पखांजुर ब्रेकिंग न्यूज़
●स्लॉग- किसान हितैषी कहने वाले छत्तीसगढ़ सरकार से हो रहे किसान परेशान।
●छत्तीसगढ़- किसान परेशान
बाइट-1: किसान- श्री शिवपद सरकार
बाइट-2: किसान- श्री बहादुर केरकेट्टा
बाइट-3: जिला पंचायत सदस्य- श्रीमती सुनीता मंडल
एंकर- आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ सरकार जो खुद को किसान हितैषी कहते है किंतु जब बात आती है किसानों की हित की तब शासन-प्रशासन आंख बंद कर बैठे रहते है।
बात है कांकेर जिले के अंतर्गत पखांजुर क्षेत्र की जहाँ किसान अपने ही धान को बेच नही पा रहे है। किसानों का कहना है कि सरकार ने सभी पट्टा से धान खरीदी के लिए उपयुक्त रकबा पंजीयन घटा दिया जिससे किसान अपने पूरा धान सरकारी धान खरीदी केंद्र में बेच नही पा रहे है। ऊपर से अब छत्तीसगढ़ सरकार किसानों से धान खरीदी के लिए जबरदस्ती बारदाना की मांग कर रहे है। जो भी किसान बारदाना नही दे पा रहे है उनका धान खरीदी नही हो पा रहा है, जिससे क्षेत्रो के सभी किसान चिंतित और परेशान है। किसानों का कहना है कि मजबूरी में बाहर से बारदाना लगभग 30 रुपये में खरीदी कर धान बेचना पर रह है जिससे गरीब किसानों का परेशानी और बढ़ गयी। किसान का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा धान खरीदी केंद्र में बारदाना पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नही करा पा रहे है और किसानों से 50 प्रतिशत बारदाना लिया जा रहा है जिसका मूल्य बाहरी बाजार भाव एक बारदाना का लगभग 25 से 30 रुपये है और सरकार सिर्फ लगभग 15 रुपये देंगे वो भी 2 क़िस्त में। लेकिन सोचने वाली बात ये है कि किसानों का जो 10 से 15 रुपये एक बारदाना में ज्यादा लग रहा है यह पैसा कहा से आएगा? इससे किसान अत्यधिक परेशान है और सरकार से बारदाना की सम्पूर्ण मूल्य का मांग कर रहे है। किसानों का कहना है कि यदि सरकार पूरी बारदाना का पैसा नही दे सकते तो बारदाना उपलब्ध कराए।
उक्त जानकारी मिलने पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि किसानों से मिलने गए जहाँ किसानों के समस्या को लेकर इस विषय मे जनप्रतिधि श्रीमती सुनीता मंडल जिला पंचायत सदस्य कांकेर का कहना है कि उक्त विषय अत्यंत गंभीर है , और किसानों का परेशानी का हल निकालना आवश्यक है। हम सरकार से मांग करते है कि किसानों को बारदाना का उचित मूल्य दिया जाए या फिर बारदाना उपलब्ध कराया जाय।
●प्रसन्नजीत सरकार
●ब्यूरो प्रमुख, छत्तीसगढ़ आसपास
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