• story
  • कहानी : विद्या गुप्ता

कहानी : विद्या गुप्ता

4 years ago
532

(सुदर्शन जी की कहानी हार की जीत में बाबा भारती और खड़गसिंह की कहानी तो बचपन में हम सब ने पड़ी,- कथा का मूल भाव है बुराई के प्रचार को रोकना , ताकि विश्वास की परंपरा बनी रहे।
मैं बरसों इस कहानी के को प्रकाश में नहीं ला सकी । अंधे लाचार पर से जनता का विश्वास ना उठे। कहानी में बाबा भारती की उस महान भाव परंपरा का निर्वाह बना रहे।

●अंधा भिखारी
●विद्या गुप्ता, दुर्ग-छत्तीसगढ़

सावन का महीना था पहला सोमवार था ।आस्था की धूम मची हुई थी। सुबह से ही मंदिरों में शिव आराधना भक्ति संगीत और भक्तों की चहल-पहल मंदिर के प्रांगण में देखी जा सकती थी। वातावरण में उत्सव सी झलक साफ दिखाई दे रही थी। मुझे कुछ कारणवश तत्काल ही टिकट लेकर सफर करना पड़ा । वैसे ज्यादा भीड़ भाड़ ना होने से कंपार्टमेंट में बस कुछ सीटों पर ही यात्री बैठे थे अधिकांश सीटें खाली थी ।मेरी आरक्षित बर्थ पर एक वृद्धा सोई हुई थी।
मैंने हल्के से छूते हुए उससे पूछा- अम्मा आप कहां तक जाएंगी आप की सीट कौन सी है?
अम्मा ने बहुत गुस्से से मेरी ओर देखा और कहा- जे हमाइ सीट हे, हम कहीं नहीं जाएंगे, हमें बुखार है।
मैंने छू कर देखा सचमुच उसका बदन तप रहा था। मैं सामने की बर्थ पर बैठ गई टीटीआइ के आने का इंतजार करने लगी। ट्रेन में भीड़ भाड़ बिल्कुल नहीं थी सारी ट्रेन लगभग खाली ही पड़ी थी। टीटी के आने पर मैंने अपना बर्थ नंबर चेंज करवा लिया ,निश्चिंत हो चादर बर्थ पर फैला कर आराम से बैठ गई। मगर ट्रेन सीटी देकर रेगना शुरू करें उसके पहले ही एक अधेड़ उम्र का आदमी दौड़ता हांपता आया और जल्दी-जल्दी वृद्धा को गोद में उठाकर जाने लगा। मेरे पूछने पर उसने कहा- हमारा रिजर्वेशन आगे के कुपे में हो गया सो अब अम्मा को लिवाय जाते हैं।

