छंद
●कोरबा के प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र
●सतरेंगा पर आधारित आल्हा छंद
●मोह लिया है सतरेंगा ने-
मोह लिया है सतरेंगा ने
● मोह लिया है सतरेंगा ने,
ख़ूब उठाए हम आनंद
तट पर लहरें हमें लुभाने ,
सुना रही थीं मादक छंद
● आच्छादित है हरियाली से,
बांगो बाँध का ये डुबान
स्वर्ग उतर आया हो मानो,
कोरबा जिले की है शान
● आकर्षण का केन्द्र बना है,
सतरेंगा का सायंकाल
बच्चे क्या आकर बूढ़े भी,
करने लगते यहाँ धमाल
● सुसज्जित फूड जोन बना है,
माडर्न टूरिज्म स्पॉट
दृश्य शिव लिंग का दिखलाता,
सागर जैसा हृदय विराट
● रंग बिरंगे फूल खिले हैं,
होता है लहरों का शोर
मन का संयम खो जाता है,
चलता नहीं किसी का जोर
● अपार जल के मध्य बना है ,
अतिसुन्दर आकर्षक द्वीप
लगता है प्रतिबिंब सूर्य का,
जल के भीतर हो संदीप
● रोज़गार जनरेट हुआ है,
होगा गाँवों का उद्धार
स्व-सहायता समूहों को भी,
जोड़ रही है अब सरकार
● सेल्फी द्वारा स्मृतियों को,
क़ैद कर सकेंगे सब लोग
जिम में कसरत करने वाले
हो जाएंगे सभी निरोग
● रिसॉर्ट में रुककर संध्या का,
कर पाएंगे सब उपयोग
सुबह करेंगे सैर सपाटे,
दुर्लभ जलवायु का भोग
● हेलीपैड है यहाँ जाने,
और बने हैं पक्के रोड
योग के लिए सतरेंगा में ,
अद्भुत है साइलेंट मोड
● रंगमंच भी बना हुआ है,
हस्तशिल्प की है भरमार
जगह जगह छतरी के नीचे,
होती रहती है किलकार
● एकत्रित हसदो पानी में,
दिखता है सागर का रूप
सतरेंगा के हर मौसम में,
मन को हर्षाती है धूप
● सारे मिलजुलकर करते हैं,
माझी संग नौका विहार
भूल के अपनी असफलताएं,
असहनीय पीड़ा की मार
● ग्राम वासियों के हाथों से,
बने हुए व्यंजन का स्वाद
सच है ,जो लेकर लौटेगा
उम्रभर रखेगा वो याद
डॉ.माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’
क्वार्टर नं.एएस-14,पॉवरसिटी
अयोध्यापुरी,जमनीपाली
जिला-कोरबा (छ.ग.), 495450
●कवि संपर्क-
●7974850694