दादा साहेब फाल्के पुरुस्कार : हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को 8 अक्टूबर, 2024 को 70 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार समारोह में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान ‘दादा साहेब फाल्के अवार्ड’ दिया जाएगा.
‘छत्तीसगढ़ आसपास’ [देश]
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अशिवनी वैष्णव ने सोशलमीडिया मंच ‘X’ पर घोषणा की और लिखा कि ‘ मिथुन’ दा का फिल्मी सफर शानदार रहा है, यह हमारी पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा’. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथुन चक्रवर्ती को बधाई देते हुए ‘ एक्स’ पर लिखा – ‘वह कल्चरल आइकन हैं. मोदीजी ने उन्हें सांस्कृतिक दूत बताया. उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी’.
74 वर्षीय मिथुन चक्रवर्ती ने अपने अभिनय की शुरुआत मृणाल सेन की फिल्म ‘मृगया’ [1976] से की थी. इस फिल्म में मिथुन दा को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरुस्कार मिला था. फिल्म ‘तहादेर कथा’ [1992] और ‘स्वामी विवेकानंद’ [1998] के लिए भी 2 राष्ट्रीय पुरुस्कार मिला.
मिथुन चक्रवर्ती ‘डिस्को डांसर’ [1982] से अपनी नृत्य शैली से मशहूर हुए. मिथुन दा को भारत सरकार के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म विभूषण’ से भी सम्मानित किया गया. मिथुन चक्रवर्ती का वास्तविक नाम ‘गौरांग’ है. वे भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, पुणे [AFTII] के छात्र रहे.
‘दादा साहेब फाल्के अवार्ड’ की घोषणा होने के बाद मिथुन चक्रवर्ती ने कहा-
मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे दादा साहेब फाल्के अवार्ड मिलेगा. यह ऐसा अवसर है जिसने अतीत की यादें ताजा कर दी. मेरे पास शब्द नहीं है.
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