वृद्धा के चले जाने के बाद केबिन में मैं अकेली थी। ऊपर की सीट पर कोई सोया हुआ था, साइट की बर्थ पर दो युवक बैठे थे जिन्हें तीन-चार घंटे की यात्रा के बाद उतर जाना था। मुझे किंचित भय सा लगने लगा यदि कोई और नहीं आया तो, रात का सफर अकेली कैसे करूंगी। फिर मुझे अपनी ही बदहवासी पर हंसी आ गई। यह ट्रेन का सफर है ऐसा कैसे होगा कि कोई और चढ़े ही ना।
तभी एक भिखारी सा दिखने वाला आदमी दीवार और सीट को टटोलकर पकड़ते हुए मेरे सामने की सीट पर आकर बैठ गया। शायद वह आंखों से अंधा था । उसकी गंदगी और बदबू से मुझे उबकाई सी आने लगी। चिक्कट मैला कुर्ता वैसी ही मैली पेंट, खूब फैली हुई बेतरतीब दाढ़ी, कीचड़ से सनी आंखें …… उफ भिखारी हो या अंधा लेकिन इतनी गंदगी ……!!ऐसा लगा, उसे सीट से भगा दूं ,मगर अपने भीतर सरसराती मानवीयता ने मुझे टोका- अगर यह सीट आरक्षित करवा कर बैठता तो मैं क्या कर सकती थी। फिर पूरे केबिन में एकदम अकेली हो जाने के भय ने भी मुझे रोक लिया।
रात 10:00 बज चुके थे आगे आने वाले स्टेशनों से चढ़ने वाला इक्का-दुक्का व्यक्ति कैसा हो…..!! केबिन में अकेली महिला को देखकर वह कैसा व्यवहार करें। अनजानी अदेखी संभावनाओं के लंबे होते साये मुझे डराने लगे। मैंने भिखारी को वहीं बैठे रहने दिया। किसी के न होने से कम से कम एक व्यक्ति की उपस्थिति तो है। फिर मुझे उससे किसी तरह के खतरे की गुंजाइश नहीं थी। खैर कुछ ना होने से कुछ होना ठीक है। मैंने उसकी गंदगी को इस शर्त पर बर्दाश्त किया, एवं थोड़ी सहज होने की कोशिश के बहाने उससे बात करने लगी।
कहां जाओगे बाबा…..!!
उसने कहा बिलासपुर….
मुझे भिखारी का जवाब कुछ इस तरह लगा मानो उसने कोई असंबद्ध बात कह दी हो। स्टेशन -स्शटेन चढ़ने उतरने वाले भिखारी भी क्या किसी काम से जा सकते हैं….? उसका गंतव्य जो मुझसे आगे था।मैंने खिड़की की और सिरहाना किया शाल को खूब अच्छे से शरीर पर लपेटा और उसकी गंदगी और बदबू से बचने के लिए मन को इधर-उधर के ख्यालों में बहलाने लगी।
इस बीच एक दो घटनाएं ऐसी हुई कि मन वितृष्णा और गुस्से भर गया। हुआ यूं कि, गंदगी से सराबोर भिखारी मैं खुजलाने और बड़बड़ाने की आदत भी शामिल थी। वह हाथ पैरों पर लगातार खुजलाते जा रहा था। अचानक कुर्ता ऊंचा कर वह पेट खुजलाने लगा….. फिर हाथ को पेंट के अंदर घुसा कर खचर खचर खुजलाता, और चिमटी से कुछ नोच कर बाहर फेंकता…… उफ! अकेली होने के भय की इतनी बड़ी सजा
नहीं नहीं ……मैंने सअभिप्राय साइट की सीट पर बैठे युवकों की और देखा, वे खुद भी मेरी परेशानी को महसूस कर रहे थे। उन्होंने भिखारी को डांटा उसके बड़बड़ाने पर वे दोनों उसको वहां से पकड़कर टॉयलेट के पास बिठाआए।
मैंने चैन की लंबी सांस ली। ट्रेन मेरे मन के हालात से अनजान अपने गंतव्य की ओर भागी जा रही थी। तभी फिर दृश्य बदला, भिखारी का बड़बड़ाना सतत जारी था। वह मन की खुजलाहट और भड़ास को निकालने के लिये बड़बड़ाये जा रहा था…..!!

