■31 जुलाई मो.रफी पुण्यतिथि पर विशेष : ■खुशबू हूं फूल नहीं जो मुरझा जाऊंगा-अमर गायक मो.रफ़ी.
■मो.रफ़ी 1940-1980 तक लगभग 26,000 गाने गाये.
■हिंदी के अलावा मो.रफ़ी ने बंगला, भोजपुरी, पंजाबी भाषाओं में भी गाने गाए.
●लेख,जयदेब गुप्ता मनोज़.
【 धनबाद-झारखंड 】
मो,रफी जिन्हे दुनिया रफी साहब के नाम से बुलाती है,हिन्दी सिनेमा श्रेष्टतम प्रार्श्व गायको मे से एक थे।अपनी आवाज की मधुरता ओर परास को अधिकता के लिए रफी साहब ने अपने समकालीन गायको के बीच अपना अलग पहचान बनाई।
इन्हे शाहंशाह एतरन्नुम भी कहा जाता हैा रफी साहब की आवाज ने अपनी आगामी दिनोमे कई गायको प्रेरित किया।
इसमे सोनू निगम ,शब्बीर कुमार,मो,अजीज तथा उदित नारायण का नाम उल्लेखनीय हैा यद्धपि इनमे से कईयो की अब अलग पहचान है।
१९४० के दशक से आरंभ कर १९८० तक इन्होने लगभग २६००० गाने गाए।इसमे
मुख्यधारा हिन्दी गानोके अतिरिक्त बंगला,भोजपूरी, पंजाबी तथा अन्य भाषाओ मे गाए गीत शामिल है जिसमे गजल भजन कव्बालीतथा देशभक्तिगीत शामिल है।
सबसे आशचर्य की बात है कि हरफन मौला कलाकार किशोर कुमार अभिनीत कई फिल्मो मे रफी साहब ने अपनी आवाज दी है जो किशोर कुमार पर फिल्माया गया था।
फिल्म रागिनीके मशहूर गीतमन मोरा वावराशामिल है।किशोर कुमार के अलावा अशोक कुमार दिलीप कुमार भारत भूषन गुरू दत्त राजेंद्र कुमार धर्मेंद्र देव आनंद शम्मी कपुर जय मुख्जीविश्वजीत राजेश खन्ना अमिताभ बच्चन मनोज कुमार मन मोहन कृष्णा ओर बंगला फिल्म के महानायक उत्तम कुमार सहित अनेको कलाकार है जो रफी साहब गाने को अपनी फिल्मो मे फिल्माकर सफल कलाकार बन गए है।फिल्मी दुनिया मे लगभग सभी नायको को अपनी आवाज देनेवाले रफी साहब एक मात्र गायक रहे है।
रफी साहब की आवाज दरअसल एक आम आदमी की आवाज है जैसे फेरीवाला खिलौनो वाला चूडीवाला पानवाला सबजी बेचने वाला रिक्शेवाला चाटवाला एंव तेलमालिशवाला वगैरह _वगैरह ओर रफी साहब ने इन आम मजदूरो छोटे व्यापारी को अपनी दमदार आवाज के माध्यम से व्यावसायिक रूप मे भी खुब प्रमोट किया है।हो सकता है कि आपको हमारी बात पर यकीन न हो ,लेकिन यह सच है कि ,तेल कम्पनी वर्मा सेल के लिए रफी साहब ने एक विज्ञापन गाना गाया था उस समय काफी लोकप्रिय हुआ था।
फिल्म प्यासा मे जॉनीवाकर पर फिल्माया गया अमर गीत _सर जो तेरा चकराये तेल मालिश,,,,,,कोन भूल सकता है इसी तरह फिल्म छोटी बहन (१९५९) महमूद पर फिल्माया गया_मै रिक्शेवाला मै रिक्शेवाला ,,,,,,को गीतकार साहिर साहब ने लिखा था।
फिल्म प्यार के बंधन(१९५३) मे__घोडा पिशोडी मेरा तांगा लाहौरी मेरा ,,,,,
सब्जीवाला के लिए गीतकार एच,एस,बिहारी लिखा ओर महशुस हास्य कलाकार आगा पर फिल्माया गया फिल्म दुल्हन (१९५९) मे _मूली राम ओर भिंडीमल का निकल गया है दीवाला,,,,,,,,,,,,,,
चूडी वाला के लिए लिए गीतकार राजेंद्र किशन का लिखा ओर जॉनी वाकर पर फिल्माया गया फिल्म* घर का लाज(१९६०) मे चुडी चुडीवाला,,,,,
वर्तनवाला के लिए स्वाती भट्ट का लिखा गया जॉनीवाकर व नलिनी जयवंत अभिनीत फिल्मगर्ल्स होस्टल (१९६२) का मशहूर गीत_वर्तन कलई करा लो,,,,,,,,,,,
खिलौनेवाला के लिये आनंद बक्सी का लिखा फिल्म बचपन (१९७०) का संजीव कुमार पर फिल्माया गया__आया रे आया खेल खिलौनेवाला आयारे,,,,,,
आईसक्रीम वाला के देवानंद पर फिल्माया गया फिल्म माया(१९६१) का__ जिन्दगी है कया सुन मेरी जां प्यार भरा दिल मीठी जुवां,,,,
चाटवाला के लिए हास्य कलाकार धुमल पर फिल्माया गया फिल्म कारीगर (१९६५) का अरे बडी अटपटी _बडी चटपटी चाट है ये चौपाटी की,,,,,,,,
नर्म कंकडिया बेचू लैला की उंगलियां बेचू,,,,,,,,,
हम काले है तो कया हुआ दिलवाले है,,,,,,,,,,,
सर जो तेरा चकराये या दिल डूबा जाये,,,,,,,,,,
गरीबो की सुनो वो तुम्हारा सुनेगा,
सज रही गली तेरी अम्मा,,,
दातून वाली दातून लोगोका दिल अगर लेलो ,,,,बगैह_ बगैह।
आवाजो के बादशाह मो,रफी साहब आज ३१ जूलाई पुण्यतिथी पर उन्हे शत:शत:नमन
●लेखक संपर्क-
●94311 51220
■■■ ■■■