रायपुर, इलाज के नाम पर लाखों रुपये की ठगी.
सरस्वती नगर थाना, रायपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोटा निवासी रिटायर्ड शिक्षिका शीतला सिंह(72) पिछले 13 साल से आर्थराइटिस की बीमारी से जूझ रही हैं। 9 दिसंबर को वह कोतवाली पुलिस थाना के पास दवाई लेने गई थीं, तभी वहां पर खड़े कोटा निवासी राहुल अग्रवाल नामक युवक से पीड़िता का परिचय हुआ। शीतला सिंह ने उसे अपने घुटने की बीमारी के बारे में बताया। तब राहुल ने उन्हें घुटने की बीमारी का इलाज करने वाले मोमिनपुरा पुलिस चौकी नागपुर निवासी डाक्टर रहमान के बारे में बताते हुए पीड़िता से कहा, मैंने अपनी मां का इलाज करवाया है। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। आप कहेंगी तो मैं डाक्टर को रायपुर बुलवा सकता हूं। शीतला सिंह ने उस पर विश्वास करके अपना मोबाइल नंबर दे दिया। फिर दूसरे दिन शाम को एक मोबाइल नंबर से उनके पास फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि यदि आप इलाज कराना चाहती हैं तो कल आकर इलाज कर सकती है। चूंकि शीतला कई जगह घुटने का इलाज कराकर थक चुकी थीं, लिहाजा डा.रहमान की बातों में आकर इलाज कराने को तैयार हो गईं। 11 दिसंबर, 2020 की सुबह आठ बजे डा.रहमान कोटा स्थित घर आया। उसने शीतला के दोनों घुटने को देखकर कहा कि इस बीमारी को ठीक कर सकता हूं, परंतु मेरी फीस ज्यादा है। एक बार का 22 सौ रुपये लगेंगे। पैसा देने के लिए तैयार होने पर तब डा. रहमान दोनों घुटने में एक चिलमनुमा पाइप लगाकर अपने मुंह से खींचकर मवाद निकाला, जिसे देखकर शीतला दंग रह गई। रहमान ने यह प्रक्रिया कई बार किया, अंत में खून जैसे तरल पदार्थ निकलने लगा, जिसे देख रहमान ने कहा कि पूरा पस निकल गया है, अब आपको जीवन भर घुटने सें संबंधित कोई तकलीफ नहीं होगी। उसने इलाज का फीस 2 लाख 45 हजार रुपये बताया। फिर 25 हजार रुपये कम कर 2.20 लाख रुपये ले लिए। रहमान ने कुछ आयुर्वेदिक, जड़ी-बूटी की दवाइयां भी लिखकर दी थीं। शीतला ने 75 हजार रुपये में दवाई खरीद उसका सेवन करने लगी। फिर भी दर्द से राहत नहीं मिली। शीतला ने जब डा. रहमान को काल कर यह जानकारी दी तो उसने कहा कि रायपुर आकर दूसरी दवाई दूंगा, किंतु वह फिर रायपुर नहीं आया। फोन करने पर काल रिसीव करना बंद करने के साथ ब्लाक भी कर दिया। राहुल से संपर्क करने पर उसका भी नंबर स्वीच आफ हो चुका था। दोनों आरोपितों का पुलिस अब लोकेशन खंगाल रही है।