बड़े आए रिजर्वेशन वाले…. ये पैसे वाले लोग गरीबों को तो जानवर समझते हैं…. खाली पड़ी सीट पर भी नहीं बैठने देंगे….. जैसे ट्रेन खरीद ली हो….. सारी जगह इनके बाप की…. उसकी बड़बड़ाहट को पास के केबिन में कारगिल युद्ध से घर लौटते सैनिक ने सुनी…………….. देशप्रेम और बहादुरी की भावना से ओतप्रोत उसका ह्रदय इस असमानता पर भर उठा। केबिन में सीट खाली पड़ी है। और हम खुदगर्जो ने एक गरीब भिखारी के साथ कैसा अनुचित सा व्यवहार किया। उस कर्तव्यनिष्ठ सैनिक ने युवक को उनकी खुदगर्जी और अमानवियता के लिए डांटते हुए,कहा , एवं खुद उस भिखारी को हाथ का सहारा देकर सीट पर ला बिठाया। सिवाय इसके कि मुंह घुमा कर दूसरी और कर लू और चुपचाप सो जाओ, कोई दूसरा रास्ता नहीं था।
ठंडी हवा और रेल की खतर पटर के संगीत की लय में जाने कब मुझे नींद लग गई । रात्रि के लगभग 2:00 का समय होगा अचानक मुझे अपने पैरों के पास किसी स्पर्श का एहसास हुआ । मैंने चौककर आंखें खोली देखा, अंधा भिखारी मेरे पैरों के पास खड़ा था।
मैंने थोड़ा जोर से पूछा- क्या है बाबा….!! कुछ नहीं बहन जी दरवाजा खुला है ना बहुत ठंडी लग रही है मैं दरवाजा बंद करने जा रहा था ।
मैं सहज हुई शायद अनजाने ही उसका हाथ मेरे पैरों को छू गया होगा। मैंने शॉल को अच्छे से लपेटा और फिर सोने की कोशिश की। साइट की बर्थ वाले दोनों युवक उतर चुके थे । एक बार मैंने फिर सहज होने की कोशिश । अक्सर सफर करते समय कभी-कभी मैं इस अनहोनी को सोचती परेशान हो जाती थी कभी ऐसा हुआ कि ट्रेन में मैं अकेली रह जाऊं तो मगर आज सचमुच अपने केबिन में मैं उस अधिकारी के साथ अकेली थी अब भगवान की बारी थी अंततः भगवान को याद कर फिर सोने की कोशिश करने लगी लेकिन 1 घंटे बाद अधिकारी ने पैरों को छूने वाली हरकत को फिर दोहराया इस बार मैंने खींचकर भिकारी से पूछा क्या कर रहे हो बाबा अधिकारी ने निहायत का तड़का से जवाब दिया पैसा आप करने जा रहा हूं बहन जी मैं गुस्से और खींच के बावजूद निरुत्तर थी क्योंकि बेचारा अंधा था फिर एक बार फिर सोने की कोशिश की इस बार पैरों को घुमा कर खिड़की की ओर कर लिया लेकिन मन आशंकित था ही खाली केबिन ऊपर सोया यात्री भी कहीं उतर चुका था भिखारी की गंदगी से उपजी जुगुप्सा से मन हट से भरा था मगर कोई रास्ता नहीं था मन खड़ा किया फिर से लिपट कर सोने की कोशिश करने लगी डर चिंता सतर्कता और नींद की मिली-जुली आरतियां आ जा रही थी इन्हीं लहरों में डूबते हुए अचानक फिर हाथों पर हल के चुपते स्पर्श ने मेरी सतर्कता वाली चेतना को झकझोर दिया वही गंदगी भरा एहसास थी मेरे सिरहाने खड़ा था इस बार उससे क्यों कैसे पूछने का धैर्य मुझ में नहीं था गुस्सा नफरत और एक आदत मेरी आंखों से बरस रही थी जाने कब कैसे मेरा हाथ उठा और अधिकारी के चेहरे पर की आवाज के साथ चस्पा हो गया शर्म नहीं आती अंधे भिखारी होगा तुम्हारी गुस्सा नहीं गई और कितने कुकर्म करोगे और भागोगे अंधा था किंतु मेरा उबाल अभी उफान पर था मैं उसकी हिम्मत पर हवा थी अपना सामान उठा और निकल यहां से अब तो पूरी ट्रेन में कहीं दिखाई पड़ा तो पुलिस के हवाले कर दूंगी।

माफ कर दो बहन जी माफ कर दो कहीं गलती से हाथ लग गया होगा कह कर वह अपने ढोला तेली उठाकर जिस तेजी से भाग खड़ा हुआ कि एकबारगी मुझे शक हुआ कि वास्तव में वह अंधा था या नहीं झूठ बोल रहा था मेरे हाथ उस पर उसके छूने का हिसाब उसी गंदगी से के साथ लिपटा हुआ था मैंने सांसो को सहज किया उठ कर पानी पिया घड़ी में समय देखा 4:30 बज रहे थे आकाश में अंधकार की सघनता कम हो रही थी गहरी लंबी सांस लेकर मैंने भिकारी के चले जाने के हल के पंखों महसूस किया चला गया मगर मेरे पास कई प्रश्न छोड़ गया उसने ऐसा क्यों किया क्या उसे अपनी दुर्दशा ज्ञानी पकड़े और पीटे जाने का कोई डर नहीं था मुझे छूने की उसकी हिम्मत कैसे हुई क्या मुझे अकेली देखकर उसके अंदर की पथराई कुत्ता इतनी प्रबल हुई कि वह नियंत्रण न कर सका तमाम उलझे प्रश्नों का जवाब पूछते मैं इस नतीजे पर पहुंचकर रुकी कि शायद जीवन भर अभाव अपमान तिरस्कार से निरंतर एक बच्चा किस तरह पर किट्टू के फूल की तरह जीता है जिसका जीना मरना एक ही सिक्के की दो तस्वीर सा होता है किसी भी रिक्त स्थान को नहीं करता वह स्वयं के लिए ही निरुत्तर है कि वह क्यों जी रहे हैं यह सारी तस्वीर मुझे उसकी किंचित सहानुभूति के कारण उपजे 12 वाक्यों के वार्तालाप से ज्ञात हुई जब मैंने अपने अंदर की विशेषता को महान बनाते हुए एक नितांत हास्य पर खड़े व्यक्ति से दो शब्द बात की थी कहां जा रहे हो।

