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होली पर विशेष- सरोज तोमर

4 years ago
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●रंगी है ये हथेली !
-सरोज तोमर
[ भिलाई-छत्तीसगढ़ ]

रंगी है ये हथेली ,और तुम हो ।
नहीं कोई सहेली ,और तुम हो।
ये गेसू खुल के ,आमंत्रण -देते ,
महकती है चमेली ,और तुम हो।
ये चंदा रंग ,लेकर आ गया है ,
सजी पूनम रंगीली ,और तुम हो ।
तुम्हारे ख़त ,ये टेसू बाँचता है ,
मोहब्बत है पहेली,और तुम हो ।
किसी पदचाप से,मन चौंक जाता
ये मेरा भ्रम नहीं,बस तुम ही तुम हो ।

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