लघुकथा

4 years ago
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●आन इमरजेंसी ड्यूटी
-महेश राजा

पास से एक सरकारी जीप तेज गति से गुजर गयी,जिस पर लिखा था-“इमरजेंसी शासकीय ड्यूटी पर.”
आगे जाकर सरकारी जीप संदीप चाट वाले की दुकान पर रूकी।हम पीछे पीछे ही थे।हम सबने देखा,कि जीप से साहब की बीवी,बच्चे और मेहमान उतरे और चाट वाले ठेले पर आ डटे।उन्होंने अपनी पसंद से चाट आर्ड़र की।
चाट समाप्त कर मैडम ने रूमाल से हाथ पोंँछते हुए साहब से कहा,”चलिये भी….जल्दी….पिकनिक स्पाट पर पहुंचने मे देर हो जायेगी।और आपकी इस सरकारी जीप का क्या भरोसा…जाने कहाँ खड़ी हो जाये।
जीप फिर रवाना हो गयी।सरकारी जीप यह जानती थी कि इमरजेंसी ड्यूटी क्या होती है,इन साहबों के लिये!और अब उसे कहांँ और कब रूकना है…….

●लेखक संपर्क-
●94252 01544

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