गुजरात आसपास
●पारुल विश्वविद्यालय, वड़ोदरा द्वारा आयोजित
●बांग्लादेशी मीडिया एवं इम्पेक्ट ऑफ़ पंडेमिक विषय पर वेबिनार
●प्रो.डॉ. मोहम्मद गोलम रहमान की मुख्य अतिथि में
●पत्रकारिता में गुणवत्ता, लेखनी की स्वतंत्रता एवं नैतिकता जरूरी-प्रो.डॉ. मोहम्मद गोलम रहमान.
गुजरात । वड़ोदरा । पारूल विष्वविद्यालय में संचालित फेकल्टी ऑफ आर्टस, पारूल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्टस के तहत संचालित डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेषन की आरे से विगत दिनों चेंजेज इन बांग्लादेषी मीडिया एंड इम्पेक्ट ऑफ पैंडेमिक विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार के मुख्य अतिथि, बांग्लादेष के पूूर्व चीफ इनफॉरमेषन कमीषनर प्रो. डॉ. मोहम्द गोलम रहमान ने फेकल्टी सदस्यों, विद्यार्थियों एवं प्रतिभागियों को संबोधित किया।
प्रो. गोलम रहमान ने बांग्लादेष में आजादी से पहले एंव आजादी के बाद के बांग्लादेषी मीउिया में आए आमूलचूल परिवर्तनों पर अपने चिायर व्यक्त किये। उन्होंने बांग्लादेष में आरंभ से लेकर अब पर पत्रकारिता के विचार को समाचार पत्रों, टीवी चैनल्स एंव रेडियों चैनल्स की संख्या के संदर्भ मंे विस्तार से समझाया। इसके साथ ही बांग्लादेष में प्राईवेट टीवी चैनल एवं एम चैनल की चर्चा भी की। उन्होंने पैंडेमिक एवं पेंडेमिक से पहले की पत्रकारिताा पर अपने विचार व्यक्त किरते हुये इसे बांग्लादेष में पत्रकारिता के क्षेत्र में आ रही विभिन्न चुनौतियों के संदर्भ में समझाया। उन्होंने पत्रकारिता में गुणवता, पत्रकारिता में लेखनी की स्वतंत्रता एवं पत्रकारिता में नैतिकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कोविड 19 के कारण परंपरागत पत्रकारिता एवं मैन स्ट्रीम पत्रकारिता पर खासा प्रभाव पड़ा है। टेलिविजन पर दर्षकों की सख्या कम हुई है तो अखबारों का सर्कुलेषन कम हुआ है। वही डिजिटल मीडिया ने अपना प्रभुवत्व भी जमाया है इससे नकारा नहीं जा सकता है। उन्होंने मीडिया पर प्रेषर्स ग्रुप के बारे में भी विचार व्यक्त किये। इसके साथ ही पेंडेमिक के दौर में पूरी दुनिया की तकनीक पर निर्भरता की बात कही है एवं तकनीक के तेजी से विकास पर भी प्रकाष डाला। उन्होंने विभिन्न संस्थानों की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि वर्तमान में अब पत्रकारिता के मायने बदल गये है एवं बदलाव की हवा से पाठक पर भी खासा प्रभाव पड़ा है।
पारूल विष्विद्यालय के डीन, फेकल्टी ऑफ आर्टस, प्रिंसिपल पारूल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्टस एवं प्रोफेसर जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेषन, प्रो. डॉ. रमेष कुमार रावत ने वेबीनार के आरंभ में प्रो. डॉ. गोलम रहमान का स्वागत उद्बोधन के माध्यम से स्वागत किया एवं वेबीनार के अन्त में आभार जताया। वेबीनार में देष के विभिन्न प्रदषों से सैकंडो विद्यार्थियों, षिक्षकों, शोधार्थियों एवं पत्रकारों ने भाग लिया।
[ ●न्यूज़ डेस्क,’छत्तीसगढ़ आसपास’. ●प्रिंट एवं वेबसाइट वेब पोर्टल, न्यूज़ ग्रुप समूह,रायपुर,छत्तीसगढ़. ]