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विशेष गीत : दशरथ सिंह भुवाल

1 year ago
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नववर्ष
– दशरथ सिंह भुवाल
[ भिलाई छत्तीसगढ़ ]

तिथि प्रतिपदा है शुक्ल का ये चैत्र पहला मास है ।
इस पर्व  को  हिन्दू  मनाते वर्ष नव   सोल्लास है ।

पश्चात वैदिक काल में जो आर्यभट मिहिरावरा(ह),
भास्कर सहित आकाशमंडल  ज्ञान परविश्वास है ।

करती  सृजन धरती नयी परिवर्तनों  की चाह में,
झूमें प्रकृति नव प्रस्फुटित चहुँ ओर पत्रोल्लास है ।

नवरात्रि का है पर्व  ये सजने  लगा  दरबार अब,
कर ध्यान पूजा-अर्चना अरु भक्ति मय उपवास है ।

आज का ग्रह नक्षत्र यह करता असर भारी जहाँ
सीता हरण कारण  बना तो  राम का वनवास है ।

प्रारंभ करते कार्य जो पथ पर प्रगति चलने नये,
आयी फसल है जो नयी मुख ओज ले उल्लास है ।

ऋतु राज के अग्रदूत का स्वर गूँजने दशरथ’ लगा,
जस  मोरनी  से  मोर बोले नृत्य कर  मधुमास है ।

• संपर्क-
• 98271 90993

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