‘गरिमा सपनों की उड़ान’ पुस्तिका का विमोचन
●आशा फ़ॉर एजुकेशन सिलिकॉन वैली चैप्टर के सहयोग से संकल्प एक प्रयास सोसायटी का जागरूकता अभियान
●’गरिमा’ से दे रहे मासिक धर्म स्वच्छता का संदेश एवं सैनिटरी नैपकिन भी मुफ्त में
●विशेष उपस्थिति-
वी एम राजन,कौशल किशोर, प्रीता राजन,पूनम किशोर, मानस्विनी पात्रा, बी बी पात्रा, परिमल सिन्हा.
छत्तीसगढ़ । भिलाई । किशोर बालिकाओं के भीतर स्वच्छता की आदत के लाभ के बारे में जागरूकता फैलाने के शिक्षा के लिए प्रसिद्ध चैरिटेबल संगठन आशा फॉर एजुकेशन सिलिकॉन वैली चैप्टर के सहयोग से संकल्प एक प्रयास सोसाइटी ने छत्तीसगढ़ के गांवों में किशोर लड़कियों को मुफ्त सैनिटरी नैपकिन प्रदान करने का फैसला लिया है।
इस दिशा में समीपस्थ मोरिद गांव में 10 फरवरी को एक सैनिटरी नैपकिन उत्पादन इकाई मशीन का उद्घाटन एनएसपीसीएल के भिलाई इकाई प्रमुख वीएम राजन ने किया। एनएसपीसीएल के जनरल मैनेजर (ओएंडएम) कौशल किशोर भिलाई की उपस्थिति में प्रीता राजन अध्यक्ष आरूषि लेडीज वेलफेयर एसोसिएशन, पूनम किशोर; मानस्विनी पात्रा,बीबी पात्रा, एचओएचआर एनएसपीसीएल भिलाई, परिमल सिन्हा संस्थापक और महासचिव संकल्प एक प्रयास और संकल्प परिवार के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर वी.एम. राजन ने कहा, “इस तरह की इकाई एक क्रांतिकारी अवधारणा है और मोरीद और आसपास के गाँव के दूरदराज के क्षेत्रों में बालिकाओं को बहुत लाभ होगा। इन मशीनों द्वारा उत्पादित नैपकिन का नि: शुल्क वितरण काफी सराहनीय है और इससे युवा लड़कियों को एक स्वतंत्र दिमाग में उनके लक्ष्य, ऊंची उड़ान भरने के सपने पूरा करने में मदद मिलेगी।
कौशल किशोर ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में संकल्प एक प्रयास की गतिविधियों की सराहना की और कहा कि यह पहल स्वच्छता संबंधी तरीकों को अपनाने के लाभों के बारे में जागरूकता फैलाने और गांवों में लड़कियों को सेनेटरी नैपकिन की उपलब्धता और सामर्थ्य की समस्याओं को दूर करने के लिए जागरूकता फैलाने के द्वारा की गई है। उद्घाटन समारोह के बाद संकल्प गतिविधियों पर ब्रोशर और “गरिमा, सपनो की उड़ान’’ पुस्तिका का विमोचन किया गया। जिसमें मासिक धर्म स्वच्छता पर विशेषता जानकारी दी गई है। इस अवसर पर संकल्प के सभी सामुदायिक केंद्रों पर एक पुस्तकालय परियोजना भी शुरू की गई जो कि यूनिसेफ के समर्थन में आयोजित की जा रही “सीख” कार्यक्रम श्रृंखला का एक हिस्सा है।
संकल्प एक प्रयास के संस्थापक और महासचिव परिमल सिन्हा ने भारत में कोविड महामारी के दौरान किए गए राहत कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न दानदाता समूहों की मदद से संकल्प ने भारत के 6 राज्यों में 1.20 करोड़ का मूल्य अधिक के बड़े राहत कार्य को अंजाम दिया है। यह पहल आशा फॉर एजुकेशन द्वारा प्रायोजित है, जो इस विश्वास में बुनियादी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करके भारत में बदलाव के लिए समर्पित एक धर्मनिरपेक्ष संगठन है।
इस अवसर पर तुका राम, सतीश, सिलेश्वर, बालमुकुंद, मुकेश, गुणेश्वरी, सुषमा, रेणुका, गांव की लाभार्थी लड़कियों के साथ संकल्प एक प्रार्थना के स्वयंसेवक और शिक्षक भी उपस्थित थे।
[ ●न्यूज़ डेस्क,’छत्तीसगढ़ आसपास’. ●प्रिंट एवं वेबसाइट वेब पोर्टल, न्यूज़ ग्रुप समूह,रायपुर,छत्तीसगढ़. ]
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