पखांजुर आसपास
●आयोजन : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
●स्वामी विवेकानंद जन्मोत्सव
●विशेष उपस्थिति-
श्यामल महलदार, नताशा तालुकदार, कनिका राय, गौर हरि दास
●छत्तीसगढ़ । पखांजुर । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पखांजुर के द्वारा राम कृष्ण विद्यापीठ पखांजुर में स्वामी विवेकानन्द जी के जन्मोत्सव मनाया गया जिसमें मुख्य रूप से राम कृष्ण विधापीठ विद्यालय के स्वामी जी एवं सचिव श्यामल महलदार उपस्थति थे एबीवीपी के नगर अध्यक्ष नताशा तालुकदार,नगर मंत्री रोशन बढ़ाई एवं प्राचार्य कनिका राय एवं गौर हरि दस जी उपस्तिथ थे सर्वप्रथम स्वामी विवेकानन्द जी के छाया चित्र में माल्यर्पण करके किया गया विद्यालय के सचिव श्यामल महलदार ने कहा की वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु स्वामी जी थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् १८९३ में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। भारत का वेदान्त अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्तृता के कारण ही पहुँचा। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी जो आज भी अपना काम कर रहा है प्राचार्य कनिका रॉय जी ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का जन्म १२ जनवरी सन् १८६3 को कलकत्ता में हुआ था। इनका बचपन का नाम नरेन्द्रनाथ था। इनके पिता श्री विश्वनाथ दत्त कलकत्ता हाईकोर्ट के एक प्रसिद्ध वकील थे। इनकी माता श्रीमती भुवनेश्वरी देवीजी धार्मिक विचारों की महिला थीं। उनका अधिकांश समय भगवान् शिव की पूजा-अर्चना में व्यतीत होता था। नरेन्द्र की बुद्धि बचपन से बड़ी तीव्र थी नगर अध्यक्ष नताशा तालुकदार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान संत थे,जिन्होंने रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी। हम उनके जन्मदिन पर प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाते हैं।वह आध्यात्मिक विचारों वाले अद्भूत युवा थे। श्री रामकृष्ण से मिलने के बाद इनका धार्मिक और संत का जीवन शुरु हुआ और उन्हें अपना गुरु बना लिया। इसके बाद इन्होंने वेदांत आन्दोलन का नेतृत्व किया और भारतीय सनातन धर्म के दर्शन से पश्चिमी देशों को परिचित कराया। स्वामी स्वरूपानन्द जी ने विवेकानंद जी के जीवन पर प्रकाश डाला जब भी स्वामी विवेकानंद के विषय में बात होती है, तो उनके शिकागों भाषण के विषय में चर्चा जरुर की जाती है क्योंकि यही वह क्षण था। जब स्वामी विवेकानंद ने अपने ज्ञान तथा शब्दों द्वारा पूरे विश्व भर में भारत के विषय में लोगो का नजरिया बदलते हुए, लोगो को अध्यात्म तथा वेदांत से परिचित कराया। अपने इस भाषण में उन्होंने विश्व भर को भारत के अतिथि देवो भवः, सहिष्णुता और सार्वभौमिक स्वीकार्यता के विषय से परिचित कराया। कार्यक्रम के अंत में कार्यकर्ताओ द्वारा मास्क एवं मिष्ठान का वितरण किया गया कार्यक्रम में अभाविप के नगर मंत्री रोशन बढ़ाई, ,देवाशीष सरकार, राहुल राय ,शिलादित्य मंडल , अभी वर्मन, संदीप मजुमदार, परना मण्डल सुष्मिता मजुमदार, शिक्षिका मायना दास नेहार दास शिखा शील,सिंकू समाजपति उपस्थित थे।
【 ●प्रसन्नजीत सरकार, पखांजुर ब्यूरो प्रमुख,’छत्तीसगढ़ आसपास’.
●प्रिंट एवं ब्यूरो प्रमुख,न्यूज़ ग्रुप समूह,रायपुर,छत्तीसगढ़. 】