गठन
नए संकल्पों के साथ स्वयंसिद्धा सोसाइटी का गठन
स्वयंसिद्धा “ए मिशन विद ए विज़न” संस्था गत 15 वर्षों से छत्तीसगढ़ जो कि महिलाओं की अग्रणीय संस्था के रूप में महिला एवं बाल कल्याण के कार्यों में अग्रसर है अब शासकीय पंजीकरण के साथ एनजीओ के रूप में स्थापित हो चुका है।
संस्था के संरक्षक- श्री संतोष रावत,अध्यक्ष- डॉ सोनाली चक्रवर्ती,उपाध्यक्ष-श्रीमती सविता रावत,महासचिव- श्रीमती बिपाशा हलदर, कोषाध्यक्ष-श्रीमती स्मिता चौहान एवं सदस्य श्री संदीप चक्रवर्ती व डॉ. सत्यव्रत सिंह चौहान चुने गए।
उल्लेखनीय है कि विगत कई वर्षों से स्वयंसिद्धा घरेलू व विवाहित महिलाओं की छुपी हुई प्रतिभाओं को मंच और पहचान देने की दिशा में लगातार काम कर रही है।ना केवल दुर्ग,भिलाई, रायपुर,राजनांदगांव वरन दिल्ली,माउंट आबू,गोवा के प्रतिष्ठित मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्या भ्रूण हत्या ,दहेज प्रथा, वृद्धजनों की समस्याएं, युवा और बाल विकास,स्वच्छता,स्त्री शिक्षा,
अंधविश्वास आदि सभी विषयों पर स्वयंसिद्धा लाइट एंड साउंड शो,नाटक, थीम शो के जरिए लगातार जागरूकता फैला रही है।
देश ही नहीं विदेश में भी सदस्य
स्वयंसिद्धा समूह में 200 से अधिक सदस्याएं हैं जिसमें 40 प्रतिशत कामकाजी महिलाएं भी है।
इसमें ना केवल छत्तीसगढ़ बल्कि कोलकाता, दिल्ली, बर्नपुर, हुबली( कर्नाटक), रायगढ़, चेन्नई,भोपाल से लेकर टोरंटो तक की सदस्य शामिल है
सभी अपने अस्तित्व की तलाश में है ।मां ,बेटी,पत्नी, बहू के रूप में अपनी पहचान बनाने के बावजूद खुद की पहचान चाहती है।
लॉकडाउन का किया सकारात्मक उपयोग
पूरे लॉकडाउन के दौरान भी स्वयंसिद्धा महिलाओं की मानसिक स्थिति को स्थिर रखने में अहम भूमिका निभाता रहा। महिलाओं ने अपने घर पर रहकर ही वीडियो बनाकर एक दूसरे का उत्साहवर्धन किया एवं घर के लोगों को कोरोना से लड़ने में लगातार
प्रोत्साहित करती रही
स्वयंसिद्धा ने मास्क पहनने का अभियान चलाकर भी सामाजिक प्रतिबद्धता का संदेश दिया ।
बनाया अपना यूट्यूब चैनल
घरेलू महिलाओं को अपने घर से प्यार करना सिखा रही हैं स्वयंसिद्धा। कैसे घर में ही महिलाएं अपनी रचनात्मकता का उपयोग कर अपनी प्रतिभा निखार सकती हैं व सब के लिए उदाहरण बन सकती है इसके लिए स्वयंसिद्धा ने अपने स्वयं का यूट्यूब चैनल शुरू किया है जिसमें डायरेक्टर डॉ सोनाली चक्रवर्ती अपने घर को ऑर्गेनाइज करने के साथ महिलाओं के घर जाकर उनकी रचनात्मकता को पूरी दुनिया के सामने लाने का कार्य कर रही है।
डॉ.सोनाली चक्रवर्ती ने बताया कि सदस्य बढ़ने के कारण स्वयंसिद्धा को 5 समूहों में बांटा गया है। जिसमें 35-40 सदस्यों को शामिल किया गया है और इसमें 4-4 जीसीआई यानी कि ग्रुप कोऑर्डिनेटर इंचार्ज बनाए गए हैं ।
अपराजिता
विश्वरूपा
तेजस्विनी
स्वस्तिका एवं
जागृति नामक ग्रुप में
मेनका वर्मा, बिपाशा हलदर, अंजू चंदनिहा,रीता वैष्णव, सोमा बोस,रुमा बर्धन, सोमाली शर्मा,
डॉ.पूर्णिमा लाल,शीला प्रकाश, मंजू मिश्रा, प्रिया तिवारी ,इज़ा नेल्सन पॉल, मंजू जैन ,माधुरी बिजोरिया, सोनल कालरा ,सुशीला साहू, लक्ष्मी साहू ,संजीत कौर व मौसमी टंडन को ग्रुप लीडर्स का दायित्व सौंपा गई है।
प्रत्येक 2 महीने में एक ग्रुप एक कार्यक्रम आयोजित करेगा जिसमें उस ग्रुप के सभी महिलाओं को आयोजनकर्ताओं के रूप में अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलेगा व सभी समूह के सदस्य प्रतिभागीता कर पाएंगे एवं साल के आखिर में एक महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
हर आयोजन में समाज के अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही विशिष्ट महिलाओं को आमंत्रित उनके अनुभव का लाभ लिया जाएगा।
16 जनवरी को विंटर कार्निवाल
स्वयंसिद्धा के अपराजिता समूह द्वारा 16 जनवरी को विंटर कार्निवल का आयोजन किया जा रहा है जिसमें विंटर फैशन शो के साथ संक्रांति की परंपराओं का पालन किया जाएगा। थीम बेस्ड कार्यक्रम में उपहार एवं गेम्स रहेंगे विशेष आकर्षण।
[ छत्तीसगढ़ आसपास प्रिंट एवं वेबसाइट वेब पोर्टल ग्रुप समूह के न्यूज़ डेस्क से,छत्तीसगढ़]