लघु कथा, क़िस्मत- डॉ. सोनाली चक्रवर्ती
लघुकथा- किस्मत
श्री ‘क’ की बेटी बड़ी अच्छी लड़की है।
ससुराल जाते ही सबका मन जीत लिया उसने।
सास की इतनी सेवा करती है कि क्या बताऊं
ससुर के मनपसंद खाना बनाना सीख गई
सास की तबीयत खराब हुई तो उसे बेडपैन तक दिया
ननद को अपने सारे सूट पहनने देती है
ससुर को मलेरिया हो गया था इसलिए बहन की सगाई में भी नहीं आ पाई।
बड़ी अच्छी लड़की है।
चलो अच्छी बात है
श्री ‘ख’ के बेटे के बारे में सुना ?
गधा निकला बिल्कुल गधा। शादी के बाद तो बिल्कुल ही बदल गया ।
अब सास-ससुर की बातें ही सुनता है।
दो दिन के लिए ससुराल क्या गया वहीं का हो गया
ससुर अस्पताल में भर्ती थे तो सास को लाना ले जाना, घर में मदद करवाना यह सब करवाता रहा ।
इसी मौके पर ससुर ने अपने बैंक के काम भी उसी से करवा लिए ।
छोटी साली की दूसरे शहर में परीक्षा थी उसको भी ले गया।
बिल्कुल ही बर्बाद हो गया।
किस्मत ही खराब हो तो क्या करोगे बताओ
बताओ कोई