





बाल कविता- •तारक नाथ चौधुरी.
4 years ago
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●नाना जी जब आयेंगे,
●पुस्तक साथ में लायेंगे.
-तारकनाथ चौधुरी
[ चरोदा-भिलाई, छत्तीसगढ़]
“नाना जी जब आयेंगे,
पुस्तक साथ में लायेंगे,
फिर गोद बिठाकर अपने वो,
ढेरों किस्से सुनायेंगे।
“नानी के बनाये मालपुए
हुए बहुत दिन खाये हुए,
ढेरों वरदान हैं दे देती
जिसने भी उनके पाँव छुए।”
“अच्छा होता,आती मौसी,
लोरी गाकर सुलाती मौसी,
जितने दिन रहती रोज़ नये
हमको खेल सिखाती मौसी।
“मैं कह दूँगा जाकर माँ से,
माँ कह देगी फिर पापा से,
इस बार मैं गाँव जाऊँगा,
मिलने मासी से मामा से।”
chhattisgarhaaspaas
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