■रचना आसपास : •जितेन्द्र ‘कबीर’.
●बनेगा अपना देश महान
-जितेन्द्र ‘कबीर’
[ जिला-चम्बा, हिमाचल प्रदेश ]
कल तक थे जो चोर-बेईमान,
वो बन गये हैं
रातों-रात ही बड़े शरीफ इंसान,
अवसरवादियों को साथ लेकर हम
चले हैं बनाने अपना देश महान।
कल तक थे जो जेलों के मेहमान,
वो बन गये हैं
रातों-रात ही कानून के निगहबान,
अपराधियों को साथ लेकर हम
चले हैं बनाने अपना देश महान।
कल तक थे जो त्याज्य पकवान,
उनसे सजते हैं
अब रोज ही हमारे दस्तरखान,
घुसपैठियों को साथ लेकर हम
चले हैं बनाने अपना देश महान।
कल तक थे जो चमचे-दरबान,
वो बन गये हैं
रातों-रात ही सिंहासन की शान,
घर-उजाड़ुओं को साथ लेकर हम
चले हैं बनाने अपना देश महान।
[ ●जितेन्द्र कुमार, हिमाचल प्रदेश के गांव नगोड़ी,जिला-चम्बा में अध्यापक के रूप में पदस्थ हैं. ●साहित्य के प्रति उनकी रुचि ने उन्हें जितेन्द्र ‘कबीर’ बना दिया, इसी नाम से वे कविता लिखते हैं. ●’दूरस्थ गांव में ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ वेबसाइट वेब पोर्टल को देखा, और अपनी कविता को प्रकाशन के लिए भेजा, हम ‘कबीर’ की कविता को सहर्ष प्रकाशित कर रहे हैं. पाठक/वीवर्स पढ़ें और राय से अवगत करायें. -संपादक. ]■