लघुकथा
4 years ago
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●लघुकथा
-महेश राजा
एक मित्र ने एक सुंदर कालोनी में आलीशान मकान बनवाया था।पूजा और गृहप्रवेश में शामिल होने का अवसर मिला।
सब कुछ बढ़िया था।सुव्यवस्थित था।परंतु कुछ जरूरी सामान जैसे फ्रीज,कूलर,आलमीरा और वाशिंग मशीन नजर न आ रहे थे।
हालांकि मित्र ने पूर्व में बताया था कि आफिस क्वार्टर में चूहों ने सब नुकसान कर दिया था।मकान बनने पर नया ले लेंगे।
एक नजदीकी ने पूछ ही लिया।
वे प्रसन्न स्वर में बोले-“बड़े बेटे का रिश्ता तय हो गया है।अच्छा ससुराल मिला है।वे लोग अन्य जरूरी सामान के साथ कार भी दे रहे है।”
वे पूर्ण संतुष्ट दिख रहे थे।सभी मेहमानों को मिठाई व नमकीन लेने का आग्रह कर रहे थे।
●लेखक संपर्क-
●94252 01544
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chhattisgarhaaspaas
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