मुलाकात-भेंट : बांग्ला-हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि प्रकाशचंद्र मण्डल की कृति ‘फिर भी चलना होगा’ {हिंदी काव्य संग्रह} और ‘कखोन जे कोन कथा कविता होए जाय’ {बांग्ला काव्य संग्रह} की प्रति ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक प्रदीप भट्टाचार्य और श्रीमती शेफाली भट्टाचार्य को स सम्मान भेंट किया
●कांति सोलंकी
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