[ ●निरन्तर लेखन में सक्रिय विद्या गुप्ता की रचनाएं देश की सभी प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती है. ●आकाशवाणी औऱ दूरदर्शन से सम्बद्ध, विद्या गुप्ता जी की दो काव्य संग्रह- ‘औऱ कितनी दूर’, ‘पारदर्शी होते हुए’ प्रकाशित हो चुकी है. ●कहानी,कविता,निबंध, लघुकथा, यात्रा संस्मरण में सिद्धहस्त विद्या गुप्ता जी ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के लिए भी नियमित रूप से लिखती हैं. ●आज़ उनकी नई कहानी,’अंधा भिखारी’ प्रस्तुत है, कैसी लगी, बतायें. -संपादक ]

●●●. ●●●. ●●●.

विज्ञापन (Advertisement)

ब्रेकिंग न्यूज़

breaking Chhattisgarh

पटवारी के पद पर चार आवेदकों को मिली अनुकम्पा नियुक्ति

breaking Chhattisgarh

रायपुर दक्षिण पर भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर मुख्यमंत्री साय ने दी बधाई, कहा – हमारी सरकार और पीएम मोदी पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद

breaking Chhattisgarh

बृजमोहन के गढ़ में सालों से बना रिकॉर्ड बरकरार, सुनील सोनी ने भाजपा को दिलाई ऐतिहासिक जीत, सुनिए सांसद अग्रवाल ने क्या कहा ?

breaking Chhattisgarh

महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बीच सीएम एकनाथ शिंदे की आई प्रतिक्रिया, CM चेहरे पर BJP को दे डाली नसीहत

breaking Chhattisgarh

रायपुर दक्षिण सीट पर सुनील सोनी जीते, कांग्रेस के आकाश शर्मा को मिली करारी मात

breaking Chhattisgarh

घोटाले को लेकर CBI के हाथ लगे अहम सबूत, अधिकारी समेत उद्योगपति को किया गया गिरफ्तार

breaking Chhattisgarh

इस देश में पाकिस्तानी भिखारियों की बाढ़; फटकार के बाद पाकिस्तान ने भिखारियों को रोकने लिए उठाया कदम

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी पर मंडराया खतरा! क्यों राइस मिलरों ने कस्टम मिलिंग न करने की दी चेतावनी?

breaking Chhattisgarh

छत्‍तीसगढ़ में बजट सत्र के पहले नगरीय निकाय-पंचायत चुनाव कराने की तैयारी, दिसंबर में हो सकती है घोषणा

breaking Chhattisgarh

वधुओं के खाते में सरकार भेजेगी 35000 रुपये, जानें किस योजना में हुआ है बदलाव

breaking Chhattisgarh

अमेरिका में गौतम अडानी का अरेस्‍ट वारंट जारी,धोखाधड़ी और 21 अरब रिश्वत देने का आरोप

breaking Chhattisgarh

भाईयों से 5वीं के छात्र की मोबाइल को लेकर नोक-झोक, कर लिया सुसाइड

breaking Chhattisgarh

छत्‍तीसगढ़ में तेजी से लुढ़का पारा, बढ़ने लगी ठंड, सरगुजा में शीतलहर का अलर्ट, 9 डिग्री पहुंचा तापमान

breaking Chhattisgarh

सुप्रीम कोर्ट के वारंट का झांसा दे कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट से ठगी, 5 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 49 लाख लूटे

breaking Chhattisgarh

चींटी की चटनी के दीवाने विष्णुदेव किसे कहा खिलाने! बस्तर के हाट बाजारों में है इसकी भारी डिमांड

breaking Chhattisgarh

IIT Bhilai में अश्लीलता परोसने वाले Comedian Yash Rathi के खिलाफ दर्ज हुई FIR

breaking Chhattisgarh

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू से सीएम साय ने की मुलाकात, क्षेत्रीय हवाई अड्‌डों के विकास पर हुई चर्चा

breaking international

कनाडा ने भारत की यात्रा कर रहे लोगों की “विशेष जांच” करने का ऐलान ,क्या है उद्देश्य ?

