छत्तीसगढ़, मुझे मेरे बाबू के साथ दफनाना – सुसाइड नोट
4 years ago
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रायगढ़ जिले के गोरखा गांव निवासी दिलीप सिंह ने अपने घर लेब्राडोर प्रजाति का कुत्ता पाला था, और उसका नाम बाबू था। दिलीप सिंह की बेटी प्रियांसी सिंह को अपने जानवर से बेहद लगाव था। परिवार वालो के अनुसार कई दिनों से कुत्ते की तबियत खराब चल रही थी और उसका डॉक्टर के पास इलाज करा रहे थे। 2 दिन पूर्व ही कुत्ते की मौत हो गई।
19 साल की बेटी प्रियांशी इस बात को सहन नी कर पाई और शुक्रवार को जब कुत्ते को दफनाने जा रहे थे उस समय घर की ही छत पर प्रियांशी का शव फंदे पर लटकता मिला, पूरे परिवार में मातम का माहौल बन गया । पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।