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कविता आसपास : वर्षा ठाकुर

12 months ago
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अजब गज़ब रंग
– वर्षा ठाकुर
[ प्राचार्य, शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, जुनवानी, जिला- दुर्ग, छत्तीसगढ़]

राजनीति
अजब गजब
रंग दिखाती है
राजनीति के चक्कर में
राजनेता से न जाने क्या क्या
सवांग करवाती है ।

चुनाव आता है ,
हाथ_पांव जोड़ ,
राजनेता कभी बेटा ,
कभी बाप तो कभी ,
भाई और दोस्त बन,
मतदाता से रिश्तेदारी
खूब निभाता है ।

ऐ सी में चलने वाला ,
चिलचिलाती धूप में ,
बरसते बादल में,
कड़कती ठंड में ,
हाथ जोड़े मुस्कुराता ,
मतदाता को रिझाता है ।

छप्पन भोग खाने वाला
धूल-धूसरित जमीन पर ,
मतदाता के बीच
पाँव पसारे बैठ ,
सूखी रोटी को भी ,
मन मसोसकर ,
मुस्कुरा ,मुस्कुरा खाता है ।

चुनाव आता है ,
दुर्लभ राजनेता ,
घर घर
सुलभ हो जाता है ।

०००

• संपर्क-
• 79748 76740

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