breaking Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में भी टैक्स फ्री हुई फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’, सीएम ने की घोषणा

breaking Chhattisgarh

6 दिन में कमाए 502 करोड़ रुपये, अभी और होगी कमाई, जानिए छत्तीसगढ़ में किसानों की कैसे हुई बल्ले-बल्ले

कविता

poetry

इस माह के ग़ज़लकार : रियाज खान गौहर

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

रचना आसपास : पूनम पाठक ‘बदायूं’

poetry

ग़ज़ल आसपास : सुशील यादव

poetry

गाँधी जयंती पर विशेष : जन कवि कोदूराम ‘दलित’ के काव्य मा गाँधी बबा : आलेख, अरुण कुमार निगम

poetry

रचना आसपास : ओमवीर करन

poetry

कवि और कविता : डॉ. सतीश ‘बब्बा’

poetry

ग़ज़ल आसपास : नूरुस्सबाह खान ‘सबा’

poetry

स्मृति शेष : स्व. ओमप्रकाश शर्मा : काव्यात्मक दो विशेष कविता – गोविंद पाल और पल्लव चटर्जी

poetry

हरेली विशेष कविता : डॉ. दीक्षा चौबे

poetry

कविता आसपास : तारकनाथ चौधुरी

poetry

कविता आसपास : अनीता करडेकर

poetry

‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के संपादक व कवि प्रदीप भट्टाचार्य के हिंदी प्रगतिशील कविता ‘दम्भ’ का बांग्ला रूपांतर देश की लोकप्रिय बांग्ला पत्रिका ‘मध्यबलय’ के अंक-56 में प्रकाशित : हिंदी से बांग्ला अनुवाद कवि गोविंद पाल ने किया : ‘मध्यबलय’ के संपादक हैं बांग्ला-हिंदी के साहित्यकार दुलाल समाद्दार

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

poetry

कविता आसपास : विद्या गुप्ता

poetry

कविता आसपास : रंजना द्विवेदी

poetry

कविता आसपास : श्रीमती रंजना द्विवेदी

poetry

कविता आसपास : तेज नारायण राय

poetry

कविता आसपास : आशीष गुप्ता ‘आशू’

poetry

कविता आसपास : पल्लव चटर्जी

कहानी

story

लघुकथा : डॉ. सोनाली चक्रवर्ती

story

कहिनी : मया के बंधना – डॉ. दीक्षा चौबे

story

🤣 होली विशेष :प्रो.अश्विनी केशरवानी

story

चर्चित उपन्यासत्रयी उर्मिला शुक्ल ने रचा इतिहास…

story

रचना आसपास : उर्मिला शुक्ल

story

रचना आसपास : दीप्ति श्रीवास्तव

story

कहानी : संतोष झांझी

story

कहानी : ‘ पानी के लिए ‘ – उर्मिला शुक्ल

story

व्यंग्य : ‘ घूमता ब्रम्हांड ‘ – श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव [भिलाई छत्तीसगढ़]

story

दुर्गाप्रसाद पारकर की कविता संग्रह ‘ सिधवा झन समझव ‘ : समीक्षा – डॉ. सत्यभामा आडिल

story

लघुकथा : रौनक जमाल [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

लघुकथा : डॉ. दीक्षा चौबे [दुर्ग छत्तीसगढ़]

story

🌸 14 नवम्बर बाल दिवस पर विशेष : प्रभा के बालदिवस : प्रिया देवांगन ‘ प्रियू ‘

story

💞 कहानी : अंशुमन रॉय

story

■लघुकथा : ए सी श्रीवास्तव.

story

■लघुकथा : तारक नाथ चौधुरी.

story

■बाल कहानी : टीकेश्वर सिन्हा ‘गब्दीवाला’.

story

■होली आगमन पर दो लघु कथाएं : महेश राजा.

story

■छत्तीसगढ़ी कहानी : चंद्रहास साहू.

story

■कहानी : प्रेमलता यदु.

लेख

Article

तीन लघुकथा : रश्मि अमितेष पुरोहित

Article

व्यंग्य : देश की बदनामी चालू आहे ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

लघुकथा : डॉ. प्रेमकुमार पाण्डेय [केंद्रीय विद्यालय वेंकटगिरि, आंध्रप्रदेश]

Article

जोशीमठ की त्रासदी : राजेंद्र शर्मा

Article

18 दिसंबर को जयंती के अवसर पर गुरू घासीदास और सतनाम परम्परा

Article

जयंती : सतनाम पंथ के संस्थापक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी

Article

व्यंग्य : नो हार, ओन्ली जीत ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

🟥 अब तेरा क्या होगा रे बुलडोजर ❗ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा.

