लोरमी आसपास खबर : •मानवता की दिशा में बढ़ता राजपूत समाज़.
छत्तीसगढ़ । लोरमी ।
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नर सेवा ही नारायण सेवा है की भावना को लेकर दुखी,पीड़ित, बीमार,मृतक और असहाय लोगों की मदद के लिए राजपूत समाज के युवा तन मन धन से सदैव लगे हुए हैं। दयालुता,करुणा,मानवता से ओतप्रोत होकर के जरूरतमंदों की मदद के लिए कार्य कर रहे हैं।
ग्राम बिठल्दा निवासी सुरेश सिंह राजपूत के सुपुत्र राजाराम सिंह राजपूत का आकस्मिक वाहन में दुर्घटना हो जाने से परिवार के साथ संपूर्ण समाज बहुत ही शोकाकुल था। कम उम्र में राजाराम ने मानवता दयालुता और साहस का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत कर लोगों के दिलों में जगह बना लिया था । राजाराम ने बरगद,पीपल,नीम पौधा लगाकर के उनकी सेवाकर प्रकृति प्रेम का कम उम्र में अच्छा संदेश दिया। ग्यारहवीं तक पढ़ाई होने के बावजूद सब्जी बेचते हुए मानवता के कार्यों में जुड़े रहे यदि कोई अनाथ बुजुर्गों के पास पैसा का अभाव रहता तो वह दान स्वरूप अपना सब्जी दे देता था। साथ ही साथ अपनी सब्जी के रोजगार के कुछ राशि बीमार पीड़ित की मदद करने में भी देता था। लोगों के दिल में जगह बनाने में उम्र की कोई सीमा नहीं होती ,छोटी सी उम्र में उन्होंने लोगों में अपना आत्मीयता बना लिया था। इस कड़ी में राजपूत युवा मोर्चा ने स्वर्गीय राजाराम के प्रति सहानुभूति रखते हुए उनके परिजन को ₹20000 का सहयोग राशि मृतक के परिजन श्री सुरेश सिंह को भेंट किया गया। शोकाकुल परिवार के आंसू पोछने का कार्य किया गया।
[ ●प्रस्तुति-ओंकार सिंह राजपूत,लोरमी. ]