प्रधानमंत्री आवास योजना की मदद से पाएं घर
सरकार द्वारा जून 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह था कि देश के सभी लोगों के पास 2022 तक घर उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है. इस योजना को 3 चरणों में बांटा गया है. योजना का पहला चरण जून 2015 में शुरू किया था, जिसे मार्च 2017 में समाप्त कर दिया गया. दूसरा चरण अप्रैल 2017 से शुरू हुआ, जो मार्च 2019 में खत्म हो गया. योजना का तीसरा और आखिरी चरण अप्रैल 2019 में शुरू किया गया और मार्च 2022 तक सभी को घर उपलब्ध कराने के साथ ही बंद कर दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहले सिर्फ गरीब वर्ग के लोगों के लिए ही था. लेकिन, अब होम लोन की रकम बढ़ाकर शहरी इलाकों के गरीब और मध्यम वर्ग को भी इसमें शामिल किया गया. शुरुआत में पीएमएवाई में होम लोन की रकम 3 से 6 लाख रुपए तक थी, जिस पर ब्याज पर सब्सिडी दी जाती थी, अब इसे 18 लाख रुपए तक कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक की आयु 21 से 55 साल के बीच होना जरूरी है। अगर आवेदक की उम्र 50 साल से अधिक है तो उसके प्रमुख कानूनी वारिस को लोन में शामिल किया जाता है।
योजना में आवेदन करने के लिए व्यक्ति को NBFC में या अपने बैंक में होम लोन के लिए आवेदन देना होता है। इस आवेदन फॉर्म में आवेदक को अपनी आय, अन्य लोन, निवेश और प्रॉपर्टी डिटेल्स की पूरी जानकारी देनी होगी। इस लोन ऐप्लिकेशन में जरूरी दस्तावेजों जैसे आय प्रमाणपत्र, केवाईसी दस्तावेज और प्रॉपर्टी से जुड़े दूसरे दस्तावेजों के साथ ही सब्सिडी ऐप्लिकेशन फॉर्म भी आवेदन के साथ संलग्न करना होता है।
योजना के तहत 6.5 फीसदी की क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी सिर्फ छह लाख रुपए तक के लोन पर उपलब्ध है. 12 लाख रुपए तक की सालाना कमाई वाले लोग नौ लाख रुपए तक के लोन पर चार फीसदी ब्याज सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं. वहीं, 18 लाख रुपए तक की सालाना आमदानी वाले लोग 12 लाख रुपए तक के लोन पर तीन फीसदी ब्याज सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं.
योजना में ऐसे होगी सब्सिडी की गणना मान लेते हैं कि लोन लेने वाले किसी व्यक्ति की सालाना आमदनी 6 लाख रुपए है. ऐसे में लोन की वास्तविक राशि 6 लाख रुपए होगी. इस पर ब्याज दर 9 फीसदी को हिसाब से मासिक किस्त 5,398 रुपए बनेगी. इस तरह 20 सालों में कुल ब्याज 6.95 लाख रुपए होगी. 6.5 फीसदी सब्सिडी के हिसाब से आपका ब्याज सब्सिडी के बाद एनपीवी 2.67 लाख रुपए हो जाएगा. यही ब्याज सब्सिडी सरकार लोगों को उपलब्ध करा रही है. इस हिसाब से अगर आपका पीएमएवाई लोन 6 लाख की जगह 3.33 लाख रुपए हो जाता है, जिससे आपका मासिक किस्त घटकर 2,996 रुपए हो जाता है.
इस तरह मिलेगा सब्सिडी का लाभ- अगर आपका आवेदन योग्य होगा तो उसे पहले सेंट्रल नोडल एजेंसी को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद एजेंसी द्वारा सब्सिडी की रकम कर्ज देने वाले बैंक को दे दी जाएगी। उसके बाद यह राशि आपके लोन वाले खाते में आ जाएगी। मान लीजिए अगर आपकी सालाना आय 7 लाख रुपये है और लोन की राशि 9 लाख है, तो आपको 2.35 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में मिलेंगे, बाकी की जो राशि होगी वह आपको तय ब्याज दर के हिसाब से मासिक किस्तों के साथ चुकानी होगी।