महज एक एकड़ में होगी 6 लाख रुपए से अधिक की कमाई, जाने इस फसल के बारे में पूरी जानकारी.
पारंपरिक फसलों की खेती से किसान अब नकदी फसलों की तरफ रुख कर रहे हैं. अधिक लाभ पाने के उदेश्य से किसानों में औषधीय गुणों से भरपूर पौधों की खेती का चलन बढ़ा है. इसी तरह का एक पौधा चिया सीड्स. पौष्टिकता और उच्च गुणवत्ता के कारण इसे सुपर फूड भी कहा जाता है. भारत में इसकी खेती अब धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है. किसान बताते हैं कि एक एकड़ की खेती में चिया फूड्स से 6 लाख रुपए तक कमाई हो जाती है. आइए जानते हैं चिया सीड्स की खेती के बारे में,
चिया सीड की खेती जैविक और आसान,
चिया सीड्स की बुवाई छिटकवाँ विधि से या लाइनों में की जाती है, परन्तु लाइनों में बुवाई करना अधिक उपयुक्त रहता है। बुआई के समय यदि खेत में नमी की मात्रा कम हो तो हल्की सिचाई बुवाई के उपरांत की जा सकती है। बता दें कि अक्टूबर और नवम्बर माह में इसकी बुवाई करना उचित माना जाता है।
जलवायु,
चिया बीज के लिए मध्यम तापमान की जरुरत होती है, मध्यप्रदेश और राजस्थान का तापमान इस फसल के लिए सबसे अच्छा होता है।
भूमि,
चिया बीज की खेती सभी तरह की मिट्टी में की जा सकती है। लेकिन इसकी खेती के लिए उत्तम जलनिकास वाली हल्की भुरभुरी और रेतीली मिट्टी उपयुक्त होती है।
खेत की तैयारी,
चिया बीज के भरपूर उत्पादन के लिए भूमि को अच्छी तरह से तैयार करना जरूरी है। इसके लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से तथा बाद में 2-3 जुताईया कल्टीवेटर से करके खेत को भुरभुरा बना लेना चाहिए। इसके पश्चात पाटा लगाकर मिट्टी को बारीक करकर खेत को समतल करें। इसके पश्च्यात अच्छे अंकुरण के लिए बुवाई से पूर्व खेत में उचित नमी होना आवश्यक है। इसलिए खेत को पलेवा देकर बुवाई करना अच्छा रहता है।
फसल कटाई,
चिया सीड्स की फसल लगभग 100-115 दिन में पककर तैयार हो जाती है, कटाई के लिए तैयार फसल को पूरे पौधे से उखाड़ लिया जाता है और खलिहान में 5-6 दिन तक सूखाने के लिए रखते है। सूखाने के पश्चात थ्रेशर मशीन में निकल लिया जाता है।
उपज,
एक एकड़ से औसतन 5-6 प्रति-क्विंटल की उपज प्राप्त की जा सकती है।