Article

🟥 प्ररंपरा या कुटेव ❓ – व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा

Article

▪️ न्यायपालिका के अपशकुनी के साथी : वैसे ही चलना दूभर था अंधियारे में…इनने और घुमाव ला दिया गलियारे में – आलेख बादल सरोज.

Article

▪️ मशहूर शायर गीतकार साहिर लुधियानवी : ‘ जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है, जंग क्या मसअलों का हल देगी ‘ : वो सुबह कभी तो आएगी – गणेश कछवाहा.

Article

▪️ व्यंग्य : दीवाली के कूंचे से यूँ लक्ष्मी जी निकलीं ❗ – राजेंद्र शर्मा

Article

25 सितंबर पितृ मोक्ष अमावस्या के उपलक्ष्य में… पितृ श्राद्ध – श्राद्ध का प्रतीक

Article

🟢 आजादी के अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. अशोक आकाश.

Article

🟣 अमृत महोत्सव पर विशेष : डॉ. बलदाऊ राम साहू [दुर्ग]

Article

🟣 समसामयिक चिंतन : डॉ. अरविंद प्रेमचंद जैन [भोपाल].

Article

⏩ 12 अगस्त- भोजली पर्व पर विशेष

Article

■पर्यावरण दिवस पर चिंतन : संजय मिश्रा [ शिवनाथ बचाओ आंदोलन के संयोजक एवं जनसुनवाई फाउंडेशन के छत्तीसगढ़ प्रमुख ]

Article

■पर्यावरण दिवस पर विशेष लघुकथा : महेश राजा.

Article

■व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा.

राजनीति न्यूज़

breaking Politics

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर दिया बड़ा बयान

Politics

■छत्तीसगढ़ :

Politics

भारतीय जनता पार्टी,भिलाई-दुर्ग के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय जे.दानी,लल्लन मिश्रा, सुरेखा खटी,अमरजीत सिंह ‘चहल’,विजय शुक्ला, कुमुद द्विवेदी महेंद्र यादव,सूरज शर्मा,प्रभा साहू,संजय खर्चे,किशोर बहाड़े, प्रदीप बोबडे,पुरषोत्तम चौकसे,राहुल भोसले,रितेश सिंह,रश्मि अगतकर, सोनाली,भारती उइके,प्रीति अग्रवाल,सीमा कन्नौजे,तृप्ति कन्नौजे,महेश सिंह, राकेश शुक्ला, अशोक स्वाईन ओर नागेश्वर राव ‘बाबू’ ने सयुंक्त बयान में भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव से जवाब-तलब किया.

breaking Politics

भिलाई कांड, न्यायाधीश अवकाश पर, जाने कब होगी सुनवाई

Politics

धमतरी आसपास

Politics

स्मृति शेष- बाबू जी, मोतीलाल वोरा

Politics

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हलचल

breaking Politics

राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- मर्यादित भाषा में रखें अपनी बात

Politics

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा पर केन्द्रित ‘ग्रामोदय’ पत्रिका और ‘बहुमत’ पत्रिका के 101वें अंक का किया विमोचन

Politics

मरवाही उपचुनाव

Politics

प्रमोद सिंह राजपूत कुम्हारी ब्लॉक के अध्यक्ष बने

Politics

ओवैसी की पार्टी ने बदला सीमांचल का समीकरण! 11 सीटों पर NDA आगे

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ग्वालियर में प्रेस वार्ता

breaking Politics

अमित और ऋचा जोगी का नामांकन खारिज होने पर बोले मंतूराम पवार- ‘जैसी करनी वैसी भरनी’

breaking Politics

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, भूपेश बघेल बिहार चुनाव के स्टार प्रचारक बिहार में कांग्रेस 70 सीटों में चुनाव लड़ रही है

breaking National Politics

सियासत- हाथरस सामूहिक दुष्कर्म

breaking Politics

हाथरस गैंगरेप के घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा, पढ़िए पूरी खबर

breaking Politics

पत्रकारों के साथ मारपीट की घटना के बाद, पीसीसी चीफ ने जांच समिति का किया गठन