धमतरी आसपास, अपनी संस्कृति से युवा पीढ़ी को जोड़ना है अति आवश्यक: डीपेंद्र साहू, बसन्त सचदेव, विशेष सवांददाता
ग्राम सेमरा (डी) में विधानसभा विकास निधि से स्वीकृत आदिवासी समाज सामुदायिक भवन निर्माण कार्य का किया गया विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक जनों द्वारा भूमिपूजन
छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह के शहादत को नमन करते हुए ग्राम सेमरा डी में आदिवासी गोंड समाज द्वारा शहादत दिवस मनाया गया। जिसमें विधानसभा विकास निधि से स्वीकृत आदिवासी समाज हेतु समुदायिक भवन का भूमि पूजन विधायक प्रतिनिधि डीपेंद्र साहू, नगरी जनपद अध्यक्ष दिनेश्वरी महेंद्र नेताम, विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक जनों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। विधायक प्रतिनिधि डीपेद्र साहू ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज में संस्कृति और सभ्यता रूपी जो विरासत है उन्हें हमारे आने वाली युवा पीढ़ी को जोड़कर, जागरूकता के साथ, समस्त आदिवासी भाइयों एवं बहनों को सामाजिक एकता के साथ-साथ समाज की प्रगति के लिए अपने अपने
क्षेत्र में नित प्रतिदिन जुड़े रहकर कार्य करते रहना चाहिए। जिससे समाज का विकास एवं एकता बना रहे। हम जब अपनी संस्कृति और संस्कारों के प्रति गंभीर होंगे तभी हम अपने अनुभवजनित ज्ञान को बचाने का उपाय करेंगे। आदिवासी समाज की सबसे बड़ी विशेषता उसकी प्रकृति से समीपता है। विगत कई वर्षों से आपके द्वारा समुदायिक भवन की मांग की जा रही थी जिसको विधायक द्वारा विधानसभा विकास निधि के अंतर्गत निर्माण किया जाएगा, उसके लिए आप सभी समाज प्रमुख, सामाजिक जनों का बधाई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं नगरी जनपद अध्यक्ष दिनेश्वरी महेंद्र नेताम ने समस्त आगंतुकों एवं समाज जनों को प्रणाम करते हुए आदिवासी समाज एवं शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत पर विस्तृत जानकारी दिए। उक्त कार्यक्रम में प्रीतेश गांधी प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य भाजपा एवं जनपद उपाध्यक्ष अवनेंद्र साहू ने भी सभा को संबोधित किया जिसमें सामाजिक एकता के विकास के लिए पुरजोर तरीके से हम सभी को मिलकर साथ रहने की बात कही। उक्त अवसर पर भगत यादव, पार्षद श्यामलाल नेताम, पार्षद अज्जू देशलहरे, वीरेंद्र साहू, गिरधारी लाल साहू, फूल सिंह साहू, कमल नारायण ध्रुव, ओम प्रकाश सेन, रामचंद्र कंवर, घनश्याम साहू, फुलेश्वरी नेताम, महेश्वरी ग्रध्रुव, मोहन ध्रुव, भैना कंवर, नरोत्तम, रमेश मरकाम, रामाधीन कोर्राम, बसंत नेताम, ठाकुर राम मंडावी, मनोज शोरी, रामेश्वर नेताम, प्यारी मंडावी, मनीराम मंडावी, टेटकू राम ओटी, श्रीमती लीला बाई, श्रीमती अंबे बाई, श्रीमती मथुरा बाई, श्रीमती नैनू बाई, श्रीमती सुनीता मंडावी, श्रीमती गीता बाई, श्रीमती आरती बाई ओटी, दिनेश मरकाम, सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं समाज जन उपस्थित रहे।