ॐ नमः शिवाय
●ॐ नमः शिवाय
-विजय पंडा
शिव अनंत हे! घट – घट वासी
कृपा करो हे! कैलाश निवासी।
हर – हर शुभकर हे ! मृत्युंजय
पाप नाश करो हे! अविनाशी ।।
ॐ नमः शिवाय।
ॐ नमः शिवाय।।
तुम्ही सत्य हो ; तुम्ही तत्व हो
तुम्ही अचल हो; तुम्ही अटल हो।
तुम्ही ज्ञान हो ; कृपा विधान हो
तत्व ज्ञान अभिमान ; तुम्ही हो ।।
ॐ नमः शिवाय।।
ॐ नमः शिवाय।।
आशुतोष हे ! औघड़दानी
महिमा तेरी कोई न जानी।
कष्ट हरो हे! पाप हरो हे !
दुःख हरो हे! कृपा निधान ।।
ॐ नमः शिवाय।
ॐ नमः शिवाय।।
काल तुम्ही हो संहार तुम्ही हो
दुःखों के नाशक सृष्टि तुम्ही हो।
काल विनाशक ; दुष्ट विनाशक
पातक नाशक ; रोग विनाशक।।
ॐ नमः शिवाय ।
ॐ नमः शिवाय।।
बम – बम भोले हे ! शिव – शम्भु
करुणा सागर के अकथ कहानी।
अस्त्र तुम्ही हो ; शस्त्र तुम्ही हो
भक्तों के लिए हो महा दानी ।।
ॐ नमः शिवाय।
ॐ नमः शिवाय।।
ॐ नमः शिवाय।।।
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