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बाल कविता, दादी हमें सुनाओ- बलदाऊ राम साहू, दुर्ग-छत्तीसगढ़

4 years ago
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आओ, दादी हमें सुनाओ
एक कहानी छोटी – सी
जिसमें होवें राजा-रानी
राज कुमारी मोटी -सी।

आसमान से आएँ परियाँ
लेकर लंबी लाल छड़ी
जिनके सिर पर ताज सुनहरा
हाथ पर सुन्दर-सी घड़ी।

दादी, हमें सुनाना जल्दी
चंदा की नई कहानी
जहाँ रहती है बुढ़िया रानी
भरती है कुएँ से पानी।

तारे सारे आसमान में
क्या करते हैं बतलाना
वहीं कहीं ध्रुव तारा रहता
उसको भी तुम दिखलाना।

और सुनाना दादी हमको
राणा की गौरव – गाथा
जिसे सुन कर हम सबका
हरदम झुकता है माथा।

【 ●बलदाऊ राम साहू देश के सुप्रसिद्ध बाल रचनाकार हैं.
●’छत्तीसगढ़ आसपास’ वेब पोर्टल में बलदाऊ राम साहू की बाल कविता नियमित प्रकाशित हो रही है
●आज़ ‘दादी हमें सुनाओ’ प्रकाशित की जा रही है, अपनी राय से अवगत करायें.
●-संपादक

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