झारखंड आसपास
●आयोजन : जनवादी लेखक संघ
●कथा संग्रह, ‘इंजोर का इंतजार’
●कथाकार, रूपलाल बेदिया
●डॉ. अली इमाम खान,मुख्य अतिथि
झारखंड । धनबाद । जनवादी लेखक संघ के तत्वाधान में रूपलाल बेदिया के हाल में प्रकाशित दूसरे कथा संग्रह इंजोर का इंतजार का लोकार्पण किया गया। लोकार्पण के पश्चात कथासंग्रह पर परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा सीटू कार्यालय जगजीवन नगर धनबाद में की गई। लोकार्पण सह परिचर्चा की अध्यक्षता कथाकार पहलाद चंद्र दास, मनमोहन पाठक एवं डॉक्टर मृणाल ने संयुक्त रूप से की। मंच संचालन अशोक कुमार ने किया।
मुख्य अतिथि डॉ अली इमाम खान ने कहा रूपलाल बेदिया की कहानियां सामाजिक बदलाव की कहानियां हैं। प्रत्येक कहानी में कहानीपन है। परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए मुख्य वक्ता डॉ बलभद्र ने कहा रूपलाल बेदिया की कहानियों में यथार्थ के साथ-साथ कल्पना का भी समावेश है। सभी कहानियों में परिवर्तन की छटपटाहट है। अनवर शमीम ने कहानी का विश्लेषण करते हुए इस बात को रेखांकित किया कि कहानीकार ने अपनी कहानियों में झारखंड के सवालों को स्पष्टता से रखा है जो प्रशंसनीय है। प्रहलाद चंद्र दास ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा रूपलाल बेदिया की कहानियां आदिवासियत की चेतना का आभास देती है। भाषा पात्रों की स्थिति के अनुरूप की गई है। परिचर्चा में उपन्यासकार मनमोहन पाठक, शांतनु चक्रवर्ती, लालदीप, हसन निजामी, गोपाल प्रसाद, गिरजे- शवर, राजदेव भारती, कुमार सत्येंद्र आदि वक्ताओं ने भी अपनी बातें रखी। इस अवसर पर राम कृष्णा पासवान, जियाउर रहमान, इम्तियाज बिन अजीज, शिवबालक पासवान, मुकुंद रविदास, लीलामय गोस्वामी, रामबालक, आस्था सिंह और पूजा बेदिया भी उपस्थित थी।
【 जयदेब गुप्ता मनोज,झारखंड हेड,’छत्तीसगढ़ आसपास’. प्रिंट एवं वेबसाइट वेब पोर्टल, न्यूज़ ग्रुप समूह,रायपुर, छत्तीसगढ़. 】