित किया जाएगा। इस पत्र के माध्यम से मांग की जाएगी कि अस्पताल प्रबंधन वर्ष 2021 तक कम से कम इस प्रकार अन्याय पूर्ण तरीके से इलाज के नाम पर शुल्क की बढ़ोतरी न करें। जब तक देश में सारी व्यवस्था संपूर्ण रूप से संचालित ना हो जाए। डर का वातावरण समाप्त ना हो जाए, तब तक इस प्रकार की शुल्क वृद्धि अमानवीय है। स्वाभिमान पार्टी की तरफ से बयान जारी करते हुए सतीश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि यह मामला आम लोगों को सीधा प्रभावित करता है इसलिए अस्पताल प्रबंधन एवं जिला प्रशासन को तत्काल कार्यवाही करना आवश्यक है। अन्यथा आंदोलन की परिस्थिति बनेंगी जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी।