आंदोलन
●सफाई मज़दूरों को काम से बिठा देने पर धरना प्रदर्शन
●सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स (एक्टू) द्वारा आंदोलन
●महासचिव, श्यामलाल साहू का आव्हान
सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स (ऐक्टू) ने स्वास्थ्य विभाग के गारबेज कलेक्शन करने वाले 26 सफाई मज़दूरों द्वारा ठेकेदार को कमीशन न देने पर ठेकेदार द्वारा उन्हें काम से बिठा देने की तीखी निंदा की है और शासन-प्रशासन से तत्काल सक्रियता दिखाते हुए उन बिठाए गए मज़दूरों को काम पर रखने की मांग की है।
सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स (ऐक्टू) के महासचिव श्याम लाल साहू ने ठेका प्रकोष्ठ सीटू के बैनर तले सेक्टर-9 हॉस्पिटल चौक में आंदोलन पर मजबूर हुए धरनारत् सफाई मजदूरों के बीच पहुँचकर ऐक्टू की ओर से समर्थन जताया और भिलाई के मजदूरों से इस तरह की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए व्यापक एकता बनाने की अपील की और ऐसे मामले में भिलाई के तमाम टेडयूनियनों की एकजुटता पर बल दिया।
मजदूरों से चर्चा पश्चात् श्याम लाल साहू ने आंदोलन के समर्थन में बयान जारी कर मजदूरों के हवाले से श्री साहू ने प्रेस को बताया कि बैंक पेमेंट के पश्चात् ठेकेदारों द्वारा कमीशनखोरी का नया तरीका निकाला गया है। अब मजदूरों से बैंक सें पैसा निकलवा कर कमीशन राशि की मांग की जा रही है और जो मजदूर कमीशन देने से इन्कार करते हैं उन्हें काम से बिठा दिया जा रहा है। ये 26 मज़दूर भी कमीशन देने से इन्कार करने के चलते पिछले एक माह से काम से बिठा दिए गए हैं। हर फोरम में अपनी शिकायत दर्ज़ कराने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान न होने से मायूस मजदूरों को आंदोलन का रास्ता अख़्तियार करने पर मजबूर होना पड़ा है।
श्री साहू ने कहा है कि हर जगह शिकायत के बावजूद मजदूरों को काम पर नहीं लिया जाना यह साफ दर्शाता है कि शासन-प्रशासन का ठेकेदारों के साथ गहरा सॉठगॉठ है और ऐसे में इस कमीशनखोरी के खिलाफ़ मजदूरों की व्यापक एकता ज़रूरी है। अगर बिठाए गए इन मजदूरों को जल्द काम पर वापस नहीं लिया जाता है तो निश्चित रूप से आंदोलन का विस्तार होगा।
●न्यूज़ डेस्क,छत्तीसगढ़ आसपास