बाल कविता ●तारकनाथ चौधुरी
4 years ago
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●दाऊ कहो न !
-तारकनाथ चौधुरी
[ चरोदा-भिलाई-छत्तीसगढ़ ]
चारों तरफ पत्थर के जंगल,
जल-धाराएँ भी हैं ओझल
बात तुम्हारी मान के दाऊ
चाहूँ पौध लगाना,
कोई भूमि मुझे दिखलाना।
😢
सुन पाता नहीं चिडि़यों का रव
किसे खिलाऊं हाथों से जव
पेड़ जो होते नित सुनता मैं
कोकिल का सुमधुर गाना
दिखता नीड़ बनाना।
🐦
दाऊ मुझे इक गमला ला दो,
बोऊँ कौन से बीज बता दो?
क्या उनकी छाया में संभव
होगा थकन मिटाना?
पहेली ये सुलझाना
●लेखक संपर्क-
●83494 08210
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