■कविता आसपास : डॉ. कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव.
♀ कोरोना सुन ले मेरी
♀ डॉ. कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
[ जालौन,उत्तरप्रदेश ]
दुष्ट कोरोना अब तू सुन
तेरी अब तो आफत आई ।
मास्क पहन कर बाहर जाते
चाचा, चाची ,मैया ताई ।।
मामा मामी मौसा पहने
और पहनते दादा , दादी ।
भैया ,भाभी रोज पहनते ,
मिली सभी को अब आजादी ।।
कोरोना के भाई डेल्टा ने
दहशत खूब मचाई ।
जाने कितनों को ये ले डूबा ,
मचाई खूब तबाही ।
वैक्सीन और होशियारी से ,
सबने इसे भगाया ।
छुप गया कोने में जाकर
ओमीक्रोन अब आया ।
वैक्सीन लगाकर हर जन को ,
इसको मार भगाएंगे ।
फिर ना आने देंगे इसको ,
बूस्टर डोज लगवाएंगे।
[ डॉ. कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव शासकीय शिक्षक हैं. शिक्षा-एमएससी,बीएड,पीएचडी. देश के अनेक पत्र पत्रिकाओं में नियमित आलेख और बाल साहित्य का प्रकाशन. ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के लिए कमलेंद्र जी की पहली रचना प्रकाशित है. -संपादक●
■संपर्क-94513 18138 ]
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